बीआरटीएस के बाद शहर को लोक परिवहन के ग्रीन कॉरिडोर के रूप में विकसित करने की तैयारी है। अटल इंदौर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेस (एआइसीटीएसएल) को अगले दो महीने में करीब 200 इलेक्ट्रिक बसें मिलने वाली हैं। पुरानी सिटी बसों को हटाकर इलेक्ट्रिक बसों का संचालन शुरू कर लोक परिवहन को ग्रीन कॉरिडोर में बदला जाएगा।
लोक परिवहन के लिए एआइसीटीएसएल करीब 400 सिटी बसों का संचालन 32 रूट पर कर रहा है। सरकार की योजनाओं में मिली इलेक्ट्रिक बसें बीआरटीएस पर चलाई जा रही हैं। बीआरटीएस को ग्रीन कॉरिडोर बनाने का लक्ष्य है और 56 में से करीब 40 ईवी इस पर चल रही हैं।
कई सिटी बसें खस्ताहाल
इसके अलावा अंदरूनी रूट पर 60 इलेक्ट्रिक बसों का अलग से संचालन किया जा रहा है। कई सिटी बसें खस्ताहाल हो गई हैं, जिन्हें हटाने की तैयारी है। एआइसीटीएसएल के सीईओ दिव्यांक सिंह के मुताबिक, अमृत योजना के तहत इसी महीने करीब 50 इलेक्ट्रिक बसें मिलने वाली हैं।
कई स्थानों पर चार्जिंग पाइंट
अफसरों के मुताबिक, ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देते हुए धीरे-धीरे शहर की सभी पुरानी बसों के स्थान पर इलेक्ट्रिक बसों का संचालन करने का लक्ष्य है। इससे पूरे शहर के लोक परिवहन की बस सेवा एक तरह से ग्रीन कॉरिडोर बन जाएगी। सभी बसों के लिए राजीव गांधी चौराहा, कृषि कॉलेज के पास, विजय नगर, एमआर-10 के डिपो में चार्जिंग पाइंट लगाए जा रहे हैं। इलेक्ट्रिक बसों के संचालन से ईंधन का खर्च कम होगा और प्रदूषण से भी राहत मिलेगी
।डीजल बसों को किया जाएगा रिटायर
पुरानी सिटी बसों को ऑफ रोड कर इन इलेक्ट्रिक बसों का संचालन किया जाएगा। अभी जो बसें चल रही हैं, उनमें ज्यादातर डीजल बसें हैं, जिनसे प्रदूषण होता है। अब जो नई बसें आ रही हैं, वे सभी इलेक्ट्रिक हैं। दिसंबर में केंद्र सरकार की पीएम ई-बस सेवा के तहत करीब 150 इलेक्ट्रिक बसें मिलने वाली हैं। सभी बसों का संचालन शहर में लोक परिवहन में किया जाएगा। इसके अलावा इस महीने 66 इलेक्ट्रिक बसें और आनी हैं।