इंदौर
हनुमान जयंती के पर्व पर इंदौर के हनुमान मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ी। सुबह से ही भक्त भगवान के दर्शन कर उनका आशीर्वाद लेने पहुंचे। इसे लेकर मंदिरों में जहां व्यवस्थाएं की गई है। वहीं रणजीत हनुमान मंदिर में आने वाले भक्तों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। मंदिर में अलग से वेटिंग एरिया तैयार किया गया है। इसके साथ ही हनुमान मंदिरों में भगवान का भव्य श्रृंगार और आरती की। भगवान को मिठाईयों, फलों, नमकीन आदि का भोग अर्पित किया। सुबह 6 बजे भगवान की जन्मोत्सव आरती की। जिसमें बड़ी संख्या में भक्त शामिल हुए। अलसुबह से ही भक्त यहां पहुंचने लगे।
रणजीत हनुमान जी का हुआ सुंदर श्रृंगार
भगवान को लगा 56 भोग, महाराष्ट्रीयन थाली भी
हनुमान जयंती के मौके पर रणजीत हनुमान मंदिर में हनुमंत वाड़ा तैयार किया गया। भगवान से लेकर भक्त मंडल के सदस्य सभी महाराष्ट्रीयन वेशभूषा में नजर आए। सुबह 6 बजे जन्मोत्सव आरती में भी बड़ी संख्या में भक्त शामिल हुए। भगवान को छप्पन भोग अर्पित किया। जिसमें मिठाई, फल, नमकीन के साथ ही महाराष्ट्रीयन थाली शामिल रही। सुबह से लेकर रात तक भक्तों का तांता यहां लगा रहेगा।
जिग-जैग पैटर्न में रहेगी दर्शन की व्यवस्था
जिग-जैग पैटर्न में भक्तों को मिलेगी एंट्री
इंदौर के रणजीत हनुमान मंदिर में भक्तों के दर्शन की अलग व्यवस्था की गई है। मंदिर में आने वाले भक्तों के लिए पार्किंग भी अलग व्यवस्था रहेगी। टू व्हीलर की पार्किंग मंदिर के ग्राउंड में रहेगी। जबकि फोर व्हीलर की पार्किंग मंदिर के समीप मनी सेंटर के खाली जमीन पर रहेगी। इसके बाद भक्त लाइन में लगेंगे और मंदिर में प्रवेश करेंगे। यहां जिग-जैग पैटर्न में भक्तों की लाइन लगेगी। जिसके बाद वे मंदिर के हॉल में प्रवेश कर भगवान के दर्शन कर सकेंगे।
मंदिर में की गई सुंदर सजावट
गर्मी न हो इसलिए 20 कूलर और शरबत की व्यवस्था
भारी गर्मी को देखते हुए मंदिर परिसर में ऊपर सीलिंग (टेंट) और नीचे कालिन बिछाई गई है। इसके साथ ही भक्तों को गर्मी से राहत देने के लिए 20 कूलर की व्यवस्था की गई है। वहीं भक्त मंडल के सदस्य यहां आने वाले भक्तों को पानी और शरबत पिलाऐंगे। भक्तों के लिए भजनों की इंतजाम भी किया गया। भजन गायक पीयूष भावसार और शुभम प्रजापत मंदिर में सुमधुर भजनों की प्रस्तुति देंगे। मंदिर के पुजारी पंडित दीपेश व्यास ने बताया कि हनुमान जयंती के मौके पर मंदिर में 50 हजार से ज्यादा भक्त आएंगे उनके लिए यह पूरी व्यवस्था की गई है। मंदिर में भक्त मंडल के 21 सदस्यों द्वारा पुणे के ढोल की प्रस्तुतियां भी दी।
इन मंदिरों में भी होंगे आयोजन
– पंचकुइयां स्थित वीर बगीची में शनिवार को हनुमान जयंती मनाई जाएगी। वीर अलीजा सरकार का स्वर्ण श्रृंगार किया जाएगा साथ ही पूरे परिसर को फूलों से सजाया। फूल बंगला भी सजाया, जो यहां आने वाले भक्तों के आकर्षण का केंद्र रहा। शाम 5 बजे महाआरती की जाएगी। महाआरती के बाद प्रसादी का वितरण होगा।
– नवलखा अग्रसेन प्रतिमा चौराहा स्थित मनकामेश्वर कांटाफोड़ शिव मंदिर पर भक्त मंडली के द्वारा श्री एकादश रूद्र 11 मुखी हनुमान जी का प्राकट्य उत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। इस दौरान सुबह प्राकट्य उत्सव की आरती के बाद 9 बजे से सुंदरकांड का पाठ होगा और 10 बजे महाआरती होगी। शाम की आरती 7.30 बजे होगी।
