इंदौर रीजन के उज्जैन और ओंकारेश्वर में बढ़ते धार्मिक पर्यटन को लेकर मप्र राज्य पर्यटन विकास निगम ने इन दोनों स्थानों को संवारने और विकास करने के प्रयास तेज कर दिए है। महाराजवाड़ा के बाद उज्जैन के ही होटल ग्रैंड के अधिग्रहण के लिए पर्यटन विकास निगम तेजी से प्रयास कर रहा है। यहां के रिनोवेशन के लिए विभाग अब डीपीआर तैयार करवा रहा है।
कुछ महीनों पहले ही विभाग ने निगम के पास मौजूद होटल ग्रैंड के अधिग्रहण के लिए पत्र लिखा था, जिसके लिए आगे प्रयास करते हुए विभाग ने डीपीआर तैयार करने के लिए हेरिटेज कंसल्टेंट की तलाश शुरू की है। ये होटल साढ़े तीन एकड़ में है। विभाग के अधिकारियों के अनुसार, फिलहाल होटल ग्रैंड का अधिग्रहण नहीं मिला है, लेकिन उज्जैन के महत्व को देखते हुए आवश्यक भी है, इसलिए प्रयास तेजी से किए जा रहे है कि हमें जल्द से जल्द ये मिल जाए। इससे पहले हम डीपीआर तैयार करवाने की प्रक्रिया शुरू कर रहे हैं। हम कोशिश करेंगे कि इसके मिलने के बाद सिंहस्थ से पहले ये तैयार हो जाए। इसके अधिग्रहण के लिए विभाग लंबे समय से प्रयास कर रहा है। अगर ये प्रॉपर्टी पर्यटन विकास निगम के हिस्से आती है, तो इंदौर रीजन को एक और नया एवं उज्जैन को विभाग का पांचवा होटल मिलेगा।
इसी के साथ विभाग ने डीपीआर कंसल्टेंट ओंकारेश्वर के लिए भी बुलवाए है। यहां ओंकारेश्वर मंदिर परिसर और ममलेश्वर मंदिर परिसर को श्री महाकाल महालोक की तरह ही संवारा जाना है। अधिकारियों के अनुसार, यहां भी मुख्यमंत्री की विशेष रूचि के चलते कॉरिडोर बनाए जाने की योजना है।