जबलपुर
हैकर्स ने जबलपुर जिले के कलेक्टर कर्मवीर शर्मा का सोशल अकाउंट हैक कर लिया। जालसाज ने उनके जानने वालों के पास मैसेज कर अर्जेट बता कर पैसे मांग रहा है। कलेक्टर को इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने मैसेज कर लोगों को जालसाज के झांसे में फंसने को लेकर आगाह किया।
जालसाज ने आज 17 अप्रैल को कलेक्टर कर्मवीर शर्मा का सोशल आईडी हैक कर लिया। कलेक्टर के एक अधिनस्थ को मैसेज किया। पहले हाल लिया। फिर पूछा कि कुछ मदद चाहिए। फिर जालसाज पूछता है कि पेटीएम यूज करते हो। उधर से हां का रिप्लाई मिलते ही मैसेज करता है कि कुछ अमाउंट ट्रांसफर कर सकते हो। बिल्कुल सर! का मैसेज पाकर जालसाज ने 8000 हजार रुपए ट्रांसफर करने के लिए पोस्ट डाली। इसी पर अधिनस्थ का माथा ठनका।
8 हजार रुपए मांग कर फंस गया जालसाज
मैसेज कर पूछा कि सर आपको क्या जरूरत पड़ गई। उधर से फिर अर्जेंट है का रिप्लाई आया। फिर अधिनस्थ ने मैसेज किया कि आप तो इतनी बड़ी पोस्ट में है। इसके बाद अधिनस्थ ने कलेक्टर कर्मवीर शर्मा को कॉल कर इसकी पुष्टि की, तब उन्हें पता चल पाया कि किसी ने उनका अकाउंट हैक कर लिया है। कलेक्टर ने एसपी को इस मामले की सूचना दी है।
जालसाज का मैसेज।
कलेक्टर ने लोगों को किया आगाह, जालसाज के झांसे में न फंसे
कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने इसके बाद अपने सोशल अकाउंट पर पोस्ट डाली। लिखा कि विशेष सूचना कृपया ध्यान दें, किसी ने मेरी फेक ID बना कर लोगो से राशि की मांग की जा रही है। यह पूर्णतः गलत और भ्रामक है। सभी सावधान रहें और यदि ऐसी ID से कोई फ्रेंड रिक्वेस्ट आती है, तो उसे स्वीकार न करें।
आए दिन सोशल अकाउंट हैक होने की आ रही शिकायत
सायबर जालसाजों का यह फंडा बन चुका है। वे लोगों के नाम से फेक सोशल अकाउंट बनाकर पहले फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते हैं। इसके बाद अर्जेंट बता कर पैसे की डिमांड करते हैं। इससे पूर्व जालसाजों ने रादुविवि के कुलपति का भी सोशल अकाउंट हैक कर लिया था। सायबरल सेल के निरीक्षक विपिन ताम्रकार के मुताबिक किसी भी तरह के पैसे का भुगतान करने से पहले एक बार मोबाइल फोन लगाकर बात कर लें। कई लोग इस तरह के मैसेज के धोखे में पैसे ट्रांसफर कर देते हैं।