बुरहानपुर। जिले के दरियापुर क्षेत्र में तेल पैकेजिंग इंडस्ट्रीज और पटाखा गोदाम के पास सुरक्षा खतरों को लेकर प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। लंबे समय से एक ही स्थान पर तेल की इंडस्ट्रीज और पटाखा गोदाम संचालित हो रहे थे, जिनकी सुरक्षा स्थिति को लेकर प्रशासन को गंभीर चिंता थी। गुरुवार को प्रशासनिक अफसरों की एक टीम ने मौके पर पहुंचकर इस तेल इंडस्ट्री को सील कर दिया और आगे की जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
गौरतलब है कि दरियापुर में स्थित प्रिया इंडस्ट्रीज, जो एक तेल पैकेजिंग यूनिट है, को अपर कलेक्टर वीर सिंह चौहान, बुरहानपुर एसडीएम पल्लवी पौराणिक और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों की टीम ने सील कर दिया। एडीएम वीर सिंह चौहान ने बताया कि यह इंडस्ट्री एक पटाखा गोदाम के पास स्थित थी, और दोनों के बीच की दूरी बहुत कम थी, जिससे किसी भी संभावित दुर्घटना का खतरा बढ़ सकता था। अधिकारियों का कहना था कि यह इंडस्ट्री संबंधित सुरक्षा मापदंडों और नियमों का पालन नहीं कर रही थी, और दस्तावेज भी सही नहीं पाए गए थे। इस कारण से इसे तत्काल प्रभाव से सील कर दिया गया है।
मुख्य बिंदु:
• बुरहानपुर के दरियापुर में स्थित प्रिया इंडस्ट्रीज को सुरक्षा कारणों से सील किया गया।
• फैक्ट्री पटाखा गोदाम के पास स्थित थी, जिससे दुर्घटना का खतरा था।
• प्रशासन ने फैक्ट्री के दस्तावेज़ों की जांच की और गुणवत्ता के सैंपल एकत्रित किए।
• प्रशासन ने कहा कि जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
• सुरक्षा के लिहाज से यह कार्रवाई की गई है, ताकि संभावित दुर्घटनाओं से बचा जा सके।
अफसरों ने दस्तावेजों की जांच और सैंपल एकत्रित किये
प्रशासन ने प्रिया इंडस्ट्रीज के खिलाफ कार्रवाई करते हुए न केवल फैक्ट्री को सील किया, बल्कि पैकेजिंग और तेल की गुणवत्ता की जांच के लिए सैंपल भी एकत्र किए हैं। इस जांच में खाद्य और औषधि प्रशासन विभाग की टीम भी शामिल थी, जो फैक्ट्री में उत्पादित तेल और पैकेजिंग की गुणवत्ता का आकलन करेगी। इसके अलावा पुलिस और राजस्व विभाग के अधिकारी भी इस टीम में शामिल थे।
एडीएम वीर सिंह चौहान ने कहा, यह कदम सुरक्षा के मद्देनजर लिया गया है। चूंकि दस्तावेज़ों का सही मिलना संभव नहीं हो पाया और सुरक्षा मानकों का उल्लंघन पाया गया, इसलिए फैक्ट्री को सील कर दिया गया है। जांच के बाद हम आगे की कार्रवाई करेंगे।
संभावित दुर्घटना का अंदेशा
दरियापुर क्षेत्र में पटाखा गोदाम और तेल इंडस्ट्री के पास होने से किसी भी प्रकार की दुर्घटना की संभावना जताई जा रही थी। पटाखों के गोदाम के पास तेल की फैक्ट्री होना एक बड़ा सुरक्षा खतरा बन सकता था, क्योंकि तेल और पटाखे दोनों ही अत्यधिक ज्वलनशील पदार्थ होते हैं। इससे किसी भी अप्रत्याशित दुर्घटना की स्थिति उत्पन्न हो सकती थी, जिसे देखते हुए प्रशासन ने इस स्थान को सील करने का फैसला लिया।
आम लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित हो
इस तरह की फैक्ट्रियों के संचालन के लिए पूरी सुरक्षा व्यवस्था और नियामक प्रक्रियाओं का पालन करना जरूरी है। जहां भी इस तरह की खतरनाक परिस्थितियां उत्पन्न हो रही हैं, वहां जल्द ही कार्रवाई की जाएगी ताकि आम लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। जांच प्रक्रिया के बाद यदि कोई अनियमितताएं सामने आती हैं, तो उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी और फैक्ट्री के संचालन को लेकर नए दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे।
– पल्लवी पौराणिक, एसडीएम बुरहानपुर