अग्नि आलोक

इज्तिमा का समापन आज,रब का हुकुम मानने से हासिल होता है सुकून

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भोपाल(ईएमएस)। इंसान दुनिया में सुकून हासिल करने के लिए हर तरह के असबाब तलाश करता रहता है, और उसकी यह तलाश मौत तक कायम रहती है, लेकिन सुकून हासिल नहीं होता, क्योंकि यह सुकून अपने रब का हुक्म मानने में है, उसकी इबादत में है। रब का हुक्म मिस्कीनो की मदद करना, जरुरतमंदो के काम आना, रब की राह में अपनी जान और माल खर्च करना है। यह याद रखो की दुनिया की चीजों से सुकून हासिल नहीं होता अगर मिलता भी है तो केवल कुछ वक्त के लिये उसके बाद फिर हालात बदलते है, और इंसान फिर नये सुकून की तलाश में जुट जाता है। यह बात 74 वें आलमी आलमी तब्लीगी इज्तिमा में शिरकत कर रहे उलेमाओ ने लाखो लोगो को रब का फरमान सुनाते हुए अपने बयानो में बताई। इज्तिमा के तीसरे दिन फज्र की नमाज के बाद मौलाना जमशेद ने अपनी तकरीर में कहां की इंसान अपने अंदर खुदा की मोहब्बत और खौफ पैदा कर ले तो उसका दीन पर चलना बेहद आसान है। इसके बाद उसके लिये दुनिया की सारी मुश्किल आसान हो जाती है, और उसे दुनिया के साथ ही आखिरत में भी कामयाबी हासिल होगी। धार्मिक समागम का समापन सोमवार को सामुहिक दुआ के साथ होगा, जिसमें करीब 10 लाख लोगो के शामिल होने की उम्मीद है।

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