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भाजपा के पुष्यमित्र इंदौर के नए महापौर, भाजपा को 64, कांग्रेस को 19 और दो वार्ड निर्दलीय को

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इंदौर

भाजपा के पुष्यमित्र भार्गव इंदौर के नए महापौर होंगे। उन्होंने कांग्रेस के संजय शुक्ला को 134294 वोटों से हराया। भार्गव को 592519 वोट मिले, जबकि संजय शुक्ला को 459562 ही मिले। महापौर पद के लिए कुल डाक मतपत्र 2629 मिले थे, इनमें से पुष्यमित्र भार्गव को 1337 संजय शुक्ला को 797 वोट मिले। जबकि 411 वोट रिजेक्ट किए गए। महापौर के वो​​​​​टों के लिए 32 राउंड की काउंटिंग की गई। इनमें इवीएम का एक भी वोट रिजेक्ट नहीं किया गया। जबकि 6032 वोट नोटा को भी मिले। भार्गव के चुनाव जीतने के बाद भाजपाइयों ने जमकर जश्न मनाया।

इंदौर में नगर निगम चुनाव में सभी वार्डों की स्थिति अब स्पष्ट हो गई है। शहर के 85 वार्डों में से 64 वार्डों में भाजपा और 19 पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की है। दो निर्दलीय भी पार्षद बने हैं। एआईएमआईएम और आम आदमी पार्टी को एक भी सीट नहीं मिली है। इससे पहले 2015 में हुए नगर निगम चुनाव में भाजपा को 65 सीटें मिली थीं। इस बार भाजपा-कांग्रेस को एक सीट का नुकसान हुआ है।

चुनाव जीतने के बाद पुष्यमित्र भार्गव को प्रमाण पत्र दिया गया। इस दौरान भाजपा के दिग्गज नेता भी मंच पर मौजूद थे। इनमें तीन पूर्व महापौर कैलाश विजयवर्गीय, कृष्णमुरारी मोघे और डॉ. उमाशशि शर्मा भी मंच पर मौजूद थे। सांसद सुमित्रा महाजन, भाजपा नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे, विधायक रमेश मेंदोला सहित कलेक्टर मनीषसिंह और पुलिस कमिश्नर हरिनारायणचारी मिश्र भी मौजूद थे।

जानिए किस वार्ड में कौन कितने वोट से जीता, किसे हराया

64 में भाजपा, 19 वार्डों में कांग्रेस जीती, 2 निर्दलीय के खाते में, सबसे बड़ी जीत वार्ड 78 में ओमप्रकाश आर्य की

संजय शुक्ला ने पुष्यमित्र को गले लगाकर दी बधाई

इंदौर नगर निगम चुनाव में मेयर पद के लिए हो रही मतगणना में भाजपा के पुष्यमित्र भार्गव लगातार बढ़त बनाए हुए हैं। हालांकि अभी भार्गव की जीत की अधिकृत घोषणा नहीं हुई है, लेकिन रूझानों को देखते हुए कांग्रेस के मेयर प्रत्याशी संजय शुक्ला ने अपनी हार स्वीकार कर ली है। नेहरू स्टेडियम में चल रही काउंटिंग के दौरान शुक्ला ने भार्गव को गले लगाकर जीत की बधाई दी। इससे पहले लगातार आ रहे रुझानों के दौरान शुक्ला खासे मायूस नजर आए।

काउंटिंग के दौरान समर्थकों के साथ बैठे कांग्रेस प्रत्याशी शुक्ला कुछ यूं मायूस नजर आए।

शुरुआत से ही बढ़त बनाने में कामयाब रहे भार्गव

भार्गव हर राउंड में कांग्रेस के अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी संजय शुक्ला पर लीड लेने और बनाए रखने में कामयाब रहे। उन्होंने राउंड दर राउंड अपनी बढ़त को न केवल बरकरार रखा बल्कि उसमें खासा इजाफा भी करते गए। नौ राउंड के बाद भार्गव 52 हजार मतों से आगे हो गए थे। यही बढ़त उनकी निर्णायक जीत में तब्दील होती नजर आ रही है।

राउंड दर राउंड ऐसे पिछड़ते गए शुक्ला

पहला राउंड – भार्गव को 25143 और शुक्ला को 23402 वोट मिले।

दूसरा राउंड – भार्गव को मिले 26549 और शुक्ला को 20198 वोट।

तीसरा राउंड – भाजपा के पुष्यमित्र को 26264 और कांग्रेस के शुक्ला को 20301 मत मिले।

चौथा राउंड – भार्गव को मिले 26502 और शुक्ला को मिले 18994 वोट।

पांचवां राउंड – भार्गव को 25680, शुक्ला को 19278 वोट मिले।

छठवां राउंड – भार्गव को मिले 25861, शुक्ला को मिले 22163 वोट।

सातवां राउंड – भार्गव को मिले 25523 और शुक्ला को मिले 20600 वोट

आठवां राउंड – भार्गव को 25661, शुक्ला को 18427 वोट मिले

नौवां राउंड – भार्गव को 26853 और शुक्ला को 18618 वोट मिले

9 राउंड के बाद भाजपा के भार्गव 52055 मतों से आगे।

भाजपा के पुष्यमित्र भार्गव को एक समर्थक ने महापौर चुनाव में लगातार लीड करते देख नेम प्लेट बनकार गिफ्ट की।

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