Site icon अग्नि आलोक

महाराष्ट्र की सियासत में चल रहा है दुश्मनी का दौर, पुलिस, CBI, ED, IT, BMC बने ब्रह्मास्त्र

Share

मुंबई: राजनीतिक दलों के लिए महाराष्ट्र जैसे आपसी प्रतिद्वंद्विता के बजाय दुश्मनी का मैदान बन गया है। सूबे की सियासत में जैसे अदावत और रंजिश का दौर चल रहा है। कौन, कब, कहां किस पर भारी पड़ सकता है, इसके मौके तलाशे जा रहे। प्रतिस्पर्धा इन मौकों को तलाशने और भुनाने की है। राज्य की हर राजनीतिक पार्टी एक- दूसरे पर एक से बढ़कर एक आरोप लगाने में जुटी है। हर पार्टी अपने मातहत आने वाली जांच एजेंसियों को अस्त्रकी तरह उपयोग कर रही हैं। फिर चाहे वो ईडी हो, सीबीआई हो, इनकम टैक्स, पुलिस हो या फिर बीएमसी। इस सियासी रंजिश में अगर कोई पिस रहा है तो वो है राज्य की जनता। जिसने सरकार और विपक्ष को अपनी तकलीफों को दूर करने के लिए वोट दिया था। महाराष्ट्र पुलिस हो, राज्य का एंटी करप्शन ब्यूरो हो, या फिर केंद्रीय जांच एजेंसी हो, इन सभी को आपने इतना बिजी कभी नहीं देखा होगा जितना यह सब आजकल हैं।

महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी सरकार के तीनों घटक दल शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के ना सिर्फ नेताओं, मंत्रियों से पूछताछ हो रही है बल्कि उनके रिश्तेदारों को भी नहीं बख्शा जा रहा है। उनसे भी जमीन पर कब्जा, फ्रॉड, बैंक घोटाला, अवैध निर्माण को लेकर पूछताछ की जा रही है।

अधिकारियों पर भी शिकंजा
ऐसा नहीं है कि कार्रवाई का यह शिकंजा सिर्फ नेताओं और मंत्रियों पर चल रहा है। इस घेरे में महाराष्ट्र के कई नौकरशाह भी हैं। अफसरों के सामने यह मजबूरी है कि वह किस पार्टी के साथ जाएं। उनके सामने एक तरफ कुआं है और दूसरी तरफ खाई। बीजेपी के साथ जाते हैं तो राज्य की एजेंसियां आंख दिखाएंगी और अगर राज्य सरकार की बात मानते हैं तो फिर केंद्रीय जांच एजेंसियां पीछे पड़ेंगी।

अब तक इन पार्टियों के नेताओं से पूछताछ
1) महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक फिलहाल मुंबई की आर्थर रोड जेल में दाऊद इब्राहिम मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कैद हैं। उनके खिलाफ टेरर फंडिंग का आरोप लगाया गया है। प्रवर्तन निदेशालय ने उन्हें फरवरी महीने में 23 तारीख को गिरफ्तार किया था। वह एनसीपी के वरिष्ठ नेता है उन्हें 4 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।

2) महाराष्ट्र के दूसरे राज्य मंत्री और एनसीपी नेता प्रजक्त तानपुरे भी ईडी के शिकंजे में हैं। इनके ऊपर भी मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में जांच चल रही है। राम गणेश गडकरी सहकारी शुगरमिल की 26 करोड़ की जमीन को महज 12 करोड़ में मंत्री जी की कंपनी, प्रसाद शुगर एंड अलाइएड एग्रो प्रोडक्ट्स को देने का आरोप है।

3) महाराष्ट्र बीजेपी के पूर्व नेता और मंत्री रहे एकनाथ खडसे भी ईडी की जांच के घेरे में हैं। एकनाथ खडसे ने फिलहाल बीजेपी छोड़कर एनसीपी का दामन थाम लिया है। उनके खिलाफ पुणे भोसरी लैंड स्कैम मामले की जांच चल रही है। जिसमें ईडी ने कई बार उनसे पूछताछ भी की है।

