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पंडित प्रदीप मिश्रा को 1 करोड़ का नोटिस

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विख्यात कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस बार वो रुद्राक्ष महोत्सव के लिए नहीं बल्कि एक नोटिस के कारण चर्चा में आ गए हैं। प्रदीप मिश्रा को इंदौर के रहने वाले एक मां-बेटे ने 1 करोड़ रुपए का नोटिस भेजा है। इस नोटिस में सीहोर जिले के कलेक्टर और एसपी को भी शामिल किया गया है। दरअसल, इंदौर के रहने वाले शुभम शर्मा और उनकी मां ने जाम में फंसने के कारण एक करोड़ रुपए के हर्जाने का नोटिस भेजा है। शुभम के वकील आनंद सोसरिया ने बताया कि पंडित प्रदीप मिश्रा के रुद्राक्ष महोत्सव के कारण दोनों को इंदौर-भोपाल हाइवे में करीब 20 घंटे तक जाम में फंसा रहना पड़ा। जिस कारण से उन्हें कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ा।

केस के लिए जा रहे थे भोपाल

जानकारी के अनुसार, 16 फरवरी को शुभम और उनकी मां विजया शर्मा राज्य उपभोक्ता फोरम के एक केस के लिए भोपाल जा रहे थे। वो दोनों सुबह इंदौर से निकले थे। लेकिन रुद्राक्ष महोत्सव के कारण वो जाम में फंस गए। करीब 20 घंटे तक जाम में फंसे रहने के कारण उन्हें भूखा-प्यासा रहना पड़ा। जिस कारण से वो उपभोक्ता फोरम के केस में समय पर नहीं पहुंचे। इसके साथ ही उन्हें मानसिक प्रताड़ना भी सहनी पड़ी।

क्या है नोटिस में

वकीस आनंद सोसरिया ने बताया कि नोटिस इस कारण से दिया गया है कि रुद्राक्ष महोत्सव के आयोजन में लापरवाही की गई। पुलिस और प्रशासन व्यवस्था को नहीं संभाल पाए जिस कारण से जाम की स्थिति बनी। जाम के कारण लोगों को परेशान होना पड़ा। इस जाम में बुजुर्ग और बच्चे भी फंसे हुए थे। शुभम शर्मा के इस नोटिस के बाद प्रदीप मिश्रा एक बार फिर से सुर्खियों में आ गए हैं। हालांकि अभी प्रदीप मिश्रा की तरफ से इस मामले में कोई जवाब नहीं दिया गया है।

जनवरी में रुद्राक्ष महोत्सव का हुआ था आयोजन

बता दें कि कथा वाचक प्रदीप मिश्रा ने अपने धाम कुबेरेश्वर में रुद्राक्ष महोत्सव का आयोजन किया था। ये आयोजन 16 से 22 फरवरी तक होने वाला था। इस आयोजन के पहले दिन भी करीब 10 लाख लोग शामिल हो गए। जिस कारण से व्यवस्था बिगड़ गई। इंदौर-भोपाल हाइवे पर लंबा जाम लग गया। जिस कारण लोग घंटों तक जाम में फंसे रहे। अनियंत्रित भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने प्रदीप मिश्रा से रुद्राक्ष महोत्सव खत्म करने की अपील की थी। प्रशासन की अपील पर प्रदीप मिश्रा ने वक्त से पहले ही इस आयोजन को खत्म कर दिया था।

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