प्यारे लाल शर्मा स्मारक मेरठ में भाईचारा सम्मेलन
मुनेश त्यागी
प्यारे लाल शर्मा स्मारक मेरठ में भाईचारा सम्मेलन में बोलते हुए भारत जोड़ो के संयोजक योगेंद्र यादव ने कहा है कि 2024 का चुनाव देश को बचाने का चुनाव है, इसमें भारत के तमाम लोगों को एकजुट होकर काम करना होगा, तभी हमारे देश में हिंदू मुसलमान के नाम पर फैलाई जा रही नफरत को खत्म करके, भाईचारा कायम किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि आज संसद में नफरत फैलाई जा रही है, वहां ओछे बोल बोले जा रहे हैं। यह नफरत का अभियान बहुत दिनों से जारी है, अब यह भारत की संसद तक भी पहुंच गया है। यह एक सुनियोजित हमला है। उन्होंने कहा कि हमारे देश में धर्म जाति भाषा के आधार पर हमले हो रहे हैं। आज धर्मनिरपेक्षता को बचाने के लिए भाईचारे की सबसे ज्यादा जरूरत है। भाईचारे को तोड़ा जा रहा है और आरएसएस इस भाईचारे को तोड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि जो देश में नफरत और हिंसा फैला रहा है वह असली देशद्रोही है। उन्होंने आरएसएस को देश का सबसे बड़ा देशद्रोही बताया।जनता को इस बात को हमें बताना होगा। ये लोग इस देश को बांटना चाहते हैं और उसे विवादों में उलझाए रखना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि आरएसएस और बीजेपी को हिंदू धर्म से कोई लेना-देना नहीं है। इन्हें राष्ट्र की कोई चिंता नहीं है, उन्हें इन्हें सिर्फ सत्ता और कुर्सी चाहिए। ये झूठे और पाखंडी हैं।
उन्होंने कहा कि ये मणिपुर पर चुप हैं। फूट डालो और राज करो यही इनकी राजनीति है। उन्होंने कहा कि ये सांप्रदायिकता पर और लगातार बढ़ती जा रही अमीरी गरीबी पर कोई का चर्चा नहीं करना चाहते।करोना काल में अदानी की संपत्ति 18 गुना बढ़ गई। मोदी की वजह से यह अडानी का धन बढ़ रहा है। ये सच को छुपाना चाहते हैं, अपनी कुर्सी को बचाने के लिए नफरत की अभियान छेड़े हुए हैं।
उन्होंने कहा कि इस देश को राजनीति से ही जोड़ा और बचाया जा सकता है। देश को चलाने की नीति ही राजनीति है। बुनियादी सुधार राजनीति से ही हो सकता है। राजनीति करना आज की सबसे बड़ी जरूरत है। जनता की हिफाजत जनता के कल्याण की राजनीति करना आज का सबसे बड़ा काम है।उन्होंने कहा कि देश को टूटने से केवल भाईचारा ही बचा सकता है। आज सांप्रदायिक ताकतों द्वारा 98 साल से फैलाया जा रहा जहर अपना काम कर रहा है। आजादी के बाद इन देश तोड़ने वालों का मुकाबला नहीं किया गया, इसलिए इस बांटने की राजनीति को खत्म करने के लिए उनके खिलाफ लंबी लड़ाई लड़नी पड़ेगी। इसके खिलाफ हमें कमर कसनी होगी और भाईचारे के अभियान को लेकर गली गली, मोहल्ला मोहल्ला, गांव गांव में जाना पड़ेगा, देश की हर कोने में जाना पड़ेगा।
इस अवसर पर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के केंद्रीय कमेटी के सदस्य कोमरेड डी पी सिंह ने कहा कि की खून पसीने से एकजुट किए गए देश को आज तोड़ने की भयंकर कोशिश की जा रही है। देश को बेचने की मुहिम जारी है, दुनिया की लुटेरी और सांप्रदायिक ताकतें दुनिया को लूट रही हैं और लूटने के सारे काम कर रही हैं। एकजुट जनता ही इस लूट को रोक सकती है और यही गठजोड़ देश को बचा सकता है। इस नफरत के अभियान को भाईचारे का अभियान ही मात्रा दे सकता है।
इस मौके पर अपने विचार व्यक्त करते हुए जनवादी लेखक संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष मुनेश त्यागी ने कहा कि सांप्रदायिक ताकतें पिछले 117 साल से इस देश की जनता को बांटने का काम कर रही हैं।
हमारे समाज में हिंदू मुसलमान के नाम पर नफरत फैला कर जनता की एकजुट लड़ाई को कमजोर कर रही हैं। पहले ये ताकतें अंग्रेजों के लिए काम कर रही थी और आज ये ताकतें देश और दुनिया के लुटेरे पूंजीपतियों के साथ मिलकर जनता को बांटने का काम कर रही हैं, उनकी बुनियादी लड़ाई को कमजोर कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि इन समाज को तोड़ने वाली ताकतों का जनता की गरीबी भुखमरी शोषण जुल्म दमन महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार से कोई लेना-देना नहीं है। बस ये किसी भी तरह से बुनियादी सवालों को लेकर लड़ रही जनता की एकता को तोड़ना चाहती हैं और समाज में हिंदू मुस्लिम नफरत की आंधी चलाये रखना चाहती हैं। इन तमाम ताकतों को मिलजुल कर ही हराया जा सकता है। भाईचारे के अभियान को लेकर हमें जनता के बीच जाना होगा। किसानों मजदूरों नौजवानों, गली मोहल्लों और गांव-गांव जाना पड़ेगा और जनता को इनके खिलाफ एक जुट और जागरूक करना पड़ेगा तभी जाकर इन जन विरोधी ताकतों से छुटकारा पाया जा सकता है। और तभी जाकर समाज में सांप्रदायिक सौहार्द और भाईचारे की मुहिम को कामयाब बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि,,,,
वे अंधेरों की तिजारत कर रहे हैं तो करें
तुम अंधेरी बस्तियों में रोशनी बांटा करो।
इस अवसर पर चंद्रपाल सिंह, धर्मसिंह सत्याल, विजय शर्मा, अयाज अहमद, वीरेंद्र तरार, मनीष भारती, प्रभात राय, रिचा सिंह, डॉक्टर हिमांशु, डॉक्टर कर्मेंद्र, चौधरी हनुमान सिंह, गुलजार काजमी, शरीफ अहमद, कर्नल जयवीर सिंह और शाहिद मंजूर आदि वक्ताओं ने संबोधित किया और भाईचारे के अभियान को आगे बढ़ाने की बात की।
इस अवसर पर प्रवीण भारती, जावेद, सत्येंद्र सिंह, राजकुमार गुर्जर, जीपी सलोनिया आदि सैंकड़ों लोग मौजूद थे। इस सम्मेलन की अध्यक्षता डीपी सिंह, कर्नल विनोद उज्जवल सिंह, डॉक्टर शाहबुद्दीन अंसारी और सतपाल सिंह के अध्यक्ष मंडल ने की। गोष्ठी का संचालन अब्दुल जब्बार खान एडवोकेट ने किया।