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प्रशासनिक अव्यवस्थाओं के चलते खाद के लिए जिले भर के किसान हो रहे परेशान

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डेढ़ सौ में से केवल 30सोसायटी को ही नगद खाद बिक्री की अनुमति, खाद के लिए किसानों की लंबी कतारें*

संयुक्त किसान मोर्चा ने सभी सोसाइटीयों को नगद खाद बिक्री की अनुमति देने की की मांग

इंदौर। प्रशासनिक अव्यवस्थाओं के चलते खाद की किल्लत से जुझने के लिए किसान मजबूर है । इंदौर जिले में रबी सीजन के लिए किसानों को यूरिया ,एनपीके और अन्य तरह की खाद के लिए जिला कलेक्टर ने नगद खरीदी हैतू डेढ़ सौ में से केवल 30 सोसायटीयों को ही अधिकृत किया है, जिसके चलते सोसायटीयों पर लंबी लाइन लग रही है और किसान खाद के लिए परेशान हो रहा है!
संयुक्त किसान मोर्चा के संयोजक रामस्वरूप मंत्री और बबलू जाधव ने बताया कि इंदौर जिले में लगभग 130 सोसाइटी हैं जिनमें से केवल 25 से 30 सोसायटीयों में किसानों को नगद खाद की व्यवस्था की गई है ।साथ ही किसानों को एक ही सोसाइटी में भीड़ होने के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ता है !सोसाइटी के जो किसान सदस्य नहीं हैं या डिफाल्टर हैं उन्हें रबी सीजन में खाद खरीदी के लिए जिला कलेक्टर मनीष सिंह ने प्रत्येक तहसील में चार या पांच सोसायटीयों को अधिक्रत किया है । जो किसानों के गांव से काफी दूर है इस कारण किसानों को खाद लेने के लिए इन सोसाइटी पर जाना पड़ेगा जो समय का भी नुकसान है तथा किसानों को आर्थिक नुकसान भी पहुंचा रहा है । इंदौर जिले में डेढ़ सौ के करीब सेवा सहकारी संस्थाएं हैं, अगर इन सभी को खाद वितरण के लिए अधिकृत कर दिया जाता तो किसानों को अपने गांव के समीप ही खाद उपलब्ध हो सकती थी, लेकिन जिला प्रशासन ने ऐसा ना करते हुए कुछ एक सोसायटीयों को ही अधिकृत किया है । जिसके चलते किसान अभी भी खाद की किल्लत से परेशान हैं।
संयुक्त किसान मोर्चा ने किसानों की परेशानी की ओर जिला प्रशासन का ध्यान आकर्षित करते हुए मांग की है कि इंदौर जिले की सभी सोसाइटी पर असदस्य किसानों और डिफाल्टर किसानों को खाद नगद में खरीदने की व्यवस्था की जाए


	
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