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 केरल के अयप्पा मंदिर में कमीज उतार प्रवेश करने की प्रथा का विरोध

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चेन्नई। केरल के पथनमथिट्टा स्थित भगवान अयप्पा मंदिरमें कुछ पुरुष श्रद्धालुओं ने लंबे समय से चली आ रही प्रथा का विरोध किया। इसके लिए वे बिना कमीज उतारे ही रविवार को मंदिर के अंदर चले गए। अयप्पा मंदिर में प्रवेश करने से पहले पुरुष श्रद्धालुओं के लिए कमीज उतारना अनिवार्य है। इस मामले की सामने आईं तस्वीरों के जरिए कुछ लोगों की पहचान हुई है। एसएनडीपी संयुक्त समारा समिति के सदस्य त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड की ओर से प्रबंधित पेरुनाडु में मंदिर के सामने कतार में खड़े और अपनी कमीज उतारे बिना प्रार्थना करते हुए नजर आ रहे हैं।

प्रदर्शनकारियों का विरोध बिना किसी बड़ी घटना के खत्म हो गया क्योंकि न तो पुलिस और न ही मंदिर प्रबंधन ने कोई खास आपत्ति जताई। प्रदर्शनकारियों ने बाद में मांग की कि पुरुष श्रद्धालुओं के ऊपरी वस्त्र उतारने की प्रथा को स्थायी रूप से समाप्त कर दिया जाना चाहिए। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया, ‘विरोध शांतिपूर्ण था। मंदिर प्रबंधन ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि अगर कोई बिना कमीज उतारे मंदिर में प्रवेश करता है तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं है। हालांकि, भक्त पारंपरिक रूप से इस प्रथा का पालन करते हैं।’ हालांकि, खबर सामने आने के बाद विवाद बढ़ सकता है।

दूसरी ओर, केरल के इडुक्की जिले में 50 वर्षीय व्यवसायी की हत्या के मामले में 2 और व्यक्तियों की गिरफ्तारी की गई है। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी। उसने बताया कि यह व्यवसायी गुरुवार से लापता था और बाद में कलायंथानी में कैटरिंग गोदाम में उसका शव मिला था। पुलिस के मुताबिक, थोडुपुझा के चुंगम में व्यवसायी बिजू जोसेफ टहलने के लिए घर से निकले और लापता हो गए। उनके परिवार ने अगले दिन गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। जांच में खुलासा हुआ कि उन्हें अगवा कर हत्या कर दी गई थी। हत्या के इस मामले में सबसे पहले जोसेफ के पूर्व व्यवसायिक साझेदार 50 वर्षीय जोमन को गिरफ्तार किया गया। दोनों संयुक्त रूप से व्यवसाय में शामिल थे, लेकिन जोसेफ ने बार-बार अनुरोध के बावजूद जोमन का हिस्सा देने से इनकार कर दिया था। जोमन पर कोच्चि के तीन सदस्यीय गिरोह को व्यवसायी जोसेफ की हत्या के लिए सुपारी देने का संदेह है।

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