एस पी मित्तल, अजमेर
वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव के मौके पर भी अजमेर उत्तर विधानसभा क्षेत्र से विधायक वासुदेव देवनानी का टिकट कटवाने के लिए अजमेर के भाजपा नेताओं ने बहुत जोर लगाया था, लेकिन देवनानी अपनी राजनीतिक चतुराई से भाजपा का उम्मीदवार बनने में सफल रहे। 2023 में टिकट अपने आप कट जाए, इसलिए 2018 में हराने की कोशिश भी की गई, लेकिन देवनानी भी तकदीर के धनी है, इसलिए 2023 में भी टिकट के प्रबल दावेदार हैं। हालांकि देवनानी हमेशा सक्रिय रहते हैं, लेकिन अपने प्रतिद्वंदियों की भाग दौड़ को देखते हुए देवनानी ने अपनी राजनीतिक सक्रियता और बढ़ा दी है। देवनानी ने 2003 में उदयपुर से आकर अजमेर में चुनाव लड़ा था, लेकिन फिर पीछे मुड़ कर नहीं देखा। 2018 में लगातार चौथी बार चुनाव जीत कर देवनानी ने अंगद की तरह अपने पैर अजमेर में जमा लिए। अब 75 वर्ष की उम्र में भी अजमेर का कोई भाजपा नेता देवनानी के पैर हिलाने या उखाड़ने की स्थिति में नहीं है। लेकिन देवनानी अपने हर प्रतिद्वंदी की चुनौती को गंभीरता से लेते हैं। उत्तर क्षेत्र में भाजपा के जितने भी दावेदार हैं, उनकी गतिविधियों पर देवनानी की पैनी नजर है। यदि किसी नेता को प्रदेश के किसी बड़े नेता की मदद होती है तो देवनानी जयपुर जाकर ऐसी मदद को बंद करवा देते हैं। चार बार विधायक होने और आरएसएस पृष्ठ भूमि की वजह से देवनानी का प्रदेश की राजनीति में भी दखल है। देवनानी की सक्रियता को देखते हुए ही भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने देवनानी को प्रदेश स्तर पर अनेक जिम्मेदारियां दे रखी हैं। देवनानी का भाजपा की राजनीति में कितना महत्व है, इसका अंदाजा कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान से भी लगाया जा सकता है। गहलोत जब कटाक्ष पूर्ण अंदाज में भाजपा में मुख्यमंत्री पद के दावेदारों के नाम गिनाते हैं, तब देवनानी का नाम भी शामिल करते हैं। ऐसे में देवनानी का उत्साहित होना स्वाभाविक है।
सुनील दत्त जैन:
देवनानी के सामने सबसे मजबूत दावेदार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अजमेर महानगर के संघचालक रहे और प्रमुख समाजसेवी सुनील दत्त जैन की मानी जार ही है। हालांकि जैन ने अपनी दावेदारी सार्वजनिक नहीं की है, लेकिन जिस तरह सामाजिक धार्मिक और राजनीतिक क्षेत्रों में जैन ने सक्रियता दिखाई है, उससे उनके इरादों का अंदाजा लगाया जा सकता है। जैन ने पिछले दिनों कुछ बड़े कार्यक्रम भी करवाए हैं। जनवरी के प्रथम सप्ताह में विवेकानंद संदेश यात्रा अजमेर आ रही है। इस यात्रा की व्यवस्था भी जैन के पास ही है। समाज में जैन की पहचान मृदुभाषी और मिलनसार की है। भाजपा के प्रादेशिक और राष्ट्रीय नेताओं के साथ मित्रतापूर्ण संबंध हैं। विवेकानंद संदेश यात्रा की तैयारियों की जानकारी मोबाइल नंबर 9829147270 पर सुनील दत्त जैन से ली जा सकती है।
धर्मेन्द्र गहलोत:
अजमेर नगर निगम के दो बार मेयर रहे धर्मेन्द्र गहलोत की नजर भी सामान्य वर्ग की सीट पर लगी हुई है। मेयर बनवाने में देवनानी का भी सहयोग रहा है, लेकिन राजनीति में हर व्यक्ति अपनी सफलता चाहता है। हालांकि देवनानी और गहलोत के बीच अच्छे संबंध हैं, लेकिन इन दिनों गहलोत भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया से सीधे संपर्क में है। गहलोत को भाजपा के स्थानीय निकाय प्रकोष्ठ का प्रदेश अध्यक्ष भी बनाया गया है। दस वर्षों तक मेयर रहने के कारण गहलोत की शहरभर में खासी पहचान है। कांग्रेस के पार्षद भी गहलोत के संपर्क में हैं। स्थानीय निकाय प्रकोष्ठ की प्रदेश स्तरीय गतिविधियों की जानकारी मोबाइल नंबर 8058933666 पर धर्मेन्द्र गहलोत से ली जा सकती है।
बीपी सारस्वत:
कोई छह वर्षों तक अजमेर देहात भाजपा के जिला अध्यक्ष रहे प्रो. बीपी सारस्वत की नजर भी उत्तर प्रदेश पर लगी हुई है। सारस्वत पूर्व में ब्यावर और नसीराबाद से इच्छुक थे, लेकिन इन दोनों क्षेत्रों में जातीय समीकरण ऐसे है किसी बनिया, वैश्य ब्राह्मण उम्मीदवार का जीतना मुश्किल हैं। प्रो. सारस्वत अजमेर उत्तर क्षेत्र के सिविल लाइन इलाके में वर्षों से निवास कर रहे हैं। प्रो. सारस्वत अजमेर स्थित एमडीएस यूनिवर्सिटी के वाणिज्य संकाय के विभागाध्यक्ष के पद से सेवानिवृत्त हैं। भाजपा की राजनीति में सारस्वत को पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का समर्थक माना जाता है। सारस्वत मौजूदा समय में एचपीसीएल तेल कंपनी के निदेशक भी हैं। मोबाइल नंबर 9414007655 पर बीपी सारस्वत से उनकी राजनीतिक गतिविधियों की जानकारी ली जा सकती है।
सुरेंद्र सिंह शेखावत:
सुरेंद्र सिंह शेखावत भाजपा के ऐसे दमदार नेता हैं जिन्होंने सार्वजनिक तौर पर उत्तर विधानसभा क्षेत्र से अपनी दावेदारी दिखाई है। भाजपा की जन आक्रोश रैली के जो बैनर लगाए गए उनमें शेखावत ने स्वयं को उत्तर क्षेत्र का सेवाभावी नेता बताया है। ऐसे फ्लैक्स और बैनर देवनानी के प्रभाव वाले क्षेत्र में ज्यादा लगाए गए हैं। शेखावत पूर्व में नगर परिषद के उपसभापति भी रह चुके हैं। शेखावत को भी पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का समर्थक माना जाता है। मोबाइल नंबर 9829071670 पर सुरेंद्र सिंह शेखावत से उनकी ताजा राजनीतिक गतिविधियों की जानकारी ली जा सकती है।
नीरज जैन:
नगर निगम के डिप्टी मेयर नीरज जैन भी उत्तर क्षेत्र से ही दावेदार हैं। जैन ने डिप्टी मेयर का टिकट भी जद्दोजेहद कर हासिल किया था। देवनानी जिन पार्षदों को डिप्टी मेयर बनाने चाहते थे, उनमें नीरज जैन का नाम शामिल नहीं था। हालांकि बाद में देवनानी ने भी जैन के नाम पर सहमति जताई। डिप्टी मेयर के कारण नीरज जैन लगातार उत्तर क्षेत्र में सक्रिय हैं। जैन का हमेशा आक्रामक रुख रहता है। भाजपा के प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर के नेताओं से जैन का सीधा संवाद रहता है। मोबाइल नंबर 9414241415 पर नीरज जैन से राजनीतिक गतिविधियों की जानकारी ली जा सकती है।
कंवल प्रकाश:
भाजपा की राजनीति में हमेशा सक्रिय रहने वाले कंवल प्रकाश किशनानी ने 2018 में भी मजबूती के साथ अपनी दावेदारी जताई थी। लेकिन तब किशनानी को सफलता नहीं मिली। इस बार भी किशनानी अपनी दावेदारी जताने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। इस दावेदारी के कारण ही किशनानी को हर समय देवनानी के विरोध का सामना करना पड़ता है। लेकिन प्रदेश के कई भाजपा नेताओं के संरक्षण के कारण किशनानी की सक्रियता भाजपा में बनी रहती है। सिंधी समुदाय में भी किशनानी का खास प्रभाव है। मोबाइल नंबर 9829070059 पर कंवल प्रकाश किशनानी से राजनीतिक गतिविधियों की जानकारी ली जा सकती है।