4) शरद पवार और अजित पवार पर भी मनी लांड्रिंग का आरोप है। साल 2019 में ईडी ने चाचा और भतीजा को महाराष्ट्र कोऑपरेटिव बैंक लोन मामले में आरोपी बनाया था। हालांकि तब शरद पवार ने कहा था कि वो खुद ईडी दफ्तर आ रहे हैं। बाद में ईडी ने कहा था कि उनकी मौजूदगी की जरूरत फिलहाल नहीं है।

5) एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख भी फिलहाल जेल की सलाखों के पीछे हैं। उनके ऊपर भी मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगा है। देशमुख पर यह भी आरोप है कि उन्होंने मुंबई पुलिस के अधिकारी सचिन वझे के जरिए सैकड़ों करोड़ रुपए की वसूली करवाई और उसे फर्जी कंपनियों के जरिए अपने ट्रस्ट के खाते में ट्रांसफर करवाया।

6) महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री और एनसीपी नेता हसन मुशरिफ पर ईडी और इनकम टैक्स के शिकंजे में हैं। उनपर पर 100 करोड़ रुपये के गबन का आरोप है। उनके ऊपर कोल्हापुर की अप्पासाहेब नालवाड़े शुगर मिल के जरिये घोटाले का आरोप है।

7) मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साले श्रीधर पाटणकर पर भी हाल में ईडी ने कार्रवाई करते हुए उनकी तकरीबन सात करोड़ की संपत्ति को जब्त कर लिया था। वो श्रीसाईबाबा ग्राह्निर्मिति प्राइवेट लिमिटेड कंपनी चलाते हैं। पाटणकर पर आरोप है उन्होंने नंदकिशोर चतुर्वेदी के जरिये मनी लॉन्ड्रिंग की है। चतुर्वेदी पर फर्जी कंपनियां चलाने का आरोप है।

8) महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री और शिवसेना नेता अनिल परब भी ईडी और इनकम टैक्स विभाग के राडार पर है। उन पर भी मनी लांड्रिंग के आरोप हैं। इसी महीने इनकम टैक्स विभाग ने अनिल परब के कई ठिकानों पर छापेमारी की थी। परब पर यह भी आरोप है कि उनके विभाग के एक अधिकारी बजरंग खरमाटे के जरिए अधिकारियों के ट्रांसफर के नाम पर उन्होंने करोड़ों रुपए की उगाही करवाई है।

9) हाल में इनकम टैक्स विभाग ने शिवसेना नेता और पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे एक करीबी राहुल कनाल और सदानंद कदम के ठिकानों पर छापेमारी की थी। इन दोनों पर हवाला ऑपरेशन का आरोप है। सदानंद कदम शिवसेना नेता रामदास कदम के भाई हैं। वहीं राहुल कनाल को कई बॉलीवुड सेलिब्रिटीज का करीबी माना जाता है।

10) ईडी के निशाने पर शिवसेना की सांसद भावना गवली भी हैं। उन पर एक एनजीओ महिला उत्कर्ष प्रतिष्ठान ट्रस्ट को प्राइवेट प्राइवेट कंपनी में परिवर्तित करने का आरोप है। ईडी ने गवली के करीबी की मुंबई के नरीमन पॉइंट स्थित तकरीबन चार करोड़ की प्रॉपर्टी को भी जब्त किया है।

11) शिवसेना नेता और बीएमसी में स्टैंडिंग कमेटी चेयरमैन यशवंत जाधव और उनकी पत्नी यामिनी जाधव भी इनकम टैक्स विभाग के शिकंजे में हैं। हाल में उनपर भी आईटी की रेड हुई थी। उनके ऊपर आय से अधिक संपत्ति और बेमामी प्रॉपर्टी का आरोप है। उनकी 130 करोड़ की संपत्ति जब्त हुई थी।

12) शिवसेना के विधायक प्रताप सरनाईक पर भी ईडी ने दो दिन पहले कार्रवाई करते हुए उनकी 11 करोड़ 35 लाख की संपत्ति को ज़ब्त किया है।उनके ऊपर भी मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है। उनके ऊपर टॉप्स सिक्योरिटी को 175 करोड़ का ठेका दिलाने में भी 7 करोड़ रिश्वत लेने का आरोप है।

