चीन के हांगझाऊ में जारी 19वें एशियन गेम्स में भारतीय खिलाड़ियों का जलवा कायम है। एक्वेस्ट्रियन यानि घुड़सवारी के टीम इवैंट में भारत ने गोल्ड मेडल अपने नाम किया है। ड्रेसेज टीम इवेंट में भारत के दिव्यकृति सिंह, हृदय विपुल छेड़ा, अंशु अग्रवाल और सुदीप्ती हाजेला ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पहला स्थान हासिल करने में कामयाबी पाई और गोल्ड मेडल अपने नाम किया।
भारतीय टीम ने 209.205 प्वाइंट्स हासिल करते हुए चीन को पछाड़ा। 204.882 प्वाइंट्स के साथ चीन दूसरे और 204.852 प्वाइंट्स के साथ हांगकांग तीसरे नंबर पर रहा। भारत को 41 साल बाद घुड़सवारी ड्रेसेज में गोल्ड मेडल मिला है। भारत ने इस इवेंट में आखिरी मेडल साल 1982 में जीता था। 1982 के खेलों में भारतीय घुड़सवारों ने इस खेल की तीन अलग-अलग स्पर्धाओं में गोल्ड जीता था। उसके बाद अब जाकर इन चार घुड़सवारों ने इतिहास रचा है।
भारत को चार दशकों के लंबे इंतजार के बाद घुड़सवारी में एशियाड का गोल्ड प्राप्त हुआ है जबकि ड्रेसेज टीम इवेंट में साल 1986 के बाद कोई पदक आया है। साल 1986 के सियोल एशियन गेम्स में भारतीय टीम को ब्रॉन्ज प्राप्त हुआ था। पिछली बार 2018 में हुए एशियन गेम्स में राकेश कुमार, आशीष मलिक, फवाद मिर्जा और जितेंदर सिंह की चौकड़ी ने टीम इवेंट में सिल्वर जीता था।
एशियाई खेल 2023 में भारत का प्रदर्शन अच्छा रहा है। पहले दिन देश को पांच और दूसरे दिन छह पदक मिले। पदक तालिका में भारत कुल 14 पदकों के साथ छठे स्थान पर है। भारत के पास तीन गोल्ड, चार सिल्वर और सात ब्रॉन्ज मेडल हैं। तीसरे दिन भी भारतीय खिलाड़ियों से कई पदकों की उम्मीद है।