मप्र में 1 जुलाई 2024 से कागजों में चेक पोस्ट भले ही बंद कर दिए गए हों, लेकिन जमीनी हकीकत इसके ठीक उलट है। जी हां, प्रदेश के तमाम चेक पोस्टों में अभी भी अवैध वसूली धड़ल्ले से जारी है। ये हम नहीं कह रहे, बल्कि प्रदेश सरकार में पूर्व मंत्री और वर्तमान विधायक भूपेंद्र सिंह का दावा है। भूपेंद्र सिंह ने परिवहन चेकपोस्ट को लेकर विधानसभा के शीतकालीन सत्र में अपने ही सरकार के खिलाफ ध्यानाकर्षण लगाया है।
गौरतलब है कि प्रदेश की मोहन यादव सरकार ने चेक पोस्टों पर हो रही अवैध वसूली को रोकने के लिए ही 1 जुलाई से इसे बंद करने का फैसला लिया था। जिससे ट्रक चालकों और उनके मालिकों को इससे राहत मिल सके। लेकिन प्रदेश में चेक पोस्टों पर वाहन चालकों से अवैध वसूली का गोरखधंधा अभी भी खूब फल फूल रहा है। सभी दस्तावेज होने के बावजूद ट्रक चालकों और मालिकों को अधिकारी एवं कर्मचारियों द्वारा चालान करने के नाम पर डरा धमकाकर अवैध रुप से वसूली की जा रही है। उगाही नहीं दिए जाने पर गुंडागर्दी की जाती है। कई-बार शिकायतों के बाद भी न तो अवैध वसूली रुकी है और न ही संबंधित विभागीय अधिकारी-कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
दोगुनी वसूली से फैली अव्यवस्था
पूर्व मंत्री के अनुसार परिवहन अमला और असामाजिक तत्वों की दोगुनी वसूली से अव्यवस्था की स्थिति बन रही है। असामाजिक तत्वों की मारपीट की घटनाएं बढ़ रहीं हैं। इस परिवहन चेकपोस्ट पर 24 घंटे स्थाई चैकिंग पॉइंट बनाकर की जा रहीं गतिविधियों की जांच हेतु मेरे द्वारा पूर्व में भी वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया है। मेरे विधानसभा क्षेत्र में इस तरह की जोर जबरदस्ती की गतिविधियों से जनप्रतिनिधि होने के नाते नागरिकों द्वारा मुझे समय बे समय परेशान किया जा रहा है। साथ ही सरकार के प्रति भी अनावश्यक दुष्प्रचार व अफवाहें फैलाई जा रहीं हैं। परिवहन चेकपोस्ट पर हो रही अनैतिक गतिविधियों अवैध वसूली और आपराधिक घटनाओं के कारण आम नागरिकों एवं परिवहन चालकों और मालिकों व परिवहन क्षेत्र से जुड़े नागरिकों में भारी आक्रोश है।
मालथौन चेकपोस्ट की पुरानी व्यवस्था
ट्रक ऑपरेटर एंड ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन इंदौर के अध्यक्ष सीएल मुकाती ने बताया कि चेक पोस्टों पर हो रही अवैध वसूली को रोकने के लिए सरकार ने भले ही इन्हें बंद करने का फैसला लिया था। लेकिन चेक पोस्टों पर वाहन चालकों से अवैध वसूली अभी भी की जा रही है। मुकाती ने कहाकि पूर्व परिवहन मंत्री रहे भूपेंद्र सिंह ने विधानसभा के शीतकालीन सत्र में अपने ध्यानाकर्षण में लिखा कि परिवहन चेकपोस्ट शासन आदेश के तहत 1 जुलाई 2024 से बंद कर दिए गए थे, लेकिन परिवहन विभाग द्वारा शासन के निर्णय के विरुद्ध जाकर मेरे विधानसभा क्षेत्र खुरई अंतर्गत मध्यप्रदेश उत्तरप्रदेश की सीमा पर स्थित मालथौन (अटा) चेकपोस्ट की पुरानी व्यवस्था को स्थायी रूप से चेकिंग पॉइंट बनाकर अनावश्यक रूप से चालकों एवं मालिकों से अवैध वसूली कर उन्हें परेशान किया जा रहा है।
