- पटवारी ने लंबे इंतजार के बाद घोषित की अपनी टीम, कार्यकारिणी में 177 नेताओं को मिली जगह
भोपाल: मध्य प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनने के करीब 10 महीने बाद जीतू पटवारी ने अपनी नई टीम की घोषणा कर दी है। जीतू पटवारी की टीम में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के कई करीबियों को मौका दिया गया है। वहीं, कमलनाथ के बेटे को इस टीम में जगह नहीं मिली है। हालांकि पार्टी के सीनियर नेताओं को कार्यकारी सदस्य बनाया गया है। जीतू पटवारी ने अपनी टीम में 177 नेताओं को शामिल किया है। जिसमें से 21 महिलाओं को जगह दी गई है। 88 लोगों की बॉडी में 17 उपाध्यक्षों के साथ 71 महासचिव शामिल हैं और सूची बड़ी ही संतुलित नजर आती है। यहां महिलाओं को उचित प्रतिनिधित्व दिया गया है। क्षेत्र का भी ध्यान रखा गया है कि किसी भी क्षेत्र से प्रतिनिधित्व अछूता न रहे। दलित, आदिवासी, पिछड़े तथा अल्पसंख्यक इन सभी तबकों को राहुल गांधी की मंशा के अनुसार जीतू पटवारी ने अपनी कार्यकारिणी में समाहित किया।
सीनियर नेताओं को भी मौका
जीतू पटवारी ने अपनी टीम में कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, कांतिलाल भूरिया, अरुण यादव और विवेक तन्खा जैसे सीनियर नेताओं को कार्यकारी सदस्य बनाया है। जीतू पटवारी ने 17 उपाध्यक्ष, 71 महासचिव, 16 कार्यकारिणी सदस्य, 33 स्थाई आमंत्रित सदस्य और 40 विशेष आमंत्रित सदस्यों की टीम की घोषणा की है। जीतू पटवारी के टीम की घोषणा दिल्ली से की गई है। बता दें कि शीर्ष नेतृत्व की सहमति मिलने के बाद से ही अटकलें लगाई जा रही थीं कि जीतू पटवारी अपनी टीम घोषित कर सकते हैं।
जयवर्धन सिंह बने उपाध्यक्ष
प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी में 17 उपाध्यक्ष बनाए गए हैं। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह को एमपी कांग्रेस का उपाध्यक्ष बनाया गया है। दो महिला नेता हिना कांवरे और झूमा सोलंकी को भी पार्टी का उपाध्यक्ष बनाया गया है। जयवर्धन सिंह अभी राघौगढ़ विधानसभा सीट से विधायक हैं। कमलनाथ की सरकार में वह मंत्री भी रह चुके हैं। हालांकि उपाध्यक्ष में कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ को शामिल नहीं किया गया है।दिग्विजय सिंह का दबदबा
जीतू पटवारी की टीम में दिग्विजय सिंह का दबदबा देखने को मिला है। 17 उपाध्यक्ष में कई दिग्विजय सिंह के करीबी है। दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह के अलावा उनके करीबियों से एक प्रियव्रत सिंह, फूल सिंह बरैया, आरिफ मसूद समेत कई नेताओं को जगह दी गई है। वहीं, अरुण यादव के भाई सचिन यादव को भी प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया है। इसके अलावा पूर्व मंत्री सुरेन्द्र सिंह बघेल हनी को भी उपाध्यक्ष बनाया गया है।सीनियर नेताओं को लिए कमेटी
जीतू पटवरी की टीम में 16 सीनियर नेताओं को भी शामिल किया गया है। इन नेताओं को एक्जिक्टिव कमेटी का मेंबर बनाया गया है। दिग्विजय और कमलनाथ के अलावा इस टीम में कांतिलाल भूरिया, उमंग सिंघार, अरुण यादव, गोविंद सिंह, विवेक तन्खा, अजय सिंह राहुल भैया, मीनाक्षी नटराजन, कमलेश्वर पटेल, ओकार मरकाम और कुनाल चौधरी को शामिल किया गया है।
कोई जमीनी स्तर पर मजबूत है तो कोई कंप्यूटर का जानकार। आज के पदाधिकारी कल के चुनावी राजनीति के माहिर हो तथा आज के स्थापित नेता तो शामिल हैं। जो आज चुनावी नेता नहीं हैं वे भविष्य के नेता बन सकें, ऐसी मंशा जीतू पटवारी की इस कार्यकारिणी में दिखाई देती है। भविष्य की डेवलप की जानी वाली सेकंड, थर्ड और फोर्थ लाइन ऑफ लीडरशिप को ध्यान में रखा गया है। कुल मिलाकर यह कार्यकारिणी कल, आज और आने वाले कल को ध्यान में रखकर बनाई गई है। जीतू पटवारी की मुहर इसमें साफ नजर आती है।