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 *चौंका सकती है बीजेपी उम्मीदवारों की पहली लिस्ट,प्रज्ञा को हटाएंगे… शिवराज विदिशा, सिंधिया गुना से उम्मीदवार संभव!*

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_60-70 सांसद, कई मंत्रियों के भी कट सकते हैं टिकट…

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) अब लोकसभा चुनाव के लिए सहयोगी दलों के साथ सीट शेयरिंग से लेकर उम्मीदवारों के नाम तय करने तक, एक्टिव मोड में आ गई है. गुरुवार की देर शाम से शुक्रवार की अहले सुबह तक दिल्ली में बैठकों का दौर चला. बीजेपी बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह और संगठन महासचिव बीएल संतोष ने पहले राज्यों की कोर कमेटी के साथ बैठक कर संभावित उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा की तो वहीं इसके बाद प्रधानमंत्री आवास पर भी बैठक हुई जिसमें पीएम मोदी भी मौजूद थे. बाद में बीजेपी की सेंट्रल इलेक्शन कमेटी यानि सीईसी की बैठक हुई.

बताया जा रहा है कि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा का नाम पहली सूची में आ सकता है। सिंधिया को गुना या ग्वालियर और शिवराज को भोपाल या विदिशा से टिकट दिया जा सकता है। वहीं, वीडी शर्मा खजुराहो सीट पर लगातार दूसरी बार दावेदारी कर सकते हैं। 2019 में मध्य प्रदेश की 29 में से 28 सीटों पर भाजपा ने जीत हासिल की थी। छिंदवाड़ा सीट पर कांग्रेस नेता नकुल नाथ अपनी सीट बचाने में कामयाब रहे थे। 

मध्य प्रदेश से 24 नाम तय
मध्य प्रदेश की सभी 29 सीटों पर दावेदारों के पैनल बना लिए गए हैं। कुछ सीटों के लिए सिंगल नामों का पैनल गया है। मध्य प्रदेश में विदिशा से पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, गुना से ज्योतिरादित्य सिंधिया, खजुराहो से वीडी शर्मा, टीकमगढ़ से वीरेंद्र कुमार, मंडला से फग्गन सिंह कुलस्ते समेत 24 सीटों पर नाम लगभग तय हैं। इस बार भोपाल, इंदौर, ग्वालियर समेत कुछ सीटों पर चेहरे बदलने की चर्चा है। प्रदेश में करीब 30 प्रतिशत सांसदों के टिकट कट सकते हैं। 

नए और युवा चेहरों को मौका
भाजपा की रणनीति इस बार नए और युवा चेहरों को मौका देनी की है। इस बार चुनाव पार्टी के पक्ष में दिखाई दे रहा है। इस वजह से पार्टी युवा नेतृत्व को आगे बढ़ा सकती है। तीन से अधिक बार के सांसदों को कोई दूसरी जिम्मेदारी दी जा सकती है। भाजपा ने सात सांसदों को विधानसभा चुनाव लड़ाया था। इसमें से दो चुनाव हार गए थे। इनमें से कुलस्ते को फिर से टिकट दिया जा सकता है। वहीं, सतना विधानसभा चुनाव हारे गणेश सिंह का सीट संशय में है। पांच सांसदों ने विधानसभा चुनाव जीता और उनकी जगह किसी और को मौका दिया जा सकता है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने लोकसभा प्रत्याशियों की सूची को लेकर कहा कि एक-दो दिन के सूची जारी हो जाएगी। चुनाव समिति की बैठक हो चुकी है। बैठक में प्रत्याशी चयन पर चर्चा हो चुकी है।

किस शहर में किस नाम की चर्चा

बताया जाता है कि सीईसी की बैठक में एक-एक सीट को लेकर चर्चा की गई. बीजेपी ने हर एक सीट के हिसाब से रणनीति तैयार करने और हर सीट से उस नेता को टिकट देने का निर्णय लिया गया जिसके वहां से जीतने की संभावनाएं सबसे अधिक हों. अगर जीतने की स्थिति में दूसरे दल का नेता है तो उसे बीजेपी में लाने की कोशिश की जाएगी. इसके लिए बाकायदा राज्य और शीर्ष स्तर पर कमेटी भी बना दी गई है. जिन सांसदों का प्रदर्शन संतोषजनक नहीं रहा है, पार्टी इस बार उन पर दांव नहीं लगाएगी.

खबर है कि मोदी कैबिनेट की अंतिम बैठक 3 मार्च को होना है… इसी बीच राजनीतिक गलियारों में लोकसभा टिकट वितरण को लेकर कई अपुष्ट खबरें चलने लगीं… बताया जा रहा है कि विधानसभा चुनाव हार चुके फगन सिंह कुलस्ते और गणेश सिंह को फिर मिलेगा लोकसभा में पहुंचने का अवसर… केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को गुना से लड़वाया जाएगा… इसी तरह भोपाल से प्रज्ञा सिंह ठाकुर को भी घर बैठाने की खबरें हैं… उनकी जगह मामा यानी प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को भोपाल संसदीय क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी बनाया जाएगा… 29 में से 24 टिकट फाइनल होना बताए जा रहे हैं..!

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