बुरहानपुर। भारत सरकार ने बुरहानपुर के वर्तमान वनमण्डल अधिकारी (डीएफओ) विजय सिंह को कृषि मंत्रालय में उप सचिव के रूप में नियुक्त किया है। श्री सिंह, जो भारतीय वन सेवा (IFS) के 2011 बैच के अधिकारी हैं, अब मध्यप्रदेश कैडर के तहत भारत सरकार में अपनी नई जिम्मेदारी निभाएंगे।
डीएफओ विजय सिंह का बुरहानपुर वनमण्डल में कार्यकाल 1.5 साल से अधिक का रहा, और इस दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण प्रशासनिक और पर्यावरणीय चुनौतियों का सफलतापूर्वक समाधान किया। उन्हें बुरहानपुर वन क्षेत्र में अवैध कटाई और अतिक्रमण जैसी गंभीर समस्याओं से निपटने का कार्य सौंपा गया था, जो न केवल वन विभाग बल्कि कानून व्यवस्था के लिए भी चुनौतीपूर्ण साबित हो रही थीं।
कुशल प्रबंधन से कम किए वन अपराधों के प्रभाव
श्री सिंह के नेतृत्व में बुरहानपुर वनमण्डल ने न केवल वन अपराधों पर कड़ी निगरानी रखी, बल्कि उन्होंने विभिन्न नीतिगत उपायों के माध्यम से वन माफियाओं पर काबू पाया। उनके प्रशासनिक कौशल के कारण पिछले डेढ़ साल में कोई बड़ी वन अपराध की घटना नहीं घटी। वन क्षेत्र में अवैध अतिक्रमण के मामलों को नियंत्रित करने और वन माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए श्री सिंह ने जिलाबदर की प्रक्रिया लागू की। इसके अलावा, अतिक्रमण की बैदखली के लिए नवाचारी उपायों को भी लागू किया, जिससे विभाग की कार्यप्रणाली में सुधार आया और क्षेत्रीय वन संरक्षण को बल मिला।
विजय सिंह की प्रमुख उपलब्धियाँ
1. अवैध अतिक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण – श्री सिंह ने बुरहानपुर के वन क्षेत्र में अवैध अतिक्रमण की घटनाओं को नियंत्रित करने के लिए विशेष पहल की।
2. वन माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई – उन्होंने जिलाबदर की कार्यवाही की प्रक्रिया को लागू कर वन माफियाओं के खिलाफ सख्त कदम उठाए।
3. नवाचारों के माध्यम से बैदखली – अतिक्रमण की बैदखली के लिए नवाचारी उपायों को अपनाया, जिससे वन विभाग की कार्यशैली में पारदर्शिता और प्रभावशीलता आई।
4. वन अपराधियों पर नियंत्रण – अपने कुशल नेतृत्व और प्रशासनिक दृष्टिकोण से श्री सिंह ने वन अपराधियों पर कड़ी नकेल डाली, जिससे वन क्षेत्र में शांति और सुरक्षा बनी रही।
उनकी इस कार्यशैली और प्रशासनिक उत्कृष्टता ने उन्हें बुरहानपुर क्षेत्र में एक प्रतिष्ठित अधिकारी बना दिया, और अब उनका अनुभव और कौशल कृषि मंत्रालय में एक नई दिशा देने के लिए काम करेगा।
विजय सिंह का यह कदम न केवल उनके लिए बल्कि वन और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में भी एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। उनकी बुरहानपुर में की गई उपलब्धियाँ उनके आने वाले कार्यकाल में भी प्रभावित करेंगी और सरकार की योजनाओं में नयापन लाने में मददगार साबित होंगी।
बुरहानपुर से कृषि मंत्रालय तक का उनका सफर
श्री सिंह का कृषि मंत्रालय में उप सचिव के रूप में नियुक्ति यह दर्शाती है कि उनकी विशेषज्ञता और प्रशासनिक क्षमता का दायरा केवल वन विभाग तक सीमित नहीं रहा, बल्कि अब वह पूरे देश के कृषि और पर्यावरणीय विकास में अपना योगदान देंगे।