इंदौर। शहर में रातोरात रोजाना नई गुमटियां काबिज हो जाती हैं और नगर निगम के ही नेता-अफसर इनको लगवाते हैं, जिनकी संख्या 50 हजार से लेकर 1 लाख तक होगी, मगर निगम रिकॉर्ड में मात्र 863 गुमटियां ही वैध हैं। यानी अन्य ठेले-गुमटियां सभी अवैध हैं। इन वैध गुमटियों से निगम अभी लगभग 550 रुपए प्रतिमाह किराया लेता है, जो अब दोगुना, यानी एक हजार रुपए किया जाएगा। आज निगम परिषद का साधारण सम्मेलन 11 बजे से अटल सदन निगम मुख्यालय में आयोजित किया गया है, जिसमें कांग्रेस पार्षद दल द्वारा कई मुद्दों पर विरोध किया जाएगा।
दूसरी तरफ महापौर पुष्यमित्र भार्गव का कहना है कि दो दर्जन से अधिक प्रस्ताव रखे गए हैं, जिनमें विकास कार्यों से संबंधित प्रस्ताव ही अधिक हैं। फुट ओवरब्रिज निर्माण, सीवरेज लाइनों, ट्रीटमेंट प्लांटों के संधारण, नए इंटेकवेल के साथ पाइप लाइन बिछाने, रीजनल पार्क में पीपीपी मॉडल पर विकास कार्य करवाने, हुकमचंद मिल की जमीन पर आने वाले प्रोजेक्ट सहित चिडिय़ाघर और वैध गुमटीधारकों के किराए में वृद्धि सहित अन्य प्रस्तावों पर निर्णय लिए जाना है। निगम राजस्व समिति प्रभारी निरंजनसिंह चौहान गुड्डू के मुताबिक निगम रिकॉर्ड में जो 863 गुमटियां हैं उनकी किरायावृद्धि का निर्णय लिया जाना है। वहीं चेक बाउंस में एक के बजाय दो प्रतिशत जुर्माना राशि अब वसूल की जाएगी।