Site icon अग्नि आलोक

अंजू रफाइल वापस भारत आना चाहती है, जबकि सीमा हैदर पाकिस्तान नहीं जाना चाहती

Share

एस पी मित्तल, अजमेर 

राजस्थान के अलवर क्षेत्र के भिवाड़ी में रहने वाली दो बच्चों की मां श्रीमती अंजू रफाइल इन दिनों पाकिस्तान में है। कहां जा रहा है कि अंजू अपने मुस्लिम मित्र नसरुल्ला से मिलने पाकिस्तान गई है। पाकिस्तान पहुंचने के बाद अंजू ने कहा है कि वह पासपोर्ट और वेद्य वीजा लेकर पाकिस्तान थोड़ा घूमने के बाद जल्द ही अपने देश लौट आएगी। अंजू ने कहा कि वे भिवाड़ी में अपने पति और बच्चों के साथ ही रहेगी। यानी पाकिस्तानी से लौटने के बाद भी अंजू को अपने देश में कोई खतरा नहीं है। भले ही वह अपने किसी पुरुष मित्र के साथ इधर-उधर घूमी हो। अंजू का पति भी उसे स्वीकारने को तैयार है। जबकि वहीं पाकिस्तान से आई सीमा हैदर वापस अपने देश लौटना नहीं चाहती है। सीमा हैदर का कहना है कि यदि उसे जबरदस्ती पाकिस्तान में धकेला गया तो कट्टरपंथी मुसलमान उसे जान से मार देंगे। सीमा हैदर भी अपने भारतीय पुरुष मित्र सचिन मीणा से मिलने नोएडा आई है। सीमा ने तो सचिन के साथ विवाह भी कर लिया है। हालांकि सुरक्षा की दृष्टि से भारतीय जांच एजेंसियों ने सीमा हैदर से पूछताछ की है। लेकिन अभी तक ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है, जिसमें सीमा हैदर को पाकिस्तान का जासूस माना जाए। अंजू और सीमा  के प्रकरण से भारत और पाकिस्तान के बीच के फर्क हो समझा जा सकता है। पाकिस्तान में जो हालात हैं, उन्हें सीमा हैदर भारतीय मीडिया में लगातार बता रही हैं। जबकि अंजू रफाइल पाकिस्तान में रहने के बाद भी अपने देश वापस आना चाहती है। भारत के किसी भी संगठन ने अभी तक अंजू की वापसी का विरोध नहीं किया है। जबकि पाकिस्तान में सीमा की वापसी का लगातार विरोध हो रहा है और विवाह के बाद तो सीमा को इस्लाम धर्म से खारिज कर दिया गया है। सीमा हैदर के भारत आने पर पाकिस्तान ने हिन्दू महिलाओं के अपहरण की घटनाएं सामने आई है। जबकि अंजू के पाकिस्तान जाने के बाद भारत में ऐसी कोई घटना नहीं हो रही। इससे भारत की सनातन संस्कृति की उदारता ही कहा जाएगा कि पाकिस्तान में मुस्लिम पुरुष मित्र से मिलने पर भी अंजू का भारत में कोई विरोध नहीं हो रहा है। अंजू बेधड़क अपने देश वापस आ सकती है। अंजू तो वेद्य पासपोर्ट और वीजा के माध्यम से पाकिस्तान गई है, जबकि सीमा हैदर तो अवैध तरीके से बिना वीजा के भारत में आई है। सीमा को एक माह से ज्यादा हो गया, लेकिन अभी तक भी अवैध उपस्थिति को लेकर सीमा के विरुद्ध कोई कानूनी कार्यवाही नहीं हुई है। 

Exit mobile version