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*अभी हम मौन ही रहेंगे आबकारी नीति शिक्षा नीति को लेकर*

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 बुरहानपुर :-  प्रदेश की पूर्व मुखिया उमा भारती के भारी विरोध और आहतो पर पत्थर चोट के बाद तत्कालीन मुख्य मंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा आबकारी नीति मे परिर्वतन कर दिए थे जिसमे महत्वपूर्ण निर्णय आबकारी दारू विक्रेता दूकान से आहातो को बंद करना महत्वपूर्ण था। दूसरी व्यवस्थाओं मे दारू दूकान से 100 मीटर की दूरी पर स्कूल, कॉलेज, का न होना। दुकान खुलने के समय से लेकर दुकान बंद करने का समय निर्धारित किया गया है। क्या दूकानो से आहते बंद है ? या कितनी दुकानों के अहाते बंद है किसी से छिपा नही है!

*दूध का धुला कौन*

बस स्टेंड से लेकर दस किलो मीटर की परिधि मे कितनी दुकानें संचालित हो रही और इन दुकानों पर आहातो की स्थिति क्या है ? न आबकारी विभाग से छिपा हुआ है न पुलीस महकमे से आहातो को नजर अंदाज कर अवैध होटलों के संचालन और इन संचालित होटलों से होने वाली आय के बारे मे जानकारी निकाले तो आंकड़े रोचक ही निकलेंगे। 

*प्रदेश की शिक्षा नीति*

आगामी 1मार्च से शिक्षा निति मे बदलाव के बाद आज से चार दिन बाद  स्कूल कालेजों का नया सत्र 2024 – 25 शुरु हो रहा है। यह दीगर बात है सूरज की लपट ने मौसम के मिजाज मे गर्मी का टेंपरेचर हाई कर दिया है। वावजूद स्कूलों का खुलना तय है। देखना यह है कितने प्राइवेट स्कूल मॉल मे तब्दील होते है!  हर बार नए शिक्षा सत्र मे एनसीआरटी बोर्ड की किताबो को लेकर  बात उठती है। महंगी किताबो के सेट, कपड़े, जूते, मोजे, स्कूल बैग की दुकान सजती है टीयूशन के लिए मास्टर,मास्टरनी भी मोल भाव कर बच्चों को कोचिंग के नाम पर बिकते सुने जाते है।और अंत मे शिक्षा महंगे दाम मासिक फीस मे बिकती है ! क्या चालु सत्र मे इस लूट मनमानी पर नकेल लगाई जाएगी?

इस सत्र मे यूनियन एजुकेशन मिनिस्टर ने न्यू स्कूल बैग पॉलिसी का निर्धारण की सिफारिशे की है। जिसमे मुख्यत स्कूल बैग का वजन कम करना, क्लास टू तक बच्चों को होमवर्क से मुक्त करना व इन बच्चों को स्कूल बैग से भी मुक्त रखना है। नए निर्धारण के अन्तर्गत बच्चों की क्लास उम्र और वजन के अनुपात से 10 प्रतिशत से अधीक का भार बच्चों पर लादा नही जाएगा। इसके पूर्व के सत्र मे बच्चे झुकी कमर से भारी बस्ते के बोझ को लादते स्कूल जाते देखे  जाते थे इस बार इस पर कितना अमलीय जामा पहनाया जाता है जॉच का विषय होगा! क्या सामाजिक संस्थान वजन मापदंड मशीन लेकर स्कूलों मे जायेगे ? या स्कूल प्रबंधक वेइंग मशीन स्कूलों मे लगवाएगे ? जिससे वजन और महंगी किताबो का कितना बोझ कम किया गया आकलन कर सके।

देखना है उमा भारती के कोप से शिवराज सिंह चौहान पूर्व मुख्य मंत्री की आबकारी नीति कितने प्रतिशत अनुशासित होती है और मुख्य मंत्री मोहन यादव जी के कार्यकाल में शिक्षा नीति मे कितना बदलाव पर कितना अमल हो पाता है।

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