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पूनम चौधरी और सज्जन कंवर:राजस्थान की महिला इंस्पेक्टरों को गृह मंत्री पदक

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 जयपुर: पुराने जमाने में महिलाओं को अबला माना जाता था। ऐसा कहा जाता था कि यह काम महिला नहीं कर सकती। आजकल ऐसा कोई काम नहीं है जो महिलाएं नहीं कर सकती। महिलाएं हर क्षेत्र में नए नए कीर्तिमान स्थापित कर रही हैं। चाहे सामाजिक कार्य हो, राजनीति हो या फिर ब्यूरोक्रेसी। सभी क्षेत्रों में महिलाएं अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रही है। वर्तमान में तो खाकी वर्दी में भी महिलाओं का बोलबाला है। राजस्थान पुलिस की दो महिला इंस्पेक्टरों ने अपने काम के बूते प्रतिभा का डंका बजवाया है। सोमवार 24 फरवरी को राजस्थान पुलिस अकादमी में पुलिस अलंकरण समारोह का आयोजन हुआ। इस समारोह में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 64 पुलिस अधिकारियों और पुलिसकर्मियों का सम्मान किया गया। इनमें दो महिला पुलिस इंस्पेक्टर भी है जिन्हें अपनी योग्यता और काम की बदौलत केंद्रीय गृह मंत्री के पदक से सम्मानित होने का सौभाग्य मिला है।

पुलिस की ओर से अलग अलग श्रेणियों में कुल 64 पुलिस अधिकारियों और पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वाले पुलिस अफसरों में डीजी (एसीबी) रवि प्रकाश मेहरड़ा और डीजी एससीआरबी और साइबर क्राइम हेमन्त प्रियदर्शी के साथ कई एडीजी, आईजी स्तर के पुलिस अधिकारी शामिल हैं। महिला इंस्पेक्टर पूनम चौधरी और सज्जन कंवर को भी डीजीपी उत्कल रंजन साहू ने अन्वेषण में उत्कृष्टता यानी इन्वेस्टिगेशन में बेहतरीन कार्य के लिए केंद्रीय गृहमंत्री पदक से सम्मानित किया गया। केंद्रीय गृह मंत्री का पदक पाकर इन दोनों महिला इंस्पेक्टरों ने अपनी योग्यता के परचम लहरा दिए।

स्पेक्टर पूनम चौधरी वर्तमान में जयपुर कमिश्नरेट में तैनात हैं। वे मेट्रो पुलिस थाने के एसएचओ के रूप में कार्य कर रही हैं। पूनम चौधरी वर्ष 2005 बैच की एसआई हैं। वर्ष 2013 में पदोन्नत होकर वे इंस्पेक्टर बनी। पूनम चौधरी को पूर्व में भी कई अवॉर्ड मिल चुके हैं। उन्हें डीजीपी डिस्क मिल चुका है। पुलिस अधिकारियों की समय समय पर ट्रेनिंग भी होती है। वर्ष 2018 में एक ट्रेनिंग प्रोग्राम में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने पर इंस्पेक्टर पूनम चौधरी को केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से बेस्ट ट्रेनिंग का अवॉर्ड मिला था। अब शुक्रवार 24 फरवरी को उन्हें एक बार फिर से केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से अवार्ड मिला। इस बार बेस्ट इन्वेस्टिगेशन के लिए अवॉर्ड प्रदान किया गया। इंस्पेक्टर पूनम चौधरी वर्ष 2019 से लेकर 2023 तक एसओजी में रह चुकी हैं। एसओजी में तैनाती के दौरान किए गए उत्कृष्ट कार्यों के चलते उन्हें सम्मानित किया गया।

पुलिस मुख्यालय में सीआईडी क्राइम ब्रांच में तैनात इंस्पेक्टर सज्जन कंवर को भी केंद्रीय गृह मंत्री के अवार्ड से सम्मानित किया गया। वे वर्ष 2005 बैच की सब इंस्पेक्टर हैं और वर्ष 2015 में पदोन्नत होकर पुलिस इंस्पेक्टर बनी। इंस्पेक्टर सज्जन कंवर साइबर क्राइम करने वालों की कुंडली खोलने में एक्सपर्ट हैं। वे लगातार नौ साल तक साइबर थाने कार्य कर चुकी है। वर्ष 2014, 2015 और 2016 में जब वे साइबर थाने में तैनात थी। उन दिनों साइबर थाने में दर्ज हर मुकदमे का खुलासा सज्जन कंवर ने किया और सबसे बड़ी बात यह है कि उन तीनों वर्षों में हुई सभी साइबर ठगी के मामलों में सौ फीसदी रिकवरी भी हुई। सेंट्रल डिटेक्टिव ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट में ट्रेनिंग के दौरान सज्जन कंवर को बेस्ट प्रफोमर का अवॉर्ड मिला था। एसओजी में तैनात रहने के दौरान भी इंस्पेक्टर सज्जन कंवर ने बाहरी राज्यों के हजारों लोगों का फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले गिरोह का खुलासा करते हुए साइबर ठगी के कई बड़े मामलों का खुलासा किया था।

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