चेक पॉइंट पर कटर तैनात
गौरतलब है कि 8 दिसंबर 2024 को अवैध वसूली से डरकर भाग रहा एक ट्रक पलट गया, जिस कारण बड़ी दुर्घटना होने से बची। यह ट्रक अपनी गति से जा रहा था कि अचानक चेक पॉइंट पर बिना ड्रेस में उपस्थित स्टाफ(कटर) द्वारा बैरिकेड्स लगा दिए गए और वह ट्रक अनियंत्रित होकर पलट गया और उसमें भरा सामान सडक़ पर फैल गया। घटना से प्रताडि़त होकर ट्रक ड्राइवर ने बिखरे सामान पर तेल डालकर अपना गुस्सा प्रकट करने का प्रयास किया गया। परिवहन आयुक्त मध्यप्रदेश द्वारा रोड सेफ्टी एंड इंफोर्समेंट चेकिंग पॉइंट प्रभारियों को जारी आदेश क्रमांक 47/टीसी/24 दिनांक 12/07/2024 में दिए गए दिशा-निर्देशों का खुलेआम उल्लंघन इस चेक पॉइंट पर किया जा रहा है। दिशा-निर्देशों में स्पष्ट उल्लेख था कि ट्रैफिक जाम न हो, मोटर यान अधिनियम के तहत ही शमन शुल्क वसूली हो, सडक़ दुर्घटनाओं की रोकथाम और स्टाफ उपस्थित हो, चेक पॉइंट की मुहर का ही उपयोग हो, अनुशासित व्यवहार हो।
भूपेंद्र सिंह ने अपने ध्यानाकर्षण में क्या लिखा
भूपेंद्र सिंह ने अपने अपने ध्यानाकर्षण में लिखा कि मालथौन अटा पॉइंट पर विगत तीन-चार माह से दिन-प्रतिदिन हो रहे जाम, विवाद से जनमानस परेशान है। पॉइंट पर पदस्थ अमले की वसूली और दुव्र्यवहार के कारण क्षेत्र में हमेशा तनाव की स्थिति बनी रहती है। मेरे क्षेत्र के इस स्थान पर आए दिन हो रहे चक्का जाम के कारण शासन विरुद्ध मानसिकता पनप रही है और असंतोष का वातावरण बन रहा है। परिवहन आयुक्त मध्यप्रदेश द्वारा रोड सेफ्टी एंड इंफोर्समेंट चेकिंग पॉइंट प्रभारियों को जारी आदेश क्र. 47/टीसी/24 दिनांक 12/07/2024 में दिये गये दिशा-निर्देशों का खुलेआम उल्लंघन इस चेक पॉइंट पर किया जा रहा है। दिशा-निर्देशों में स्पष्ट उल्लेख था कि ट्रैफिक जाम न हो, मोटर यान अधिनियम के तहत ही शमन शुल्क वसूली हो, सडक़ दुर्घटनाओं की रोकथाम हो, वर्दी में ही स्टाफ उपस्थित हो, चेक पॉइंट की मुहर (सील) का ही उपयोग हो, अनुशासित व्यवहार हो, कैशबुक और रोजनामचा संधारित हो, ई-चालान पीओएस मशीन इत्यादि हो। शासन की मंशानुरूप चेकपोस्टों को बंद किये जाने से जहां एक ओर ट्रक मालकों और चालकों में खुशी का वातावरण व्याप्त था, वहीं दूसरी ओर परिवहन विभाग की कार्यप्रणाली और यहां पदस्थ पॉइंट स्टाफ प्रभारी मीनाक्षी गोखले, पदस्य परिवहन आरक्षक रितु शुक्ला एवं रितु शुक्ला के भाई लोकेन्द्र शुक्ला की गतिविधियों से सरकार की छवि को धूमिल करने के प्रयास लगातार जारी हैं। इस पॉइंट पर तीन-चार माह में तीन बड़े चक्का जाम व अनेक विवाद के घटनाक्रम हो चुके हैं। परिवहन अमला के अलावा कुछ असामाजिक और आपराधिक तत्वों एवं तोमर ढाबा के संचालक आनंद तोमर के द्वारा भी इस क्षेत्र में समानांतर चेकपोस्ट चलाया जा रहा है। यहां की गतिविधियों के अनेक वीडियो फुटेज भी उपलब्ध हैं, परंतु पुलिस द्वारा भी कोई कार्रवाई नहीं की गई।