29 जनवरी को कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी ने जम्मू कश्मीर की राजधानी श्रीनगर के लाल चौक में तिरंगा झंडा फहराया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में कांग्रेस के कार्यकर्ता मौजूद रहे। राहुल गांधी ने जब तिरंगा फहराया तब उनकी बहन और कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी मौजूद थी। राहुल और प्रियंका के चेहरे पर खुशी देखी जा सकती थी। राहुल ने जब लाल चौक पर तिरंगा फहराया तब उन्हें भी सुखद अहसास हुआ होगा। क्योंकि जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने से पहले तक लाल चौक में तिरंगा फहराना बहुत मुश्किल होता था। श्रीनगर सहित जम्मू कश्मीर के अधिकांश क्षेत्रों में आतंकवाद के कारण कर्फ्यू जैसी स्थिति रहती थी। लालचौक पर हर समय सशस्त्र सुरक्षा बल तैनात रहते थे। जब कभी तिरंगा फहराने की जरुरत होती तब सुरक्षा बलों को विशेष इंतजाम करने पड़ते थे। लेकिन 29 जनवरी को राहुल गांधी ने सामान्य हालातों में लाल चौक पर तिरंगा फहराया। तिरंगा फहराने के समय जिस तरह कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की भीड़ रही उससे प्रतीत होता है कि अब जम्मू कश्मीर के हालात सामान्य हो रहे हैं। इन हालातों के मद्देनजर ही 30 जनवरी को कांग्रेस की ओर से श्रीनगर के शेरे कश्मीर स्टेडियम में एक जनसभा रखी गई है। इस जनसभा के साथ ही राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का समापन भी हो जाएगा। यात्रा के समापन पर कांग्रेस ने कई विपक्षी दलों के नेताओं को आमंत्रित किया है। इस सभा को राहुल गांधी भी संबोधित करेंगे। यहां यह उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी की यह यात्रा 7 सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई थी। 12 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों से गुजरते हुए यह यात्रा 29 जनवरी को श्रीनगर पहुंची है। इस यात्रा की दूरी 3 हजार 500 किलोमीटर मानी गई है। इसी वर्ष देश के 9 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। जिन राज्यों में चुनाव होने हैं, वहां से भी राहुल की यात्रा गुजरी है। देखना होगा कि राहुल की यात्रा का असर इन राज्यों के विधानसभा चुनाव पर कितना पड़ता है। अलबत्ता राहुल की यात्रा को लेकर कांग्रेस के कार्यकर्ता उत्साहित हैं।