सुभाष काबरा:
भाजपा के वरिष्ठ नेता सुभाष काबरा भी इन दिनों उत्तर क्षेत्र में सक्रिय हैं। भाजपा के प्रबुद्धजन प्रकोष्ठ के संभागीय प्रभारी और मैं भारत हंू अभियान से जुड़ी गतिविधियां सुभाष काबरा उत्तर क्षेत्र में करते रहते हैं। इस क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में काबरा की अच्छी पकड़ है। हाल ही में हुए एक समारोह में बड़ी संख्या में साधु संतों ने भी भाग लिया। ग्रामीण क्षेत्र की समस्याओं के समाधान में भी काबरा आगे रहते हैं। मोबाइल नंबर 9829071696 पर सुभाष काबरा से उनकी राजनीतिक और सामाजिक गतिविधियों की जानकारी ली जा सकती है।
ज्ञान सारस्वत :
ज्ञान सारस्वत अजमेर शहर में सर्वाधिक लोकप्रिय पार्षद हैं। सारस्वत ने पार्षद का चुनाव सर्वाधिक वोटों से जीतने का रिकॉर्ड भी बना रखा है। उत्तर क्षेत्र के वार्ड 3 से सारस्वत पार्षद है, लेकिन उनकी लोकप्रियता पूरे क्षेत्र में है। सारस्वत वार्ड के नागरिकों को अपने कार्यों के लिए नगर निगम अथवा अन्य किसी सरकारी दफ्तर में जाने की जरुरत नहीं होती, क्योंकि सारस्वत सभी जरूरतमंदों के कार्य घर बैठे ही करवा देते हैं। सारस्वत की इस लोकप्रियता से भाजपा के कई नेता ईष्र्या रखते हैं। सारस्वत ने डिप्टी मेयर के चुनाव में अपनी दावेदारी दिखाई थी, लेकिन अपेक्षित सहयोग नहीं मिलने के कारण सारस्वत डिप्टी मेयर नहीं बन सके। यही वजह है कि इस बार सारस्वत विधायक बनने के लिए अपनी मजबूत दावेदारी प्रस्तुत कर रहे हैं। मोबाइल नंबर 8058796562 पर ज्ञान सारस्वत से संवाद किया जा सकता है।
गजवीर सिंह चूंडावत:
एडवोकेट गजवीर सिंह चूंडावत भी उत्तर क्षेत्र से ही अपनी दावेदारी जता रहे हैं। हालांकि विधानसभा चुनाव में अभी 11 माह बाकी है, लेकिन चुंडावत ने प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर के नेताओं से संपर्क साधना शुरू कर दिया है। कहा जा रहा है कि चूंडावत को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बड़े पदाधिकारियों का भी सहयोग है। 2018 के चुनाव के समय भी चुंडावत ने अपनी मजबूत दावेदारी प्रस्तुत की थी, लेकिन तब उन्हें देवनानी के आगे सफलता नहीं मिल सकी। मोबाइल नंबर 9828518346 पर गजवीर सिंह चूंडावत की गतिविधियों की जानकारी ली जा सकती है।
हरीश गिद्वानी:
सामाजिक संस्था जनसेवा समिति के माध्यम से भाजपा नेता हरीश गिद्वानी (पेन वाले) भी उत्तर क्षेत्र में सक्रिय हैं। हालांकि भाजपा की राजनीति में गिदवानी को आगे बढ़ाने में विधायक देवनानी का भी सहयोग रहा है, लेकिन बदली हुई परिस्थितियों में गिदवानी अब खुद उत्तर क्षेत्र से विधायक बनना चाहते हैं। यही वजह है कि इस क्षेत्र में होने वाले सामाजिक धार्मिक और राजनीतिक कार्यक्रमों में गिदवानी की भूमिका रहती है। विधायक देवनानी की तरह दिवंगत व्यक्ति के परिवार में शोक संदेश भिजवाने में भी गिरवानी सक्रिय रहते हैं। मोबाइल नंबर 9783936973 पर हरीश गिद्वानी से उनकी सामाजिक और धार्मिक गतिविधियों की जानकारी ली जा सकती है।