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गांधी विरासत के संवाहक थे गुदड़ी के लाल 

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वसुन्धरा फाउंडेशन द्वारा महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री जी को स्मरण करते हुए नमन किया गया। बीसवें पुस्तक मेले मे मीनूज किचन के स्टाल पर आयोजित एक सादे सुरुचिपूर्ण कार्यक्रम मे इन दोनो महापुरुषों को याद किया गया। वरिष्ठ कवि नरेश सक्सेना जी ने इस पहल का स्वागत किया और कहा कि गांधी का मार्ग ही हमारा पथप्रदर्शक है।उन्होंने कहा कि वसुंधरा फाउंडेशन द्वारा गांधी पर लगातार कार्यक्रम कराना प्रशंसनीय है।किस्सागोई के प्रमुख हस्ताक्षर हिमांशु बाजपेयी ने कहा कि शास्त्री जी सही मानो में गांधीवादी थे जिन्होंने गांधीजी की के संदेशों को अपने निजी और सार्वजनिक जीवन मे आत्मसात कर लिया था।आर्थिक विशेषज्ञ प्रभात त्रिपाठी ने कहा कि वसुंधरा फाउंडेशन और मीनूज किचन द्वारा पुस्तक मेले मे सरदार भगत सिंह, महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री जी की याद मे कार्यक्रम कराने की पहल बहुत अच्छी है।पुस्तक मेले मे आये बहुत से लोगों ने बापू और शास्त्री जी को नमन किया। 

इस अवसर पर वरिष्ठ साहित्यकार नरेश सक्सेना, हिमांशु बाजपेयी,संयोजक राकेश श्रीवास्तव,उमेश सिंह, ब्रजेश शुक्ला, रमाकांत श्रीवास्तव, अखिलेश श्रीवास्तव चमन,पवन यादव, प्रभात त्रिपाठी,धनंजय शुक्ला,हसन उस्मानी, सुजीत मंडल,ज्योति किरन रतन के अतिरिक्त लखनऊ कनेक्शन वर्ल्डवाईड के अनिल शुक्ला, नीरजा शुक्ला, राजीव सक्सेना आदि उपस्थित ।वसुंधरा फाउंडेशन की सचिव मीनू श्रीवास्तव ने सभी का आभार प्रकट किया।

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