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सूर्यदेव नगर में निगम ने मंदिर तोड़ा हंगामा, पथराव; पार्षद धरने पर बैठे

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इंदौर

सूर्यदेव नगर के बी-सेक्टर में गार्डन के अंदर बने एक शिवमंदिर को नगर निगम के अमले ने बुधवार को भारी पुलिस बल की मौजूदगी में तोड़ दिया। इसकी जानकारी लगते ही क्षेत्र में बवाल मच गया। आक्रोशित जनता ने निगम की जेसीबी के कांच फोड़ दिए। वहीं स्थानीय पार्षद और एमआईसी सदस्य कार्यकर्ताओं के साथ गार्डन में ही धरने पर बैठ गए। उन्होंने कहा, अधिकारियों ने न तो जनप्रतिनिधियों को सूचना दी और न ही जनता को विश्वास में लिया। जनसुनवाई में आई शिकायत के बाद मनमाने तरीके से कार्रवाई कर दी।

उन्होंने मांग की कि जिम्मेदार अधिकारियों को जब तक निलंबित नहीं किया जाता वे धरने पर बैठे रहेंगे। महापौर ने जानकारी मिलते ही रिमूवल अमले काे फटकारा और भवन अधिकारी व भवन निरीक्षक पर कार्रवाई के निर्देश दिए। उधर, विहिप व बजरंग दल के कार्यकर्ता भी वार्ड 81 के इस गार्डन में पहुंचे। बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि भी मौके पर पहुंचे और मंदिर को दोबारा बनवाने की मांग की। रहवासियों ने क्षेत्र की दरगाह पर भी सवाल उठाए। इसके बाद पुलिस ने वहां फोर्स तैनात कर दिया है। कलेक्टर का कहना है कि जनसुनवाई में आवेदन आया था, जिसे निगम को भेजा गया था।

यह है मामला

मंदिर के गुंबद की छाया एक घर पर पड़ रही थी। यहां रहने वाली महिला ने परछाई से परेशानी बताते हुए जनसुनवाई में मंदिर की ही शिकायत कर दी। अधिकारियों से फोन भी लगवाया गया। कुछ देर बाद निगम का अमला पहुंचा और पूरा मंदिर तोड़ दिया गया।

पटेल नगर में सीएम को करनी पड़ी थी दोबारा निर्माण की घोषणा

पटेल नगर में बेलेश्वर महादेव मंदिर Ḥमें अतिक्रमण हटाने के नाम पर मंदिर तोड़ा गया था। दोबारा मंदिर बनाने की मांग के बाद सीएम को इसकी सार्वजनिक घोषणा करना पड़ी थी।

यह र्कारवाई बिलकुल गलत

जनप्रतिनिधियों को सूचना दिए बिना इस तरह की कार्रवाई करना बिलकुल गलत है। मैंने कार्रवाई के लिए कह दिया है। बीओ व बीआई को उस जोन से हटा रहे हैं।
– पुष्यमित्र भार्गव, महापौर

सरकार को बदनाम करने की कोशिश

जनता ने 10 से 100 रुपए तक दान देकर यह छोटा सा मंदिर बनवाया था। दो मिनट में इसे तोड़ दिया। इतना पुलिस फोर्स खड़ा कर दिया जैसे कोई आतंकवादी हमला हो रहा हो। यह सरकार को बदनाम करने की कोशिश है।
-अभिषेक शर्मा, एमआईसी सदस्य

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