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चीन की दिग्गज निजी कंपनियों पर कार्रवाई से बाजार मूल्य में 12 खबर डॉलर की गिरावट

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नई दिल्ली। निजी कंपनियों पर चीन की कार्रवाई से कई दिग्गज चीनी कंपनियों के बाजार मूल्य में 12 खबर डॉलर से अधिक की गिरावट आई है। इससे दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में भविष्य में नवाचार को लेकर आशंकाएं पैदा हो गई हैं। हालांकि नियंत्रण के लिए बीजिंग का लक्ष्य अराजकता पैदा करना नहीं है। बल्कि सरकार कंपनियों को स्पष्ट करना चाहती है कि पूंजी बाजारों में कारोबार करना तब तक ठीक है, जब तक यह सत्तारूढ़ चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की शर्तों का पालन कर रहे हैं।

एक सप्ताह में ही बाजार मूल्य में अरबों डॉलर की कमी 
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, हाल के महीनों में बिक्री में तेजी आई है क्योंकि चीनी अधिकारियों ने कंपनियों पर जुर्माना लगाया, एप्स पर प्रतिबंध लगा दिया और मांग की कि कुछ कंपनियां अपने कारोबार को पूरी तरह से बदल दें। चीन के लाभकारी शिक्षा उद्योग और उसके खाद्य वितरण क्षेत्र पर नियामकों द्वारा प्रतिबंधों की घोषणा के बाद अकेले पिछले सप्ताह में ही बाजार मूल्य में अरबों डॉलर की कमी आई।

ये है निजी उद्यम पर लगाम लगाने का उद्देश्य
निजी उद्यम पर लगाम लगाने के प्रयास अर्थव्यवस्था और देश के नागरिकों को अस्थिरता से बचाने के लिए हैं। उनका उद्देश्य शिक्षा में अधिक काम, डाटा गोपनीयता और असमानता से संबंधित लंबे समय से चली आ रही चिंताओं को समाप्त करना है। बताया जाता है कि राष्ट्रपति शी जिनपिंग इंटरनेट कारोबार के बारे में खास मॉडल विकसित करने के प्रयास में जुटे हैं। इसका मकसद टेक कंपनियों के पास जमा धन को उन क्षेत्रों में निवेश करने के लिए मजबूर करना है, जो सरकार की प्राथमिकता है।

दिग्गज कंपनियों की सख्त जांच
तकनीकी उद्योग के किसी भी हिस्सों को जांच से नहीं बख्शा गया। कई तरह की पाबंदियां लगाने के बाद चीनी सरकार ने जैक मा की कंपनी अलीबाबा के खिलाफ एकाधिकार विरोधी नियमों के उल्लंघन के मामले में बड़ी कार्रवाई की थी। पिछले साल नवंबर में अरबपति जैक मा की कंपनी एंट ग्रुप के 37 अरब डॉलर के आईपीओ को चीन सरकार ने रोक दिया था। चीन ने दिग्गज कंपनी अलीबाबा ग्रुप पर 2.8 अरब डॉलर का जुर्माना लगाया था। सोशल मीडिया और गेमिंग की दिग्गज कंपनी टेनसेंट (TCEHY) और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म Pinduoduo (PDD) सहित अन्य फर्मों को भी कथित विरोधी व्यवहार की जांच करने वाले अधिकारियों के सामने रखा गया। पिछले महीने की शुरुआत में ही संयुक्त राज्य में राइड-हेलिंग कंपनी Didi के सार्वजनिक होने के तुरंत बाद इसे एप स्टोर से प्रतिबंधित कर दिया गया था।

अन्य उद्योगों पर भी नियामकों की नजर
नियामकों की नजर अन्य उद्योगों पर भी है जो अधिकारी डाटा सुरक्षा मुद्दों पर जांच कर रहे हैं, उन्होंने अमेरिकी-सूचीबद्ध चीनी कंपनियों को चुना है। 24 जुलाई को चीन ने शिक्षा और निजी ट्यूशन कंपनियों को लाभ कमाने या शेयर बाजारों से धन जुटाने पर प्रतिबंध लगा दिया था। चीन बेरोजगारी को लेकर भी चिंतित है। चीनी टेक कंपनियों को व्यापक रूप से युवाओं को लंबे समय तक काम करने के लिए मजबूर करने के लिए दोषी ठहराया गया है। ‘996’, जो सप्ताह में छह दिन सुबह नौ बजे से रात नौ बजे तक काम करने की प्रथा को दर्शाता है, विशेष रूप से शहरी युवा श्रमिकों को आकर्षित करता है और यह बड़ी प्रौद्योगिकी कंपनियों और स्टार्टअप में आम है।

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