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कांग्रेस में असंतोष और बगावत चरम पर,बड़े बदलाव की तैयारी

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विधानसभा और लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस में असंतोष और बगावत चरम पर है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के खिलाफ कई स्तरों पर विरोध के स्वर सुनाई दे रहे हैं। इस बीच कांग्रेस आलाकमान ने मप्र में संगठन का विस्तार करने का संकेत दे दिया है। 20 जुलाई को प्रदेश प्रभारी महासचिव जितेंद्र सिंह ने राजनीतिक मामलों की समिति की बैठक बुलाई है। इसमें वरिष्ठ नेताओं से चर्चा के बाद नई टीम की सूची को अनुमोदन के लिए केंद्रीय संगठन को प्रस्तावित कर दिया जाएगा। गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव के बाद आलाकमान ने प्रदेश अध्यक्ष तो बदल दिया, लेकिन संगठन का विस्तार अभी तक नहीं किया गया है। उधर मप्र युवा कांग्रेस में बड़ा बदलाव किया गया है।
बड़े चुनावों के निपटने के बाद अब मध्यप्रदेश कांग्रेस में बड़े बदलाव की तैयारी है। आने वाले दिनों में ब्लॉक से लेकर प्रदेश तक संगठन में नए चेहरे देखने को मिल सकते हैं। दरअसल, मप्र कांग्रेस कमेटी नई कार्यकारिणी के गठन में जुटी हुई है। 20 जुलाई को प्रदेश प्रभारी भंवर जितेन्द्र सिंह ने पॉलिटिकल अफेयर कमेटी की बैठक बुलाई है। इसमें वरिष्ठ नेताओं से चर्चा के बाद नई टीम की सूची को अनुमोदन के लिए केन्द्रीय संगठन को भेजा जाएगा। पिछले दिनों प्रदेश दौरे पर आए प्रदेश प्रभारी भंवर जितेन्द्र सिंह ने भी 15 दिनों में पीसीसी की नई कार्यकारिणी घोषित करने की बात कही थी। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि 20 जुलाई को होने वाली बैठक के बाद नई कार्यकारिणी सामने आ सकती है। कांग्रेस कमेटी में संगठनात्मक विस्तार के बीच पदों की लालसा रखने वाले नेताओं के बीच हर दिन विवाद की स्थिति बन रही है। एक दिन पहले ही प्रदेश महिला कांग्रेस की बैठक में सिंगरोली की पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मधु शर्मा और राष्ट्रीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष अलका लांबा के बीच विवाद सामने आया। वहीं कई नेता प्रदेश अध्यक्ष के खिलाफ लगातार बयानबाजी कर रहे हैं।
सभी संगठनों में होगा बदलाव
प्रदेश कांग्रेस के साथ-साथ सभी सहयोगी संगठनों में भी बदलाव होगा। युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को प्रदेश कांग्रेस में स्थान मिलेगा। वहीं, युवा कांग्रेस की नई टीम भी बनेगी। महिला कांग्रेस भी पदाधिकारियों के काम का आकलन करके संगठन में परिवर्तन करेगी। यूथ कांग्रेस में 45 विधानसभा अध्यक्ष की नियुक्ति की गई है। युवक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मितेंद्र सिंह यादव ने यह नियुक्ति की है। मप्र कांग्रेस के संगठन में दशकों बाद बड़ा बदलाव होने जा रहा है। इसमें पंचायत से लेकर प्रदेश स्तर तक युवा चेहरे दिखाई देंगे। पार्टी ने पीढ़ी परिवर्तन का संदेश तो जीतू पटवारी को प्रदेश अध्यक्ष, उमंग सिंघार को विधानसभा का नेता प्रतिपक्ष और हेमंत कटारे को उप नेता बनाकर दे दिया पर अब इसका विस्तार प्राथमिक इकाई तक किया जाएगा। मप्र में कांग्रेस का संगठन दशकों तक श्यामाचरण शुक्ल, अर्जुन सिंह, दिग्विजय सिंह, कमल नाथ के