– बड़ा गणपति पीलियाखाल स्थित प्राचीन हंसदास मठ पर श्री पंचमुखी चिंताहरण हनुमानजी का जयंती महोत्सव अंतर्गत शनिवार को सुबह साढ़े 6 बजे जन्म महोत्सव आरती होगी। शाम 7 बजे भोग श्रृंगार दर्शन आरती, शाम 5 बजे रामायण पूर्णाहुति, हवन और शाम 7 बजे से रात 10 बजे तक महाप्रसादी का आयोजन होगा। इस मौके पर भक्तों को शाम 7 बजे से अभिमंत्रित चिंताहरण कवच का वितरण भी किया जाएगा।
– श्री श्रीविद्याधाम पर महामंडलेश्वर स्वामी चिन्मयानंद सरस्वती के सानिध्य में शनिवार को हनुमान प्राकट्य महोत्सव में सुबह 6 बजे षोडशोपचार पूजन, अभिषेक एवं श्रृंगार तथा प्रकटोत्सव के बाद आरती एवं प्रसाद वितरण के आयोजन होंगे।
– गीता भवन पर शनिवार को यहां चल रहे प्रभु श्रीराम एवं दास शिरोमणि हनुमान प्राकट्य महोत्सव में हनुमान प्राकट्य दिवस पर सुबह 6 बजे से हनुमान मंदिर पर भव्य श्रृंगार के साथ महाभिषेक-पूजन तथा सामूहिक महाआरती के बाद स्तुति एवं बधाई गान के कार्यक्रम जगदगुरु स्वामी रामनरेशाचार्यजी के सानिध्य में होंगे।
इंदौर के प्रसिद्ध खजराना गणेश मंदिर और रणजीत हनुमान मंदिर की ख्याति दूर-दूर तक फैली है। बड़ी संख्या में भक्त भगवान के दर्शन करने यहां आते है। लाखों भक्तों की आस्था यहां से जुड़ी है। हजारों भक्त सोशल मीडिया के माध्यम से भी भगवान के दर्शन करते है। शनिवार को हनुमान जयंती के अवसर पर मंदिरों में भगवान का सुंदर और मनमोहक श्रृंगार किया गया।
शनिवार को खजराना गणेश मंदिर में भगवान गणेश का सुंदर श्रृंगार हुआ। भगवान का पंचामृत से अभिषेक किया। भगवान को शुद्ध घी और सिंदूर लगाया। भगवान को नए वस्त्र पहनाए। भगवान के चेहरे पर जो सजावट की उस पर राम नाम देखने को मिला। गणपति जी के साथ विराजित रिद्धि-सिद्धि और शुभ-लाभ का भी सुंदर श्रृंगार किया। गणेश जी को जहां गुलाब और सफेद फूलों की माला और गेंदे के फूलों की माला पहनाई गई। वहीं रिद्धि-सिद्धि और शुभ-लाभ को मोगरे, गुलाब और गेंदे के फूलों से बनी माला पहनाई। भगवान के मुकुट को भी मोगरे की मालाओं से सजाया। मंदिर के पुजारी पं. सतपाल महाराज ने भगवान गणेश का विधि-विधान के साथ पूजन किया और भगवान की आरती की। भगवान को चांदी के पात्र में मिठाईयों का भोग अर्पित किया।
हनुमान जी का हुआ भव्य श्रृंगार
इधर, रणजीत हनुमान मंदिर में हनुमान जयंती के मौके पर मंदिर में हनुमंत वाड़ा सजाया गया। शुक्रवार रात को ही भगवान का महाअभिषेक किया। रात में ही भगवान का अद्भुत श्रृंगार शुरू हुआ जो अलसुबह तक चला। सुबह भगवान की जन्मोत्सव आरती की गई जिसमें बड़ी संख्या में भक्त शामिल रहे। हनुमान जयंती के अवसर पर भगवान महाराष्ट्रीयन वेशभूषा में नजर आए। आकड़े के पत्तों पर चंदन से सीता-राम लिखकर पत्तों की माला भगवान को अर्पित की गई। ज़ार्जेट कपड़े से बनी ड्रेस में भगवान की महाराष्ट्रीयन पगड़ी, धोती, कंठा, दुपट्टा नजर आया। इसके साथ ही मंदिर को एक महल का स्वरूप दिया गया। मंदिर के पुजारी पं. दीपेश व्यास ने भगवान का विधि-विधान के साथ पूजन कर उनकी आरती की। भगवान को 56 भोग अर्पित किया गया।