अमेरिका से शुरू हुआ बैंकिंग संकटअभी समाप्त नहीं हुआ है. विभिन्न सेक्टरों पर इसका प्रतिकूल असर देखा जा रहा है. हालांकि इस बैंकिंग संकट से कहीं-कहीं फायदा भी हुआ है. इससे फायदा पाने वाले नामों में ब्लैकरॉक प्रमुख है. बैंकिंग संकट से इस कंपनी को इतना फायदा हुआ है कि इसकी संपत्तियां मार्च 2023 तिमाही के दौरान भारत की जीडीपी के तीन गुणे से भी ज्यादा हो गई.
इतनी हो गई कुल संपत्ति
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस साल की पहली तिमाही के दौरान ब्लैकरॉक इंक की कुल प्रबंधित संपत्ति बढ़कर 9.09 ट्रिलियन डॉलर पर पहुंच गई. इसकी तुलना भारत की अर्थव्यवस्था के आकार से करें तो यह कई गुणा बड़ा साबित होता है. भारत की जीडीपी का साइज भी 3 ट्रिलियन डॉलर के अस-पास है. इसका मतलब हुआ कि बैंकिंग संकट से ब्लैकरॉक की संपत्ति इस कदर बढ़ी कि वह भारत की जीडीपी के 3 गुणे से ज्यादा हो गई.
कंपनी का नेटफ्लो रहा इतना
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में कई बैंकों के बंद होने से डिपॉजिटर्स सुरक्षित पनाह खोजने लगे हैं. इसके साथ ही शेयर व बॉन्ड बाजारों में तेजी आई है. इससे ब्लैकरॉक को खूब लाभ हुआ है. ब्लैकरॉक ने शुक्रवार को एक बयान में बताया कि उसके सभी फंड्स में नेट इनफ्लो 110 बिलियन डॉलर हो गया. कंपनी को सबसे ज्यादा 103 बिलियन डॉलर की रकम लंबी अवधि के निवेश उत्पादों में मिली. ऐसे उत्पादों में म्यूचुअल फंड और ईटीएफ शामिल हैं.
ऐसा रहा कंपनी का रिजल्ट
ब्लैकरॉक इंक न्यूयॉर्क मुख्यालय वाली एक निवेश प्रबंधन कंपनी है. मार्च तिमाही के दौरान कंपनी की प्रबंधित संपत्ति भले ही रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई हो, लेकिन इस दौरान कंपनी के मुनाफे में कमी आई है. तिमाही के दौरान कंपनी का शुद्ध मुनाफा 19 फीसदी कम होकर 1.1 बिलियन डॉलर पर आ गया. इस तरह ब्लैकरॉक का राजस्व सालाना आधार पर मार्च तिमाही में 10 फीसदी कम होकर 4.2 बिलियन डॉलर रह गया.
अभी रिकॉर्ड लेवल से इतना नीचे
मार्च तिमाही के दौरान ब्लैकरॉक की प्रबंधित संपत्तियों में करीब 500 बिलियन डॉलर की तेजी आई. ब्लैकरॉक की प्रबंधित संपत्ति अभी भले ही 9 ट्रिलियन डॉलर के पार निकल गई हो, लेकिन यह अभी भी अपने रिकॉर्ड स्तर से नीचे है. साल 2021 के अंतिम महीनों में ब्लैकरॉक की कुल प्रबंधित संपत्ति 10 ट्रिलियन के पार निकल गई थी.