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कोबाल्ट मशीन में रेडिएशन सोर्स में बदलाव करने से अब कैंसर मरीजों को एक मिनट में ही रेडिएशन ट्रीटमेंट

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इंदौर। कैंसर के मरीजों को अभी तक एक बार रेडिएशन ट्रीटमेंट देने में लगभग सात मिनट लगते आ रहे हैं, मगर अब मरीज को सिर्फ एक मिनट में रेडिएशन ट्रीटमेंट दिया जा सकेगा। यह सब सम्भव होने जा रहा है कैंसर फाउंडेशन इंदौर हॉस्पिटल की आईएमटीआर कोबाल्ट मशीन में रेडिएशन सोर्स में बदलाव करने की वजह से। इस कवायद के चलते न्यू रेडिएशन सोर्स के लिए अनुदान में मिले लगभग करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे है।

फाउंडेशन के एक्जीक्यूटिव कमेटी के सदस्य रोहन शर्मा ने बताया कि न्यू रेडिएशन सोर्स इक्यूपमेंट पार्ट बदलने के लिए भारत सरकार के परमाणु ऊर्जा विभाग ने इंदौर कैंसर फाउंडेशन हॉस्पिटल में इलाज कराने वाले मरीजों को सिर्फ 1 मिनट में रेडीएशन ट्रीटमेंट देने के लिए 96 लाख रुपए का अनुदान मंजूर किया है। इस राशि से मशीन में पुराने रेडिएशन सोर्स की जगह न्यू सोर्स ऑफ जनरेट रेडिएशन लगाया जाएगा।

हर रोज आते हैं 40 मरीज
कैंसर फाउंडेशन इंदौर के डॉक्टर दिग्पाल धारकर ने बताया कि राऊ में बने इस हॉस्पिटल में रेडिएशनथैरेपी ट्रीटमेंट लेने के लिए इंदौर जिले से लेकर धार, झाबुआ, खरगोन, नेमावर, आलीराजपुर सहित अन्य जिलों से हर दिन कैंसर के लगभग 40 मरीज आते हैं। एक मरीज को रेडिएशन ट्रीटमेंट देने में सात मिनट लगते हैं, मगर अब मशीन में न्यू सोर्स ऑफ रेडिएशन लगा देने के बाद जहां रेडिएशन ट्रीटमेंट देने में समय की बचत होगी, वहीं मरीजों को भी अपनी बारी आने के लिए लम्बा इंतजार नहीं करना पड़ेगा।

आखिर क्या है यह रेडिएशन ट्रीटमेंट
कैंसर के मरीजों में मौजूद कैंसर सम्बन्धित कोशिकाओं को नष्ट करने लिए हाईटेक कोबाल्ट मशीनों के माध्यम से मरीज को रेडिएशन ट्रीटमेंट दिया जाता है। इस ट्रीटमेंट से कैंसर की कोशिकाओं की बढ़ोतरी को भी धीमा किया जा सकता है।

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