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भाजपा की मध्य प्रदेश के लिए 39 उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी,कैलाश विजयवर्गीय इंदौर-1 से

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कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, प्रह्लाद पटेल, गणेश सिंह, राकेश सिंह, रीति पाठक और कैलाश विजयवर्गीय जैसे बड़े नामों को इस लिस्ट में जगह मिली है,बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय इंदौर-1 से चुनाव लड़ेंगे

भारतीय जनता पार्टी (BJP) के शीर्ष नेतृत्व ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव (MP Election 2023) के लिए 39 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की है। इस लिस्ट में कई चौंकाने वाले नाम शामिल हैं। मोदी कैबिनेट में शामिल नरेंद्र सिंह तोमर को भी इसबार विधानसभा चुनाव का टिकट दिया गया है। दिमनी सीट से तोमर चुनाव लड़ेंगे। 39 उम्मीदवारों की इस लिस्ट में छह सांसद भी शामिल हैं। जिसमें से तीन केंद्रीय मंत्री हैं। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, प्रह्लाद पटेल, गणेश सिंह, राकेश सिंह, रीति पाठक और कैलाश विजयवर्गीय जैसे बड़े नामों को इस लिस्ट में जगह मिली है। बता दें कि इससे पहले बीजेपी ने 17 अगस्त को 39 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की थी। आज जारी की गई लिस्ट के बाद कुल 78 उम्मीदवारों के नाम सामने आ गए हैं। पिछली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस खाते में 114, बीजेपी के खाते में 109, BSP को 2 सीटें, जबकि अन्य के खाते में 5 सीट आई थी।मैहर से नारायण त्रिपाठी की जगह श्रीकांत चतुर्वेदी, सीधी से केदार शुक्ला की जगह रीति पाठक, गाडरवाड़ा से जालम पटेल की जगह उनके भाई प्रह्लाद सिंह पटेल को टिकट दिया गया है.

मैहर से विधायक नारायण त्रिपाठी पर आरोप है कि वह लगातार पार्टी के खिलाफ काम कर रहे थे. वह विंध्य प्रदेश बनाने की मांग कर रहे थे. वहीं, केदार शुक्ला पर सीधी पेशाब कांड की सजा मिली है. दरअसल, सीधी कांड के आरोपी प्रवेश शुक्ला को केदार शुक्ला का करीबी बताया जाता है.

राकेश सिंह को भी विधायकी का टिकट

सांसद और लोकसभा में मुख्य सचेतक राकेश सिंह को जबलपुर की पश्चिम विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया गया है. ये कांग्रेस की मजबूत सीट है. लगातार दो चुनावों से बीजेपी पश्चिम सीट हार रही है. पूर्व वित्त मंत्री तरुण भनोत इस सीट से विधायक हैं. राकेश सिंह जबलपुर से चार बार के सांसद हैं. वह वीडी शर्मा से पहले बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भी थे. उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस नेता विवेक तनखा को हराया था.

कैलाश विजयवर्गीय को भी टिकट

कैलाश विजयवर्गीय को मैदान में उतारने के फैसले से 2018 में इंदौर-3 सीट से जीते उनके विधायक बेटे आकाश विजयवर्गीय को फिर से पार्टी का टिकट दिए जाने की संभावना कम हो गई है, क्योंकि बीजेपी आमतौर पर चुनाव में एक ही परिवार के सदस्यों को अपना उम्मीदवार बनाने से बचती है.

कई केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों को चुनाव मैदान में उतारकर, पार्टी ने विधानसभा चुनावों में कांग्रेस से कड़ी चुनौती मिलने के बीच राज्य में सत्ता बरकरार रखने की अपनी कोशिश को रेखांकित किया है. साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 114 सीट पर जीत दर्ज की थी, जबकि बीजेपी को 109 सीट मिली थी. हालांकि, कुछ विधायकों के बीजेपी में शामिल होने के बाद कांग्रेस सरकार गिर गई थी. मार्च 2020 में शिवराज सिंह चौहान के नए कार्यकाल के साथ बीजेपी सत्ता में लौटी थी.

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