Site icon अग्नि आलोक

पहले मरीज के परिजन को पॉजिटिव बताकर इंजेक्शन मंगवा लिया; बाद में बोले निगेटिव रिपोर्ट है बॉडी ले जाओ

Share

उज्जैन

देश के अलग-अलग राज्यों से कोरोना कहर की तस्वीरें सामने आ रही है। मध्य प्रदेश में भी हालत अन्य राज्यों की तरह ही है। कही ऑक्सीजन की कमी तो कही दवाई खत्म। अमूमन ये हर शहर का हाल है लेकिन इन सब के बीच कोरोना से जंग लड़ रहे मरीज और उनके परिजन सरकारी सिस्टम के खिलाफ किसी युद्ध से कम नहीं लड़ाई नहीं कर रहे है। उज्जैन में भी अस्पतालों में जगह नहीं है और जो मरीज भर्ती कर रहे है, उनको लेकर रोजाना हंगामे की स्थिति बन रही है। ऐसे में शनिवार को माधव नगर कोविड अस्पताल में उस समय हंगामा मच गया, जब एक मरीज को पहले पॉजिटिव और फिर निगेटिव बताकर कह दिया के डेड बॉडी ले जाओ। हंगामे के बाद पुलिस भी अस्पताल पंहुच गई। वार्ड में भर्ती मरीज नितेश अग्रवाल के परिजन ने पुलिस को बताया कि नितेश को पॉजिटिव बताकर इंजेक्शन मंगवा लिए।आज हमें कह रहे है कि आपका मरीज निगेटिव था उसकी लाश ले जाओ। पुलिस को यह बताते हुए मरीज के परिजन रोने लगता है।

कोविड पॉजिटिव मरीज की मौत होती है तो उसका अंतिम संस्कार के लिए परिजन को बॉडी नहीं दी जाती है। लेकिन यहां परिजनों को बॉडी सौंपी जा रही थी। इसके चलते परिजनों को निगेटिव बताकर बॉडी सौंपने की बात कही गई। इस पर गुस्साए परिजनों ने हंगामा कर दिया। परिजनों ने यह भी बताया कि डॉक्टर ने उन्हें बताया कि दो नाम में कन्फ्यूजन था इस कारण ऐसी स्थिति बनी।

अफसरों का कुछ भी बोलने से इनकार
जिस मरीज की मौत हुई है उसको माधव नगर के आई वार्ड में भर्ती किया गया था। रेमडेसिविर इंजेक्शन की वोटिंग लिस्ट में उसका नंबर चौथा था। सुबह तक वो बिलकुल ठीक था। उसने बाहर से दूध भी मांगा लेकिन जब अस्पताल के कर्मचारियों ने उसे बताया कि सभी मरीजों के लिए दूध आ चुका है। बस कुछ देर में आपको मिल जाएगा। इसके बाद मरीज लेट गया था और वह इसके बाद नहीं उठा। इस मामले में अस्पताल के डॉ भोज राज शर्मा सहित सीएमएचओ महावीर खंडेलवाल दोनों ने ही कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया है।

Exit mobile version