एस पी मित्तल, अजमेर
भाजपा के सांसद रमेश बिधूड़ी 22 सितंबर को लोकसभा में बसपा सांसद दानिश अली के लिए जिन शब्दों का इस्तेमाल किया, उसकी जितनी निंदा की जाए उतनी कम है। लोकतंत्र में ऐसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। हालांकि बिधूड़ी के बयान पर केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और हरदीप पुरी ने खेद प्रकट कर दिया है, लेकिन विपक्ष खास कर कांग्रेस बिधूड़ी के बयान पर भाजपा और पीएम मोदी पर हमलावर है। बिधूड़ी का बयान सबका साथ, सबका विकास के प्रयासों पर पानी फेरता है। सब जानते हैं कि मोदी सरकार की योजनाओं पर कोई भेदभाव नहीं होता। योजनाओं का जो लाभ हिन्दू समाज को मिलता है, वही लाभ मुस्लिम, सिख, ईसाई समाज के लोगों को भी मिलता है। मुसलमानों की धार्मिक भावनाओं का ख्याल करते हुए न केवल हज यात्रियों की संख्या बढ़ाई गई बल्कि महिलाओं के लिए हज यात्रा को सरल भी बनाया गया। तीन तलाक पर बने कानून का फायदा भी मुस्लिम महिलाओं को मिल रहा है। मुस्लिम कारीगरों के हुनर को निखारने और देश दुनिया के बाजार में लाने के लिए भी मोदी सरकार ने उल्लेखनीय कार्य किए हैं। बिधूड़ी के बयान को लेकर राजनीति कर रहे विपक्षी के नेता भी जानते हैं कि देश में मुस्लिम समुदाय के लोगों का पूरा मान सम्मान मिला हुआ है। किसी भी स्थान पर कोई भेदभाव नहीं है। राजनीति होने का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी 22 सितंबर को ही बसपा सांसद दानिश अली के घर पहुंच गए और गले लगाकर सहानुभूति जताई। यह बात अलग है कि जब तमिलनाडु सरकार के खेल मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म को खत्म करने की बात कही थी, तब राहुल गांधी चुप रहे। राहुल ने आज तक भी उदयनिधि के बयान की निंदा नहीं की है। राहुल गांधी को यदि दानिश अली के बारे में बोले गए आतंकवादी और उग्रवादी शब्दों पर अफसोस है तो उन्हें सनातन धर्म को खत्म करने वाले बयान की भी निंदा करनी चाहिए। गंभीर बात तो यह है कि कांग्रेस के इंडियान गठबंधन में उदयनिधि की पार्टी डीएमके भी शामिल हैं। जहां तक सनातन धर्म के विशाल हृदय का सवाल है तो इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सनातन को मानने वाले लाखों लोग मुस्लिम सूफियों की दरगाहों और मजारों पर जाकर पूरी अकीदत के साथ जियारत करते हैं। असल में कोई भी सनातनी दूसरे धर्म के लोगों के साथ भेदभाव कर ही नहीं सकता। दो मंत्रियों के माफी मांगने के बाद भाजपा ने भी बिधूड़ी को नोटिस जारी कर दिया है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी विधूड़ी पर कार्यवाही कर सकते हैं। देश के लोगों को इस मुद्दे को अच्छी तरह समझने की जरूरत है।