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दावे के मुताबिक पुष्कर में नहीं जुटे गुर्जर

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एस पी मित्तल,अजमेर

12 सितंबर को पुष्कर के मेला मैदान पर दावे के मुताबिक गुर्जर समुदाय के लोग नहीं जुट पाए। राजस्थान में गुर्जर सहित पांच जातियों को अति पिछड़ा मानते हुए सरकारी नौकरियों में पांच प्रतिशत का विशेष आरक्षण दिलवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के अस्थि कलश का पुष्कर सरोवर में विसर्जन के अवसर पर 12 सितंबर को मेला मैदान में एक श्रद्धांजलि सभा भी रखी गई। पूर्व में आयोजकों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दावा किया था कि सभा में प्रदेश भर के पांच लाख गुर्जर जुटेंगे। लेकिन 12 सितंबर को पुष्कर का मेला मैदान भी पूरी तरह नहीं भर सका। इस मैदान की क्षमता करीब 70 हजार की है। आयोजकों ने जिन अतिथियों के आने संभावना जताई उनमें से अधिकांश नहीं आए। अलबत्ता कर्नल बैंसला के पुत्र विजय बैंसला ने कहा कि अति पिछड़ा वर्ग के मतदाता राजस्थान की 200 विधानसभा सीटों में से 75 सीटों का चुनाव परिणाम प्रभावित करने की स्थिति में है। हम किसी राजनीतिक दल से टिकट की मांग नहीं कर रहे है, लेकिन हम चाहते हैं कि अति पिछड़ा वर्ग को विधानसभा में उचित प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए। क्योंकि 37 सीटें ऐसी है, जहां इस वर्ग के लोगों की संख्या ज्यादा है, इसलिए हर राजनीतिक दल को इन क्षेत्रों में इसी वर्ग के लोगों को उम्मीदवार बनाना चाहिए। बैंसला ने कहा कि उनके पिता ने पिछड़े वर्ग के युवाओं को आरक्षण दिलवाने का जो काम किया उसी का परिणाम है कि आज इस वर्ग के लोगों को सरकारी नौकरियां प्राप्त हो रही है। हमारा वर्ग के युवा अब प्रशासनिक सेवाओं में भी अपना दमखम दिखा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पुष्कर तीर्थ गुर्जर समुदाय के लिए धार्मिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है। हमारे समुदाय के लोग अनेक धार्मिक परंपराओं का निर्वाह पुष्कर में आकर ही करते हैं। पुष्कर हमारी धार्मिक भावनाओं से जुड़ा तीर्थ स्थल है। इसलिए कर्नल बैंसला की अस्थियों को पुष्कर सरोवर में विसर्जित करने का निर्णय लिया गया। उन्होंने कहा कि सरकार ने पूर्व में जो समझौता किया उसे लागू किया जाना चाहिए। उनके पिता ने एमबीसी वर्ग के लिए जो सपना देखा था उसे पूरा करने के लिए वे प्रयासरत रहेंगे।

कड़े सुरक्षा इंतजाम:

कर्नल बैंसला के अस्थि कलश विसर्जन और श्रद्धांजलि सभा को देखते हुए पुष्कर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए। उपखंड अधिकारी ने पुष्कर के दुकानदारों से अपने प्रतिष्ठान बंद रखने की अपील भी की। सभा स्थल से लेकर सरोवर के सभी 52 घाटों पर सुरक्षा बलों को तैनात किया गया। श्रद्धांजलि सभा में गुर्जर आरक्षण आंदोलन से जुड़े अनेक नेता उपस्थित रहे। सभी ने एक स्वर से माना कि एमबीसी वर्ग को आरक्षण दिलवाने में कर्नल बैंसला का संघर्ष काम आया है। पुष्कर आए गुर्जर समुदाय के लोगों को भोजन के पैकेट भी वितरित किए गए। 

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