भोपाल: मध्य प्रदेश कांग्रेस के सीनियर नेता और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने लोकसभा चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया है। दिग्विजय ने कहा कि मैं अभी राज्यसभा सांसद हूं और अभी मेरा दो साल का कार्यकाल बाकी है। बता दें कि अटकलें लगाई जा रही थी कि दिग्विजय सिंह को कांग्रेस इस बार लोकसभा चुनाव लड़ा सकती है। लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने नई रणनीति बनाई है जिसके तहत पार्टी के सीनियर नेताओं को चुनाव मैदान में उतारे जाने की योजना था लेकिन दिग्विजय सिंह ने इंकार कर दिया है।
दिग्विजय सिंह के इस बयान के बाद माना जा रहा है कि कांग्रेस को अपनी रणनीति पर फिर से बदलाव करना होगा। दिग्विजय सिंह के भोपाल या फिर राजगढ़ लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की अटकलें थी। दिग्विजय सिंह का गढ़ राघौगढ़, राजगढ़ लोकसभा सीट में ही आता है। दिग्विजय सिंह को 2020 में राज्यसभा भेजा गया था।
2019 के चुनाव में मिली थी हार
दिग्विजय सिंह ने 2019 का भी लोकसभा चुनाव लड़ा था लेकिन तब उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। 2019 में दिग्विजय सिंह को कांग्रेस ने भोपाल लोकसभा सीट से उतारा था वहीं बीजेपी ने साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को उम्मीदवार बनाया था। इस चुनाव में दिग्विजय सिंह को हार का सामना करना पड़ा था। दिग्विजय सिंह के लिए कम्प्यूटर बाबा और मिर्ची बाबा ने खास अनुष्ठान भी किए थे लेकिन वह चुनाव नहीं जीत पाए थे।
विधानसभा चुनाव में हुई थी हार
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार हुई थी। कांग्रेस के कई सीनियर नेता इस बार चुनाव हार गए हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि पार्टी सीनियर नेताओं को मैदान में उतारकर मुकाबले को रोचक बना सकती है। दिग्विजय सिंह के अलावा कमलनाथ और सुरेश पचौरी के भी लोकसभा चुनाव लड़ने की अटकलें लगाई जा रही हैं। हालांकि अभी तक पार्टी की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है।