दिल्ली दिल्ली स्थित कुतुब मीनार परिसर में हिन्दू संगठनों ने हनुमान चालीसा का पाठ करके इसका नाम विष्णु स्तंभ करने की मांग की है। यूनाइटेड हिंदू फ्रंट का दावा है कि जैन और हिंदू मंदिरों को तोड़कर कुतुब मीनार को बनाया गया था। पुलिस ने संगठन के कुछ लोगों को हिरासत में ले लिया है। यह प्रदर्शन उस समय हुआ है, जब ताज महल को तेजो महालय बताकर उसके 22 कमरे खुलवाकर जांच कराने की मांग को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में याचिका दाखिल की गई है।यूनाइटेड हिंदू फ्रंट के कार्यकर्ताओं ने कुतुब मीनार के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ किया, जिसके बाद पुलिस ने उन्हे हिरासत में लिया।
यूनाइटेड हिंदू फ्रंट ने कहा- मीनार में पूजा करने की मिलनी चाहिए इजाजत
यूनाइटेड हिंदू फ्रंट के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जयभगवान गोयल ने दावा किया है कि कुतुब मीनार को 27 जैन और हिंदू मंदिरों को तोड़कर बनाया गया था। परिसर में मौजूद हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियों का जीर्णोद्धार होना चाहिए और हिंदुओं को परिसर में पूजा करने की इजाजत मिलनी चाहिए।
विश्व हिंदू परिषद ने भी कुतुब मीनार को बताया था विष्णु स्तंभ
विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता विनोद बंसल ने पिछले महीने कहा था कि कुतुब मीनार असल में विष्णु स्तंभ है। कुतुब मीनार को 27 जैन और हिंदू मंदिरों को तोड़कर बनाया गया था। उन्होंने कहा था कि जो भी मंदिर तोड़े गए थे, उनका पुनर्निर्माण किया जाए। इसके साथ ही हिंदुओं को कुतुब मीनार में पूजा करने की अनुमति दी जाए।
पूर्व BJP सांसद तरुण विजय भी उठा चुके हैं सवाल
BJP के पूर्व सांसद तरुण विजय भी कुतुब मीनार को लेकर कई सवाल खड़े कर चुके हैं। उन्होंने कहा था कि कुतुब मीनार परिसर में गणेश की उल्टी प्रतिमा है और एक जगह उनकी प्रतिमा को पिंजरे में बंद किया गया है, इससे हिंदुओं की भावनाएं आहत होती हैं। तरुण विजय ने कहा था कि गणेश मूर्तियों को या तो हटा दिया जाना चाहिए या उन्हें ‘सम्मानपूर्वक’ स्थापित किया जाना चाहिए।