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आग की भट्टी बना आधा भारत:कब मिलेगी भीषण गर्मी से राहत

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नई दिल्ली)। इस माह पड़ रही भीषण गर्मी ने लोगों का घर से निकलना दूभर कर दिया है। देश के अधिकांश शहरों में तापमान 45 डिग्री के पार है। जबकि राजस्थान के बाड़मेर और फलौदी में पारा 50 डिग्री क्रॉस कर गया है। खास बात ये है कि जून का महीना शुरू होने से पहले ही देश के कई राज्यों में तापमान 45 को पार कर गया है। देश के कई हिस्सों में भीषण लू चल रही है। लोगों के मन में सवाल है कि आखिर इस भीषण गर्मी से राहत कब मिलेगी। मौसम विभाग का कहना है कि दिल्ली, यूपी, बिहार, राजस्थान, हरियाणा इन राज्यों में 30 मई के बाद थोड़ी राहत मिलेगी। मौसम विभाग का कहना है कि उत्तर पश्चिम भारत के हिस्सों में भीषण लू चल रही है और ये अगले तीन दिन जारी रह सकती है। 30 मई से इसकी तीव्रता कम होगी। वेस्टर्न डिस्टरबेंस के सक्रिय होने और अरब सागर से नमी के कारण देश के उत्तर पश्चिम और मध्य भागों में गरज के साथ बारिश होने की संभावना है।


मौसम विभाग के अनुसार चार दिनों में साउथ वेस्ट मॉनसून केरल में एंट्री कर लेगा। देश के ज्यादातर हिस्सों में मॉनसून सामान्य या इससे बेहतर ही रहेगा। मॉनसून कोर जोन (कृषि प्रधान राज्यों) में मॉनसून के चार महीनों जून से सितंबर तक सामान्य से अधिक बारिश होने के आसार हैं। कोर जोन में मध्य प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, ओडिशा, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश और वेस्ट बंगाल शामिल हैं। पिछले महीने आईएमडी ने देश भर में सामान्य से अधिक बारिश का अनुमान जताया था।भारत मौसम विज्ञान विभाग के चीफ डॉ मृत्युंजय महापात्रा ने बताया कि भीषण गर्मी और लू का सामना कर रहे दिल्ली समेत उत्तर पश्चिम भारत के इलाकों को 30 मई के बाद राहत मिल सकती है। अगले तीन दिनों तक गर्मी से राहत नहीं मिलने वाली।


बारिश ज्यादा नहीं होगी और राहत मिले इसकी गुंजाइश कम है। जून में दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान समेत देश के ज्यादातर हिस्सों में तापमान सामान्य से अधिक रहने की आशंका है। यहां सामान्य से ज्यादा दिनों तक तेज लू चल सकती है। उत्तर पश्चिम भारत में जून में आमतौर पर तीन दिन लू चलती है, लेकिन इस बार दो-चार दिन ज्यादा ऐसी स्थिति हो सकती है। दिल्ली में लगातार दूसरे दिन अधिकतम तापमान 45 डिग्री के पार रहा। अगले दो दिनों तक भी गर्मी से राहत मिलने की संभावना नहीं है। 29 मई लिए लू व भीषण गर्मी का रेड अलर्ट जारी किया गया है। हीट इंडेक्स 47 डिग्री रहा। यानी 45 डिग्री में लोगों को 47 डिग्री वाली गर्मी का अहसास हुआ। 31 मई को अरब सागर से आने वाली नमी भरी हवाएं तापमान में कमी लाएंगी, लेकिन तापमान में कमी आने के बावजूद लोगों को गर्मी से राहत नहीं मिलेगी। क्योंकि नमी की वजह से चिपचिपी गर्मी का सामना लोगों को करना होगा।

जून की शुरुआत भी हल्की बारिश के साथ हो सकती है। दिल्ली के सबसे गर्म इलाकों में जाफरपुर का अधिकतम तापमान 47.2 डिग्री, मंगेशपुर का 48.8 डिग्री, नजफगढ़ का 48.6 डिग्री, नरेला का 48.4 डिग्री, पीतमपुरा का 47.6 डिग्री और पूसा का 47.2 डिग्री रहा।
सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट ने देश के 6 शहरों- दिल्ली, बेंगलुरु, चेन्नै, हैदराबाद, कोलकाता और मुंबई को लेकर एक स्टडी की है। इस स्टडी में पाया है कि सिर्फ तापमान नहीं बढ़ रहा है, बल्कि हवा, जमीनी सतह का तापमान और नमी मिलकर इन शहरों को असहनीय गर्मी की तरफ धकेल रहे हैं। 41 डिग्री का हीट इंडेक्स लोगों के लिए घातक माना जाता है। ईएसई की एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर अनुमिता रायचौधरी के मुताबिक, इस बदलाव को देखते हुए दिन और रात के लिए हीट मैनेजमेंट प्लान बनाने की जरूरत है।

जरूरी है कि लू के समय इमरजेंसी उपाय किए जाएं। इस प्रकोप को कम करने के लिए लॉन्ग टर्म प्लान बने। इसके लिए ग्रीन एरिया और वॉटरबॉडी बढ़ाने, बिल्डिंग का थर्मल कंफर्ट सुधारने, गाड़ियों से निकलने वाली गर्मी को कम करने, एसी और इंडस्ट्री पर फोकस करने की जरूरत है। जनवरी 2001 से अप्रैल 2024 के बीच स्टडी में तुलना की गई है।

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