संयुक्त किसान मोर्चा सोमवार को MSP गारंटी समेत विभिन्न मांगों को लेकर दिल्ली के जंतर-मंतर पर महापंचायत कर रहा है। किसानों को रोकने सिंघु, टिकरी, गाजीपुर बॉर्डर पर पुलिस की चेकिंग चल रही है। इसके चलते नोएडा-चिल्ला बॉर्डर पर 5KM लंबा जाम लग गया है।
किसानों को दिल्ली की सीमाओं पर रोका जा रहा है। किसानों ने बैरिकेडिंग गिरा दी। इसके बाद 19 किसानों को हिरासत में ले लिया गया। गाजीपुर बॉर्डर पर किसान धरने पर बैठ गए हैं। पुलिस किसानों के साथ बातचीत कर रही है। पुलिस ने कहा कि जंतर-मंतर पर अभी 5 हजार से ज्यादा किसान जमा हैं। गाजीपुर बॉर्डर पर बैरिकेडिंग तोड़ने वाले किसानों को हिरासत में ले लिया गया है।
राजधानी में किसानों को रोकने के लिए धारा 144 लागू
सुबह से ही हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश के किसानों ने महापंचायत में भाग लेने के लिए दिल्ली पहुंचना शुरू कर दिया था। हालांकि किसानों को इस महापंचायत के लिए मंजूरी नहीं मिली। दिल्ली पुलिस ने टिकरी, सिंघु और गाजीपुर बॉर्डर पर सीमेंटेड बैरिकेड्स लगाए हैं। जहां से चेकिंग के बाद ही एंट्री दी जा रही है। प्रदर्शन को देखते हुए राजधानी में धारा 144 लगाई गई है।
किसानों ने कहा- सिर्फ एक दिन के लिए आए
अधिकतर किसानों ने दिल्ली जाने के लिए पंजाब की ओर से आने वाली ट्रेनों पर चढ़े और बहादुरगढ़ स्टेशन पर खड़ी पुलिस के सामने ही नारे लगाते हुए दिल्ली में आए। यहां से किसान सीधे बंगला साहिब गुरुद्वारे पहुंचे। किसानों का कहना है कि वे दिल्ली बॉर्डर पर पक्के मोर्चा लगाने नहीं आए हैं। अभी केवल एक दिन के प्रदर्शन के लिए आए हैं, ताकि सरकार को चेताया जा सके।
जंतर-मंतर में सोमवार को हजारों की तादाद में किसान जमा हो गए।
पुलिस ड्रोन से भी रख रही नजर
पुलिस इस बात को लेकर अलर्ट है कि कोई असामाजिक तत्व दिल्ली में प्रवेश न कर पाए। इसके लिए ड्रोन कैमरों की भी सहायता ली जाएगी और बॉर्डर पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज पर भी निगरानी रखी जाएगी। दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने कहा कि जैसा आदेश होगा, वैसी कार्रवाई की जाएगी।
दिल्ली जा रहे टिकैत काे हिरासत में लेकर वापस भेजा
बेरोजगारी को लेकर जंतर-मंतर पर चल रहे आंदोलन में भाग लेने दिल्ली जा रहे भाकियू नेता राकेश टिकैत व कुछ कार्यकर्ताओं को गाजीपुर बॉर्डर पर दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया। उन्हें दिल्ली के मधु विहार थाने ले जाया गया। बाद में उन्हें पुलिस ने वापस गाजीपुर बॉर्डर पर ले जाकर छोड़ दिया। टिकैत ने कहा, ‘क्या दिल्ली में किसानों का प्रवेश बैन है?
क्या कोई हरा गमछा और चद्दर ओढ़कर दिल्ली में नहीं जा सकता? केंद्र सरकार के इशारों पर काम करने वाली दिल्ली पुलिस किसानों की आवाज को नहीं दबा सकती। यह संघर्ष आखिरी सांस तक चलता रहेगा। हम रुकेंगे नहीं, हम थकेंगे नहीं, हम झुकेंगे नहीं।’ हिरासत से छूटने के बाद टिकैत ने कहा कि वह यूपी आ रहे हैं। सोमवार को दिल्ली में कार्यक्रम होगा।