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एक साल पहले की थी घोषणा…. लेकिन अभी तक एक भी स्व. मुख्यमंत्री की प्रतिमा नहीं लग पाई

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मंत्रालय में स्थापित की जानी है प्रदेश के स्वर्गवासी मुख्यमंत्रियों की प्रतिमा

भोपाल। सरकार ने करीब एक साल पहले मंत्रालय में प्रदेश के स्वर्गीय मुख्यमंत्रियों की प्रतिमा स्थापित करने की घोषणा की थी, लेकिन अभी तक एक भी स्व. मुख्यमंत्री की प्रतिमा नहीं लग पाई है। इस संदर्भ में अपर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन विभाग विनोद कुमार का कहना है कि दिवंगत मुख्यमंत्रियों की प्रतिमाएं लगाने के लिए पेडस्ट्रल बनकर तैयार हो चुके हैं प्रतिमाओं का निर्माण किया जा रहा है, जल्द ही इन्हें स्थापित कर दिया जाएगा।
गौरतलब है कि प्रदेश के दिवंगत मुख्यमंत्रियों की स्मृतियों को एक स्थान पर सहेजने और प्रदेशवासियों को इनसे रूबरू कराने के लिए राज्य शासन ने पिछले साल मंत्रालय परिसर में उनकी प्रतिमाएं लगाने का फैसला किया था। इसके लिए पिछले वर्ष जनवरी में अपर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन की अध्यक्षता में एक समिति बनाई थी। साल भर में मंत्रालय में भूतपूर्व मुख्यमंत्रियों की प्रतिमाएं लगाने के लिए पेडस्ट्रल ही बनकर तैयार हो पाएं, अब तक प्रतिमाएं नहीं लगाई जा सकी।
कोरोना संक्रमण के कारण देरी
अब तब मप्र के 14 मुख्यमंत्रियों का निधन हो चुका है। इनमें रविशंकर शुक्ला, भगवंतराव मंडलोई, कैलाशनाथ काटजू, डीपी मिश्रा, गोविंद नारायण सिंह, नरेशचंद्र सिंह, श्यामाचरण शुक्ला, प्रकाश चंद्र सेठी, कैलाश जोशी, वीरेंद्र कुमार सकलेचा, सुंदरलाल पटवा, अर्जुन सिंह, मोतीलाल वोरा और बाबूलाल गौर शामिल हैं। सामान्य प्रशासन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि कोरोना संक्रमण के कारण प्रतिमाओं की स्थापना में देरी हुई है। खास बात यह है कि प्रतिमाएं 14 स्वर्गवासी मुख्यमंत्रियों की लगाई जानी हैं, जबकि मंत्रालय परिसर में पेडस्ट्रल 34 बनाए गए हैं। मंत्रालय परिसर में एनेक्सी वीवी-1 और वीवी-2 के सामने इन सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों की प्रतिमाएं लगाने के लिए पेडस्ट्रल बनाए गए हैं।
मैटल की बनी प्रतिमाएं होंगी स्थापित
प्रदेश के गठन से लेकर अब तक मुख्यमंत्री रहे नेताओं में से 14 का निधन हो चुका है। इन सभी की प्रतिमाएं मंत्रालय परिसर में लगाई जाएंगी। इसके लिए ग्रेनाइट के पेडस्ट्रल बनाए गए हैं। इनके ऊपर मैटल की बनी प्रतिमाएं स्थापित की जाएंगी। इनकी स्थापना पर करीब एक करोड़ रुपए खर्च होंगे। मंत्रालय में कांग्रेस, भाजपा व अन्य सभी दलों से जुड़े दिवंगत मुख्यमंत्रियों की प्रतिमाएं लगाई जा रही हैं। इन प्रतिमाओं के नीचे इन भूतपूर्व मुख्यमंत्रियों के नाम, उनके कार्यकाल और कुछ खास उपलब्धियों का विवरण भी दर्ज किया जाएगा, ताकि यहां आने वाले आम नागरिक भूतपूर्व मुख्यमंत्रियों की कद-काठी, उनके कार्यकाल और विशेषताओं को जान सकें।
कैलाश जोशी के नाम पर हो आरओबी
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है। पत्र में देवास में सिविल लाइन मुख्य सड़क पर निर्माणाधीन रेलवे ओवर ब्रिज का नाम दिवंगत मुख्यमंत्री कैलाश जोशी के नाम रखने का आग्रह किया गया है। इसमें कहा गया है कि यह इलाका भूतपूर्व सीएम जोशी के जन्म स्थान क्षेत्र में आता है, इसलिए उनकी यादों को चिरस्थाई बनाए रखने के लिए आरओबी का नाम स्व. जोशी जी के नाम पर रखा जाए।

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