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लगातार बढ़ रही है कंप्यूटर इंजिनियरिंग की मांग

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इंजिनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी स्ट्रीम में कंप्यूटर इंजिनियरिंग की मांग लगातार बढ़ रही है। सबसे ज्यादा छात्र इसी स्ट्रीम में दाखिला ले रहे हैं। उच्च शिक्षा पर अखिल भारतीय सर्वेक्षण (AISHE) 2021-2022 में बताया गया है कि कंप्यूटर इंजिनियरिंग में 12,91,103 स्टूडेंट्स का नामांकन है जबकि दूसरे नंबर पर इलेक्ट्रॉनिक्स इंजिनियरिंग (6,05,023 स्टूडेंट्स) हैं। इस तरह से देखें तो कंप्यूटर इंजिनियरिंग में इलेक्ट्रॉनिक्स की तुलना में दोगुने से भी ज्यादा छात्रों के दाखिले हैं। देश भर के इंजिनियरिंग कॉलेजों में अब पहली पसंद कंप्यूटर इंजिनियरिंग को देखा जा रहा है और सर्वे रिपोर्ट से यह बात पूरी तरह से साबित हो रही है।

इंजिनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी स्ट्रीम में कुल 41.31 लाख स्टूडेंट्स का नामांकन है, जिसमें से 12.91 लाख कंप्यूटर इंजिनियरिंग की पढ़ाई कर रहे हैं। मकैनिकल इंजिनियरिंग में 5.74 लाख, सिविल इंजिनियरिंग में 4.64 लाख, इलेक्ट्रिकल इंजिनियरिंग में 3.75 लाख, इंफर्मेशन टेक्नोलोजी में 1.39 लाख, इंजिनियरिंग एंड टेक्नोलोजी में 1.17 लाख, आर्किटेक्चर में 78009 और केमिकल इंजिनियरिंग में 62789 छात्रों के दाखिले हैं। साइंस-टेक्नोलोजी-इंजिनियरिंग एंड मैथमैटिक्स (STEM) में ग्रैजुएशन, पीजी, एमफिल और पीएचडी स्तर पर 98.49 लाख छात्रों के नामांकन है, जिसमें से 56.56 लाख पुरुष और 41.93 लाख महिलाएं हैं।

डिस्टेंस एजुकेशन का बढ़ता दायरा: नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) के तहत लक्ष्य रखा गया है कि 2035 तक उच्च शिक्षा में छात्रों का कुल नामांकन (GER) 50 प्रतिशत तक हो। इसके लिए डिस्टेंस एजुकेशन पर भी फोकस किया जा रहा है। इसके लिए एक नई यूनिवर्सिटी भी बनाई जा रही है। डिस्टेंस मोड में अभी 45.61 लाख छात्र हैं, जिसमें से 64.7 प्रतिशत ग्रैजुएशन और 26.6 प्रतिशत पीजी कोर्स कर रहे हैं। ग्रैजुएशन में रेगुलर पढ़ाई करने वाले छात्रों की संख्या 28 लाख के करीब है, वहीं डिस्टेंस मोड में 30 लाख के आसपास छात्र रजिस्टर्ड हैं। पीजी में रेगुलर मोड में 10.99 लाख और डिस्टेंस मोड में 13.12 लाख छात्र पढ़ रहे हैं।

छात्र की स्किल्स पर निर्भर है प्लेसमेंट
करियर काउंसलर आलोक बंसल कहते हैं कि इस बात में कोई दो राय नही है कि कंप्यूटर इंजिनियरिंग की सबसे ज्यादा मांग है और ऐसे मामले भी हैं, जिसमें छात्र कंप्यूटर इंजिनियरिंग करने के लिए नामी संस्थानों में दूसरी स्ट्रीम में एडमिशन का चांस भी छोड़ रहे हैं। वे केवल कंप्यूटर कोर्स ही करना चाहते हैं। केवल कोर्स करने से ही इस बात की गारंटी नहीं होती कि कंप्यूटर साइंस वाले छात्र को बेहतर प्लेसमेंट या रोजगार के मौके मिल जाते हैं। बहुत से छात्रों की प्लेसमेंट नहीं हो पाती। बहुत कुछ छात्र की स्किल्स पर निर्भर करता है। कई बार उन संस्थानों के छात्रों को बहुत ही अच्छी प्लेसमेंट मिल जाती है, जिनका बहुत नाम नहीं होता।

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