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*सरकारी खरीदी केन्द्रों पर किसानों के साथ हो रही है ठगी, प्रति क्विंटल 300 ग्राम सोयाबीन ज्यादा ली जा रही है*

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*खरीदी केंद्र पर अव्यवस्थाएं, किसान मोर्चा नेताओं ने खरीदी केंद्र का किया दौरा

*इंदौर ।समर्थन मूल्य पर सोयाबीन की सरकारी खरीदी चालू तो हुई है। लेकिन इसमें भी किसानों के साथ ठगी की जा रही है जहां किसानों से तोल में प्रति क्विंटल 300 ग्राम ज्यादा सोयाबीन लिया जा रहा है वही नमी जांच के मामले में भी किसानों को परेशान किया जा रहा है।

संयुक्त किसान मोर्चा के रामस्वरूप मंत्री, बबलू जाधव, शैलेंद्र पटेल और चंदन सिंह बड़वाया ने ग्राम जमालपुरा में मार्कफेड के खरीदी केंद्र का दौरा किया। किसानों से चर्चा की और वहां चल रही खरीदी तथा टोल की जांच भी की जिसमें कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं और स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है कि खरीदी केंद्र पर किसानों के साथ ही ठगी की जा रही है । खरीदी केंद्र पर अव्यवस्थाएं भी पेड़ फैलाए हुए हैं किसानों के लिए ना तो बैठने का कोई प्रबंध है और ना ही पेयजल जैसी जरूरी सुविधाएं भी ।

मार्कफेड ने जमालपुर स्थित वेयरहाउस को खरीदी केंद्र बनाया है लेकिन घोर असुविधाओं के बीच केवल एक कांटे पर किसानों का सोयाबीन तोला जा रहा है। पूरे दिन भर में केवल 10 से 12  ट्रालियों का ही तोल हो पा रहा है। किसानों को अपनी बारी आने के लिए पांच-पांच दिन का इंतजार करना पड़ रहा है। वही नमी की जांच के लिए जिस मशीन का उपयोग किया जा रहा है उसकी भी विश्वसनीयता पर भी सवाल उठ रहे हैं । क्योंकि एक ही ट्राली की सोयाबीन की नमी की जांच 5 मिनट की अंतराल से होने पर अलग-अलग नमी का प्रतिशत आ रहा है और इसके चलते कई किसानों की सोयाबीन नहीं खरीदी जा रही है। वहा मौजूद किसानों ने संयुक्त किसान मोर्चा नेताओं को बताया कि किसानों के साथ उपज खरीदी में मनमानी और लापरवाही हो रही है । इन्ही किसानों का कहना था कि जो किसान  नमी नापने वाले व्यक्ति को भेंट पूजा दे देता है ,उसकी सोयाबीन पास कर दी जाती है, जबकि अन्य किसानों को परेशान किया जाता है । इसी तरह से किसानों ने बताया कि खरीदी केंद्र पर अव्यवस्था के चलते 5-5 दिन में ट्रॉली नहीं तुल पा रही है टोकन देने का सिस्टम भी गलत है और ना ही ट्रालियों के आने का समय दर्ज किया जा रहा है जिसके चलते बाद में आने वाले किसान की सोयाबीन पहले तोल ली जाती है और पहले आने वाला इंतजार करते ही रह जाता है।

 किसान मोर्चा नताओं ने वेयरहाउस में एक कांटे पर चल रही तोल का भी निरीक्षण किया और पाया कि प्रति 50 किलो के कट्टे पर डेढ़ सौ से 200 ग्राम सोयाबीन ज्यादा तोला जा रहा है इस संबंध में प्रभारी अधिकारी से मोर्चा नेताओं ने सवाल किया  तो उनका कहना था कि कट्टे में पेक करते वक्त सोयाबीन ढूल जाती है इस कारण ही तोल में कुछ सोयाबीन ज्यादा ली जा रही है। 

संयुक्त किसान मोर्चा  के नेताओं ने कलेक्टर और कृषि विभाग के अधिकारियों से मांग कि है कि खरीदी केंद्र पर तोल और मोल में की जा रही ठगी को  तत्काल रोका जाए अन्यथा किसान मोर्चा को किसानों के हक में संघर्ष करना पड़ेगा जिसकी संपूर्ण जवाबदारी प्रशासन की होगी।

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