ईद-गिर्द घुमता रहा है। सभी नेता अपने समर्थकों को आगे बढ़ाते रहे। इसमें ऐसे कार्यकर्ता पीछे छूट गए जो किसी गुट मेंं नहीं, बल्कि वैचारिक रूप से कांग्रेस के साथ थे। पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने संगठन में युवाओं को आगे बढ़ाने की शुरुआत की। अरुण यादव, कमलेश्वर पटेल, जीतू पटवारी, उमंग सिंघार को केंद्रीय संगठन में जिम्मेदारी देकर आगे बढ़ाया और अब इसे और विस्तार दिया जा रहा है। दरअसल, विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद कार्यकर्ताओं में आई निराशा को दूर करने के लिए तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ को हटाकर चुनाव हराने के बावजूद जीतू पटवारी को प्रदेश अध्यक्ष बनाया। अब इसे और आगे बढ़ाने की तैयारी है। इसके लिए आगामी दो माह तक पंचायत से लेकर प्रदेश स्तर तक मंथन किया जाएगा। हर स्तर से फीडबैक लेकर नई टीम का खाका तैयार होगा। प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी जितेंद्र सिंह का कहना है कि हर स्तर पर चर्चा कर संगठन को मजबूत किया जाएगा। युवाओं को अनुभवी व्यक्तियों के मार्गदर्शन में आगे बढ़ाया जाएगा।
50 प्रतिशत युवाओं को मौका देने का फैसला
प्रदेश के नवनियुक्त और युवा प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने प्रदेश की नई कार्यकारिणी में 50 प्रतिशत से अधिक पद युवाओं को देने पर जोर दिया था , जिस पर अब सहमति बन चुकी है। गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव में पार्टी की हार के बाद पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ को पद से हटा दिया था। उनके स्थान पर युवा और अन्य पिछड़ा वर्ग से आने वाले जीतू पटवारी को संगठन की बागडोर सौंपने के साथ कमल नाथ द्वारा बनाई गई प्रदेश कार्यकारिणी को भंग कर दिया था। इसके बाद से अब तक प्रदेश कमेटी का गठन ही नहीं हो पाया है। पटवारी ने अपने स्तर से नाम प्रस्तावित भी किए थे, लेकिन केंद्रीय संगठन चाहता है कि सभी से विचार-विमर्श करने के बाद आम सहमति से कमेटी फाइनल की जाए। सूत्रों का कहना है कि राजनीतिक मामलों की समिति में उपचुनाव की तैयारी के साथ प्रदेश कांग्रेस की नई टीम को लेकर चर्चा की जाएगी। इसमें जिन नामों पर सहमति होगी, उनके नाम प्रस्तावित कर दिए जाएंगे। यह पहले ही तय हो चुका है कि कार्यकारिणी बड़ी नहीं होगी। पार्टी सूत्रों की माने तो नई कार्यकारिणी में हर वर्ग, हर क्षेत्र को साधने की कोशिश की जा रही है। यह पहले ही तय हो चुका है कि कार्यकारिणी बड़ी नहीं होगी। सभी वर्गों के साथ क्षेत्र का प्रतिनिधित्व रहेगा। युवाओं को 50 फीसदी से अधिक पद दिए जाएंगे। प्रदेश कांग्रेस द्वारा सभी पदाधिकारियों को न केवल कार्यक्रम दिए जाएंगे। बल्कि उन्हें प्रवास करके रिपोर्ट भी देनी होगी। यही व्यवस्था जिला इकाइयों में भी लागू होगी। युवा कांग्रेस, महिला कांग्रेस सहित पूरी कांग्रेस में जुलाई महीने में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। जीतू पटवारी प्रदेश कांग्रेस कमेटी के साथ ही महिला कांग्रेस, पिछड़ा वर्ग कांग्रेस, एससी-एसटी कांग्रेस, सभी विभाग प्रकोष्ठों में नई नियुक्तियां करेंगे। मुख्य कार्यकारिणी के साथ ही अब फ्रंट ऑर्गेनाइजेशन और विभागों, प्रकोष्ठों में बदलाव किया जाएगा।

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