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686 करोड़ की नशीली दवाएं पकड़ाईं:नेपाल बॉर्डर पर UP पुलिस और SSB ने इंटरनेशनल ड्रग रैकेट पकड़ा

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महाराजगंज

उत्तर प्रदेश पुलिस और सशस्त्र सीमा बल के जवानों ने मिलकर नशीली दवाओं की सप्लाई करने वाले इंटरनेशनल गिरोह पर बड़ी कार्रवाई की है। टीम ने मंगलवार को नेपाल बॉर्डर के पास यूपी के महाराजगंज जिले से 686 करोड़ रुपए की नशीली दवाएं जब्त की हैं।

ज्वाइंट टीम ने जमुई कला गांव के एक गोदाम में सर्च ऑपरेशन चलाया। यहां बड़ी तादाद में प्रतिबंधित नशीली दवाएं और ड्रग्स रखे गए थे। इसे नेपाल भेजने की तैयारी थी। SSB कमांडेंट मनोज कुमार और SP के मुताबिक मुख्य आरोप गोविंद गुप्ता मौके से फरार हो गया। उस पर 25 हजार रुपए का इनाम है। दूसरे आरोपी रमेश कुमार गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया गया।

प्रेस कांफ्रेंस कर घटना की जनाकारी देते SSB कमान्डेंट मनोज कुमार। उन्होंने ने बताया कि जब्त लेबल को शीशियों पर लगाकर दवाएं नेपालभेजी जाती थीं।

नशीली दवाओं में क्या-क्या मिला?
25 लाख नशीले इंजेक्शन, 2 लाख नशीले सिरप, 31 लाख कैप्सूल, टेबलेट के अलावा बड़ी तादाद में दवाओं के लेबल और रैपर भी मिले। इन लेबल्स को नशीली दवाओं पर लगाकर नेपाल और जिले के मेडिकल स्टोर्स पर भेजा जाता था।

जब्त सामान में इंजेक्शन डायजेपाम, सेराजेक और न्यूफिन, जबकि सिरप में कोल्ड्रीन, वोनरिक्स, कोरेक्स, एल्कोस शामिल हैं। अल्प्राजोलम, टॉक्सिविंन, नाइट्राजापम टेबलेट भी बरामद की गई हैं। जिलाधिकारी डॉ. उज्ज्वल कुमार के मुताबिक गिरोह के निशाने पर दोनों देशों के युवा थे। आसपास के जिलों के कुछ लोकल दुकानदार भी इनसे मिले हुए हैं।

मौके से पकड़ा गया ड्रग तस्करी का आरोपी रमेश कुमार गुप्ता।

सैकड़ों किमी का खुला बॉर्डर एसएसबी के लिए चुनौती
नेपाल से जुडी सैकड़ों किलोमीटर की खुली सीमा SSB के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। इस बॉर्डर पर ड्रग तस्कर एक्टिव हैं। बार्डर के दोनों तरफ के युवा नशीली दवाओं और इंजेक्शन की लत के शिकार हैं। हालांकि, इस कार्रवाई के बाद इनके इस्तेमाल पर कुछ हद तक रोक लग सकती है।

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