अग्नि आलोक

बीजेपी की कार्यशाला में पहुंचीं कांग्रेस विधायक निर्मला सप्रे

Share

 मध्य प्रदेश में इन दिनों कांग्रेस की एक विधायक को लेकर सस्पेंस तेज है। वह बीजेपी के कार्यक्रम में शामिल होती हैं लेकिन अभी तक कांग्रेस से इस्तीफा नहीं दिया है। शनिवार को वह बीजेपी की कार्यशाला में शामिल हुईं लेकिन कहा कि वह बीजेपी की सदस्य नहीं हैं। इस मामले में सियासत तेज है।

भोपाल: मध्य प्रदेश की बीना विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक निर्मला सप्रे को लेकर सस्पेंस बना हुआ है। वह किस पार्टी में उन्होंने आज तक खुलकर इसका जवाब नहीं दिया। हालांकि वह शनिवार को बीजेपी प्रदेश कार्यालय पहुंचीं और यहां संगठन पर्व की कार्यशाला में शामिल हुईं। वहीं, बीजेपी ऑफिस से बाहर आने के बाद निर्मला सप्रे में ऐसा बयान दिया जिसके बाद सियासत तेज हो गई है। उन्होंने कहा कि मैंने अभी तक बीजेपी की सदस्यता नहीं ली है मैं बीजेपी की सदस्य नहीं हूं।

कांग्रेस के टिकट पर 2023 में विधानसभा का चुनाव जीती निर्मला सप्रे के शनिवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय पहुंचने पर सियासत तेज हो गई। बता दें कि लोकसभा चुनाव के दौरान निर्मला सप्रे 5 मई को मुख्यमंत्री मोहन यादव की चुनावी सभा में पहुंचीं थी। इसके बाद उन्होंने बीजेपी जॉइन करने की घोषणा की थी। इसके बाद से ही निर्मला सप्रे को लेकर सस्पेंस बना हुआ है।

मीडिया से चर्चा करते हुए विधायक निर्मला सप्रे ने कहा कि बीना के लोगों के हित में फैसला लूंगी। मुझे जनता ने चुना है और मैं जनता की विधायक हूं। जनता जो निर्णय लेने को कहेगी मैं वही करूंगी। किस पार्टी की विधायक हैं इस सवाल में निर्मला सप्रे ने कहा कि जल्द ही अच्छी खबर आने वाली है।

नेता प्रतिपक्ष ने की थी सदस्यता रद्द करने की मांग

निर्मला सप्रे को लेकर बीजेपी और कांग्रेस में उलझन की स्थिति है। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार यह मांग कर चुके हैं कि विधायक निर्मला सप्रे की विधानसभा सदस्यता को रद्द कर देना चाहिए। वहीं, निर्मला सप्रे को लेकर भी बीजेपी ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। इस मामले में बीजेपी के सीनियर नेताओं की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। फिलहाल निर्मला सप्रे को लेकर संस्पेंस की स्थिति बनी हुई है।

2023 में चुनाव चुनाव जीती थीं सप्रे

निर्मला सप्रे 2023 में कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव जीती थीं। निर्मला सप्रे ने बीजेपी के उम्मीदवार को हराया था। निर्मला सप्रे सागर जिले से कांग्रेस की इकलौती विधायक हैं। सागर जिले की आठ सीटों में से 7 सीटों पर बीजेपी को जीत मिली थी।

Exit mobile version