13) शिवसेना नेता आनंदराव अडसुल भी 980 करोड़ के सिटी कोआपरेटिव बैंक फ्रॉड मामले में आरोपी हैं। उनके दफ्तरों पर ईडी की टीम छापमेरी कर चुकी है। इस बैंक में आनंद और उनके बेटे अभिजीत डायरेक्टर हैं। इस मामले में बैंक के अधिकारियों ने ही शिकायत की थी। ईडी को लगता है कि अडसुल ने भी बैंक से लोन लिया है।

14) शिवसेना नेता रविन्द्र वायकर पर भी पैड के दुरुपयोग संपत्तियां इकट्ठा करने का आरोप है। उनके खिलाफ भी ईडी की जांच चल रही है। बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने उनपर आरोप लगाया था की साल 2014 में उद्धव ठाकरे और वायकर ने अलीबाग में संपत्ति खरीदी थी अपने पद का दुरुपयोग करते हुए।

15) महाराष्ट्र की विपक्षी पार्टी बीजेपी के नेता प्रसाद लाड भी मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा के आरोपी हैं। उन पर बीएमसी के कॉन्ट्रैक्ट को तोड़ने यानि ब्रीच ऑफ ट्रस्ट का आरोप है।

16) महाराष्ट्र बीजेपी के नेता और विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष प्रवीण दरेकर पर भी जांच चल रही है। उनके ऊपर आरोप है कि उन्होंने मुंबई बैंक में खुद को मजदूर बताते हुए अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ा और उसे जीता। इस मामले में पुलिस ने उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया है।

17) बीजेपी नेता मोहित कंबोज भी बृहन्मुंबई महानगरपालिका के अनुसार अवैध निर्माण के आरोपी हैं। इस बाबत बीएमसी ने उन्हें नोटिस भी भेजा था और उनके घर का मुआयना भी किया है। बीएमसी ने इसके पहले नारायण राणे के जुहू स्थित बंगले को भी नोटिस भेजा था और उन पर भी अवैध निर्माण का आरोप लगाया था।

18) बीजेपी नेता चंद्रकांत बावनकुले भी महाराष्ट्र की आर्थिक अपराध शाखा के आरोपी हैं। उनके ऊपर 2015 से साल 2018 मंत्री रहते हुए भ्रष्टाचार का आरोप है। इस मामले की जांच ईओडब्ल्यू कर रही है।

19) महाराष्ट्र बीजेपी के नेता और केंद्रीय मंत्री नारायण राणे भी बीएमसी के निशाने पर हैं। उनके ऊपर जुहू के बंगले पर अवैध निर्माण का आरोप है। फिलहाल यह मामला अदालत में विचाराधीन है। अदालत ने इस मामले में बीएमसी को सुनवाई करने का आदेश दिया है। इसके अलावा नारायण राणे और उनके बेटे नितेश राणे पर मालवणी पुलिस स्टेशन में दिशा सालियान के पेरेंट्स की तरफ से मुकदमा दर्ज करवाया गया है।

20) महाराष्ट्र के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी और पूर्व मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह पर हफ्ता उगाही का आरोप है। उनके खिलाफ एक पुलिस अधिकारी ने मामला दर्ज करवाया था। जिसमें आरोपों को हटाने के लिए उन्होंने पैसों की मांग की थी। फिलहाल परमबीर सिंह पर दर्ज सभी मुकदमों की जांच सुप्रीम कोर्ट द्वारा केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई को सौंप दी गयी है।

21) महाराष्ट्र के दूसरी वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी रश्मि शुक्ला के खिलाफ भी मुंबई और पुणे पुलिस जांच कर रही है। उनके ऊपर अवैध फोन टैपिंग का आरोप है। उनके ऊपर यह आरोप है कि शिवसेना और एनसीपी नेताओं के फोन उन्होंने बीजेपी नेताओं के इशारे पर टैप करवाए थे। हमले में रश्मि शुक्ला दो बार मुंबई के कोलाबा पुलिस स्टेशन में बयान दर्ज करवा चुकी हैं।

Exit mobile version