मालवा निमाड़ में नए और पुराने चेहरों पर कांग्रेस का दांव, खंडवा सीट होल्ड पर
लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की चौथी सूची जारी कर दी गई है। इसमें 45 उम्मीदवारों के नाम का एलान किया गया है। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह राजगढ़ लोकसभा सीट, यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय वाराणसी से, इमरान मसूद सहारनपुर से, वीरेंद्र रावत हरिद्वार से और दानिश अली अमरोहा से चुनाव लड़ेंगे। कांग्रेस ने राजस्थान की नागौर सीट राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के लिए छोड़ी है।
मालवा निमाड़ के बड़े नेता सज्जन सिंह वर्मा, जीतू पटवारी, अरुण यादव, शोभा अेाझा, विजयलक्ष्मी साधौ अभी तक जारी सूचियों में उम्मीदवार के रुप में नजर नहीं आए। विधानसभा चुनाव हारने के बाद वर्मा, साधौ ने इस बार खुद को दावेदारी से दूर रखा। कांग्रेस ने मालवा निमाड़ की आठ में से सात सीटों पर उम्मीदवार तय कर दिए है। खंडवा सीट का टिकट होल्ड पर रखा है। अरूण यादव को खंडवा सीट से उम्मीदवार बनाया जाए, या उन्हें ज्योतिरादित्य सिंधिया के सामने खड़ा किया जाए। कांग्रेस यह तय नहीं कर पाई है। मालवा निमाड़ में कांग्रेस ने नए और पुराने चेहरों पर दांव लगाया है। पहली सूची में मालवा निमाड़ में तीन नए चेहरों को कांग्रेस ने मौका दिया। शनिवार रात जारी हुई सूची में इंदौर से अक्षय बम के रुप में कांग्रेस ने नया चेहरा आगे किया है बाकी दूसरी सीटों पर विधायक और पूर्व विधायकों को मौका दिया गया है।
विधायक महेश परमार को उज्जैन लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया गया है, जबकि पूर्व विधायक दिलीप सिंह गुर्जर को मंदसौर सीट से कांग्रेस ने उम्मीदवार बनाया है। इस सीट से मीनाक्षी नटराजन का नाम भी चर्चा में था, लेकिन वे इस बार चुनाव लड़ना नहीं चाहती थी। झाबुआ से कांतिलाल भूरिया फिर कांग्रेस के उम्मीदवार बने है। वे पहले भी इस सीट से सांसद रह चुके है और यूपीए शासनकाल में मंत्री भी रहे है।
बड़े नेता इस बार चुनाव मैदान से बाहर
मालवा निमाड़ के बड़े नेता सज्जन सिंह वर्मा, जीतू पटवारी, अरुण यादव, शोभा अेाझा, विजयलक्ष्मी साधौ अभी तक जारी सूचियों में उम्मीदवार के रुप में नजर नहीं आए। विधानसभा चुनाव हारने के बाद वर्मा, साधौ ने इस बार लोकसभा चुनाव में खुद को दावेदारी से दूर रखा। खंडवा सीट पर कांग्रेस अरुण यादव को उम्मीदवार बना सकती है। वे पहले भी इस सीट से सांसद रह चुके है।
सूची में मध्य प्रदेश की 12, उत्तर प्रदेश की नौ, तलिमनाडु की आठ, महाराष्ट्र की चार, राजस्थान की तीन, मणिपुर, जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड की दो-दो लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों के नाम का एलान किया गया है। इसके अलावा पश्चिम बंगाल, असम, छत्तीसगढ़, अंडमान-निकोबार और मिजोरम की एक-एक लोकसभा सीट के लिए भी उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी गई है।
वाराणसी से पार्टी ने अजय राय को मौका दिया है। इस सीट पर उनका सीधा मुकाबला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से होगा। इसके अलावा झांसी से प्रदीप जैन को टिकट दिया गया है। इसके अलावा देवरिया से अखिलेस प्रताप सिंह, बाराबंकी से तनुज पुनिया, अमरोहा से दानिश अली, कानपुर से आलोक मिश्र, सहारनपुर से इमरान मसूद, फतेहपुर से रामनाथ शिकरवार और बांसगांव से सदन प्रसाद पर पार्टी ने भरोसा जताया है। बता दें कि इंडिया गठबंधन के तहत कांग्रेस को प्रदेश में 17 सीटे मिली हैं।
एक भी महिला उम्मीदवार को टिकट नहीं
पार्टी ने एक भी महिला उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया, जबकि पार्टी का दावा था कि उदयपुर चिंतन शिविर में लिए गए फैसले के मुताबिक 50 फीसदी टिकट एससी, ओबीसी और महिलाओं को दिए जाएंगे। तय किए गए नौ उम्मीदवारों में तीन कुछ दिन पहले ही पार्टी में शामिल हुए हैं। सूत्रों का कहना है कि पहले दिन अमेठी और रायबरेली से उम्मीदवारों के नाम पर कोई चर्चा नहीं हुई। ऐसे में इन दोनों सीटों के उम्मीदवारों को लेकर निगाहें लगी हुई हैं।
रायबरेली-अमेठी पर नहीं खोले पत्ते
इस सूची में रायबरेली और अमेठी को लेकर खुलासा नहीं हुआ है। लंबे समय से इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि गांधी परिवार की इन पारंपरिक सीटों से कौन चुनाव लड़ेगा। मालूम हो कि सोनिया गांधी कुछ समय पहले राज्यसभा के लिए चुनी जा चुकी हैं। वह रायबरेली से सांसद थीं। तो वहीं 2019 के चुनाव में राहुल गांधी अमेठी से चुनाव हार चुके हैं।