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बाबा वेंगा की भविष्‍यवाणी: 2043 तक यूरोप में इस्‍लाम का बोलबाला हो जाएगा

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 बाबा वेंगा का नाम पूरी दुनिया में विख्‍यात है. मानव समाज को लेकर की गई उनकी कई भविष्‍यवाणियां पूरी तरह से सच साबित हुई हैं. उन्‍होंने अपने समय से शताब्दियों आगे के बारे में गणना कर सनसनीखेज भविष्‍यवाणियां की हैं. बुल्‍गारिया में पैदा हुईं बाबा वेंगा दृष्टिहीन थीं, लेकिन उनकी दूरदृष्टि का हर कोई कायल है. उन्‍होंने एक या दो नहीं, बल्कि कई सौ सालों के बारे में बता दिया है कि कब क्‍या होगा. कौन सी घटनाएं मानव समाज के हित में होंगी और कौन महाविनाश का कारण बनेंगी. उन्‍होंने यूरोप महादेश के बारे में भी बड़ी भविष्‍यवाणी की है. उनके अनुमानों की मानें तो अगला साल यानी 2025 यूरोप के लिए काफी महत्‍वपूर्ण होने वाला है.

बाबा वेंगा ने यूरोप के लिए चौंकाने वाली भविष्‍यवाणी की है. उन्‍होंने इस महादेश के लिए चौंकाने वाली बात कही है. बाबा वेंगा की मानें तो सल 2025 तक यूरोप की आबादी काफी कम हो जाएगी. इसके लिए दो वजहें उन्‍होंने बताईं. पहला, पर्यावरण संबंधी समस्‍याएं और दूसरा जियापॉलिटिकल इश्‍यूज. 2025 का आगमन हो जाएगा, ऐसे में बाबा वेंगा की यह भविष्‍यवाणी सच साबित होगी ऐसा जान नहीं पड़ता है. उन्‍होंने यूरोप के लिए एक और भविष्‍यवाणी की है. उनका कहना है कि साल 2043 तक ईसाई बहुल यूरोप में इस्‍लाम का बोलबाला हो जाएगा. क्रिश्चियन धर्म को मानने वालों की तादाद कम हो जाएगी. उनकी मानें तो यूरोप में मुसलमानों का वर्चस्‍व हो जाएगा. इससे कल्‍चरल वॉर छिड़ने की आशंका भी व्‍यक्‍त की गई है.

2100 में नई क्रांति
बाबा वेंगा ने साल 2100 के लिए भी कइ बातें कही हैं. अगर उनकी कही बातें सच साबित होती हैं तो 22वीं सदी कई मायनों में क्रांतिकारी होगा. बुल्‍गारियन भविष्‍यवक्‍ता का कहना है कि साल 2100 तक मानव समाज आर्टिफिशियल सन यानी कृत्रिम सूर्य बनाने में सफलता हासिल कर लेगा. इस तरह से इंसान पृथ्‍वी के उस हिस्‍से को भी रौशन कर सकेगा, जहां अभी अंधेरा छाया रहता है. अगर ऐसा होता है तो यह एक क्रांतिकारी परिवर्तन होगा. इंसान प्रकृति को चुनौती देते हुए एक और कदम आगे बढ़ा लेगा.

कौन थीं बाबा वेंगा
दुनिया वेंजेलिया पांडेवा गुश्टेरोवा को बाबा वेंगा के नाम से जानती है. उनका जन्‍म बुल्‍गारिया में हुआ था. उन्‍होंने भविष्‍य की बात बताने का दावा किया था. उनकी ओर से की कुछ भविष्‍यवाणियां सच भी साबित हुई हैं. बाबा वेंगा बचपन से ही दृष्‍ट‍िबाधित थीं. उन्‍होंने अपना अधिकांश जीवन बुल्गारिया के बेलासिका पहाड़ों के रूपाइट क्षेत्र में बिताया. 1970 और 1980 के दशक के अंत में वह पूर्वी यूरोप में अपनी दिव्यदृष्टि और पूर्वज्ञान की कथित क्षमताओं के लिए व्यापक रूप से जानी जाती थीं.

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