एस पी मित्तल, अजमेर
फिल्म बनाने और फिल्मों में अभिनय करने का नजरिया फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार जैसा होना चाहिए। जो फिल्म कार अपने नजरिए से फिल्में बनाते हैं, उन्हें अक्षय कुमार की देशभक्ति से सबक लेना चाहिए। अक्षय कुमार आज देश के सर्वाधिक लोकप्रिय कलाकार हैं। फिल्म द कश्मीर फाइल्स रिलीज हुई, तब अक्षय कुमार की बच्चन पांडे फिल्म भी प्रदर्शित हुई। लेकिन कश्मीर फाइल्स के चलते बच्चन पांडे फिल्म मिट गई। यदि और कोई अभिनेता होता अपनी फिल्म के पिटने पर द कश्मीर फाइल्स को कोसता, लेकिन अक्षय ने एक सार्वजनिक समारोह में द कश्मीर फाइल्स की जमकर प्रशंसा की। अक्षय ने कहा कि जिस सच्चाई को वर्षों तक छिपा कर खा गया, उसे इस फिल्म ने उजागर किया है। अक्षय ने कहा कि उनकी बच्चन पांडे फिल्म के मिट जाने का उन्हें अफसोस नहीं है। उन्हें इस बात का संतोष है कि एक फिल्म के जरिए देशवासियों ने सच को जाना है। अक्षय कुमार के कथन से उन अभिनेताओं को सबक लेना चाहिए जो उल्टी कहानियों पर फिल्में बनाकर देशवासियों को गुमराह करते रहे।
आतंकियों ने मारा:
द कश्मीर फाइल्स फिल्म में अभिनय करने वाले सुप्रसिद्ध कलाकार अनुपम खेर ने अपने एक ताजा इंटरव्यू में कहा कि 90 के दशक में कश्मीर में मुसलमान भी मारे गए। लेकिन इन मुसलमानों को किसी हिन्दू ने नहीं मारा। मुस्लिम आतंकियों ने ही मुसलमानों को मारा। उन्होंने माना कि आतंकियों ने मुस्लिम परिवारों की लड़कियों के साथ जबरन निकाह किया। आतंकियों ने उन मुसलमानों को मारा जो सरकारी कार्मिक थे या फिर चोरी छीपे हिन्दुओं की मदद कर रहे थे। द कश्मीर फाइल्स फिल्म में आतंकियों की करतूतों को ही बताया गया है। आतंकियों के मन में हिन्दुओं के प्रति जो नफरत थी, उसे फिल्म में सबूतों के साथ बताया गया है। खेर ने कहा कि आतंकियों का कोई धर्म नहीं होता है, इसे कश्मीरियों को भी समझना चाहिए।