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तमिलनाडु में बाढ़ का तांडव जारी, आज भी स्कूल-बैंक बंद

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तमिलनाडु में पिछले दो दिनों से आसमान से पानी आफत बनकर बरस रहा है। हिंद महासागर में केप कोमिरन के पास चक्रवात बनने से राज्य के चार तटीय जिलों तिरुनेलवेली, तूतुकुड़ी, कन्याकुमारी और तेनकासी में 95 सेंटीमीटर (3 फुट) से ज्यादा पानी बरस चुका है। प्रदेश में बारिश की वजह से बिगड़ते हालात के बीच मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का समय मांगा है।

मौसम विभाग के मुताबिक, हिंद महासागर में केप कोमिरन के पास चक्रवात से तमिलनाडु के दक्षिणी जिलों में दो दिनों से बारिश हो रही है। सबसे ज्यादा 525 मिमी बारिश तूतुकुड़ी जिले में हुई है। वहीं, कोविलपट्टी में नदी व झीलों के ओवरफ्लो होने से दो झीलों में दरार आ गई हैं, जहां मरम्मत की जा रही है। बाढ़ के हालात को देखते हुए आपदा संभावित क्षेत्रों में एनडीआरएफ व स्थानीय आपदा राहत बल के 250 से ज्यादा जवानों को कन्याकुमारी, तिरुनेलवेली, तूतीकोरिन और तेनकासी जिलों में तैनात किया गया है।

अगले दो दिन राहत नहीं
मौसम विभाग के मुताबिक, प्रदेश में अगले 24 से 48 घंटे तक बारिश में राहत की संभावना नहीं है। तेज बारिश की वजह से धान के खेत, सड़कें और रिहायशी इलाके जलमग्न हो गए हैं। सरकार ने बारिश और बाढ़ से बचाव के लिए सेना, नौसेना और वायुसेना से मदद मांगी थी, जिसके बाद सेना के जवान और वायुसेना के हेलिकॉप्टर राहत और बचाव कार्य में जुट गए हैं। फिलहाल, बचाव और राहत अभियान के लिए 84 नौकाएं तैनात की गई हैं। इसके  अलावा 7,500 लोगों को बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों से निकाल सुरक्षित ठिकानों पर बनाए गए 84 राहत शिविरों में पहुंचाया गया है।

फंसे हुए हैं 800 यात्री
रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि बाढ़ के कारण तमिलनाडु के तूतुकुड़ी जिले में लगभग 800 रेल यात्री फंसे हुए हैं। तिरुनेलवेल्ली-तिरुचेंदूर खंड में श्रीवैकुंटम और सेदुंगनल्लूर के बीच यातायात को बंद कर दिया गया है। यहां रेलवे ट्रैक से कई जगह गिट्टियां बह गईं हैं। राजपलायम के पास एक आवासीय कॉलोनी में बारिश से हुए धंसाव की वजह से एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई। हालांकि, अधिकारियों ने मौत की पुष्टि नहीं की है।

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