खराब मौसम व कोहरे के चलते सुबह के समय यात्रा करना खतरनाक बन गया है। घने कोहरे ने देश के लगभग आधे हिस्से को अपनी चपेट में ले लिया है। सबसे बुरी मार उत्तर और मध्य भारत के क्षेत्रों पर पड़ी है। आम जनजीवन अस्त-व्यस्त है है। सुबह ज्यादातर क्षेत्रों में दृश्यता शून्य रही, जिससे हादसों की संख्या बढ़ गई। मंगलवार रात से बुधवार सुबह तक उत्तर प्रदेश से पंजाब व राजस्थान में हादसों में 17 लोगों ने जान गंवा दी। कम-से-कम 46 लोग घायल हैं, इनमें 38 यूपी से हैं। कोहरे ने आवाजाही की गति भी थाम दी। दिल्ली हवाईअड्डे पर घने कोहरे के कारण 12 उड़ानें डायवर्ट करनी पड़ीं, 110 से ज्यादा उड़ानों में देरी हुई। 50 ट्रेनें निर्धारित समय से देर से चलीं।घने कोहरे से हुए हादसों में सबसे ज्यादा 12 मौतें अकेले यूपी में हुईं। राजस्थान में तीन व पंजाब में दो पुलिसकर्मियों की जान चली गई।
मौसम विज्ञान विभाग ने उपग्रह से ली गई तस्वीरें जारी की हैं, जिनमें पूरे उत्तर भारत पर घने कोहरे की चादर बिछी नजर आ रही है। बुधवार सुबह 11:30 बजे ली गई तस्वीरों में पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तरी राजस्थान में घना कोहरा नजर आ रहा है। मौसम विभाग ने दोहराया कि अभी तीन से चार दिन तक राहत नहीं मिलने वाली। बुधवार सुबह 5:30 बजे के आंकड़ों के मुताबिक, पंजाब के अमृतसर में दृश्यता शून्य रही। पटियाला व श्रीनगर में 25-25 मीटर दृश्यता दर्ज की गई। यूपी के बरेली, लखनऊ व प्रयागराज में भी दृश्यता 25-25 मीटर रही, जबकि वाराणसी और राजस्थान के गंगानगर व दिल्ली के सफदरजंग में 50-50 मीटर दृश्यता रही। मौसम विभाग 50 मीटर तक की दृश्यता को शून्य मानता है।
यूपी में सबसे ज्यादा 12 मौतें
खराब मौसम व कोहरे के चलते सुबह के समय यात्रा करना खतरनाक बन गया है। घने कोहरे से हुए हादसों में सबसे ज्यादा 12 मौतें अकेले यूपी में हुईं। राजस्थान में तीन व पंजाब में दो पुलिसकर्मियों की जान चली गई।
एक्सप्रेसवे पर पिता-पुत्र ने गंवाई जान
लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर ट्रक से बाइक की टक्कर से पिता- पुत्र की मौत हो गई। वहीं, एक कंटेनर से स्लीपर बस की भिड़ंत के बाद दो बसों व दो कारों की टक्कर में एक महिला यात्री की मौत हो गई। 25 जख्मी हैं। बागपत में एक्सप्रेसवे पर ट्रैवलर ट्रक में घुस गई, जिसमें दो महिलाओं की मौत हो गई। मेरठ में स्कूटर पर सवार भाजपा के महानगर महामंत्री राजकुमार सोनकर को वाहन ने टक्कर मार दी, जिसमें उनकी मौत हो गई।
दृश्यता 50 मीटर से कम : दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय
हवाईअड्डे पर सुबह छह बजे से दोपहर 12 बजे तक दृश्यता 50 मीटर से भी कम रही। बुधवार सुबह रनवे न दिखाई देने से 12 उड़ानों को डायवर्ट किया गया। उधर, एअर इंडिया ने फॉगकेयर कार्यक्रम शुरू किया है, जिसमें यात्री बिना अतिरिक्त शुल्क के यात्रा की तिथि बदल या टिकट रद्द कर सकते हैं।