आजादी बचाओ आंदोलन, सक्रियता बढ़ाएगा
इन्दौर। बहुराष्ट्रीय कंपनियां अपनी पूंजी के बल पर समाज तथा विभिन्न राष्ट्रों पर आर्थिक रूप से कब्जा करना चाहती है। विश्व बैंक प्रोजेक्ट बनाती है, अपने पसंद के लोगों को ठेके दिलवाती है, ऋण भी देती है, फिर देश आर्थिक रूप से कर्जदार होते चले जाते हैं ।इसी चक्र के कारण भारत के किसानों की हालत खराब है। गरीबी और बेरोजगारी तेजी से बढ़ती जा रही है ,जिसके खिलाफ समाज के युवाओं को जागना पड़ेगा, अन्यथा आने वाली पीढ़ी हमें बहुत कोसेंगी।
उक्त बातें आज विभिन्न वक्ताओं ने विसर्जन आश्रम स्थित जीवनशाला में, आजादी बचाओ आंदोलन के प्रणेता बनवारी लाल शर्मा की पुण्यतिथि पर आयोजित चर्चा में व्यक्त की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डॉक्टर राजेंद्र शर्मा ने कहा कि प्रो बनवारी लाल शर्मा ने प्रकृति ,पर्यावरण, जल, जंगल के साथ ,आम आदमी की चिंता करते हुए आजादी बचाओ आंदोलन की शुरुआत की, महात्मा गांधी और आचार्य विनोबा भावे के विचारों के साथ देश के युवाओं को जोड़ा और एक नई जागृति का आंदोलन चलाया।
सोशलिस्ट नेता रामबाबू अग्रवाल ने कहा कि भारत स्वावलंबी, आत्मनिर्भर तथा स्वाभिमानी राष्ट्र बने, इसके लिए नागरिकों को बुनियादी सुविधाओं के साथ जल, जंगल ,जमीन पर स्थानीय नागरिकों को अधिकार मिले इसके लिए आजादी बचाओ आंदोलन की पुनः जरूरत है ।देश में बहुराष्ट्रीय कंपनियों के प्रोजेक्ट चलते हैं जहां पर हमारे स्थानीय इंजीनियर दिखलाई देते हैं, किंतु लाभ बहुराष्ट्रीय कंपनियां कमाती है, जिसके कारण ऊपरी स्तर पर तो चकाचौंध दिखाई देता है, वास्तव में समाज एवं राष्ट्र खोखला होते जा रहा है।
सोशलिस्ट पार्टी के नेता रामस्वरूप मंत्री ने कहा कि आम आदमी को ,शिक्षा, स्वास्थ्य ,रोजगार तथा आवास कुछ नहीं मिल पा रहा है। महंगाई तथा बेरोजगारी से समूचे देश के युवाओं में आक्रोश है ।युवा आंदोलन के लिए आगे आए।
बैंक आफिसर्स युनियन के नेता विजय दलाल ने कहा कि पूरा राष्ट्र गरीबी से परेशान है, कृषि की हालत खराब है ।आजादी बचाओ आंदोलन के माध्यम से आर्थिक गुलामी के खिलाफ लड़ाई की जरूरत है।
सामाजिक कार्यकर्ता जयप्रकाश गुगरी ने कहा कि वर्तमान में देश विकट परिस्थितियों से गुजर रहा है, किंतु इन्हीं परिस्थितियों में युवाओं को जन चेतना जगाने के लिए आंदोलन का रास्ता चुनना पड़ेगा।
बैठक में शफी शेख़,फादर पायस ,रूपल अजबे, श्वेता गुप्ता, सौरभ गुप्ता, नर्मदा बचाओ आंदोलनव जनता श्रमिक संघ के राजकुमार दुबे, विष्णु गुप्ता, संदीप शर्मा ,विकास छाजेड़ ,अल्ताफ हुसैन निजामी ,प्रकाश पाठक, महेंद्र दुबे, राजू पवार आदि ने भी विचार प्रकट किए ।
अंत में श्वेता गुप्ता ने आभार व्यक्त किया।