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सेंचुरी के बहुसंख्य सैकड़ों से श्रमिकों ने और करीबन 30 कर्मचारियों ने VRS का प्रस्ताव ठुकराया

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रोजगार के हक के लिए संघर्षरत ‘श्रमिक जनता संघ’ का अहिंसक सत्याग्रह अनशन जारी !   सेंचुरी (यार्न व डेनिम) टेक्सटाईल मिल्स के, मुंबई आगरा रोड पर ग्राम सत्राटी में स्थित कुमार मंगलम बिरला समूह की कंपनी के श्रमिक 13 जुलाई के रोज अपनी परीक्षा दे चुके हैं।  श्रमिक जनता संघ के सदस्य रहे श्रमिक अपनी अभूत एकजुटता बरकरार रखे हैं। उनमें से VRS स्वीकारने वाले चंद श्रमिकों में कई सारे तो नशावंत हैं, और किसी की मजबूरी भी कारण है।

        सेंचुरी के श्रमिकों में से मात्र कुछ प्रतिशत श्रमिकों ने, मैनेजमेंट ने  धमकी वजा नोटिस के द्वारा प्रस्तुत किया हुआ VRS स्वीकारने की खबर है।  सेंचुरी के पदाधिकारियों ने, विशेषत: कारखाना प्रबंधक ने कई सारे व्हीडिओज और संदेश भेजकर श्रमिकों को चेतावनी देना, VRS स्वीकारने वालों की संख्या चढ़ा बढ़ाकर बताना, पत्रकारों को साथ में लेना और भ्रमित करने वाली खबरें छपवाना आदि कार्य जारी रखे। इसके बावजूद ‘रोजगार’ के बिना, मात्र नगद राशि लेकर अपनी जिंदगी नहीं बता सकते हैं, यह जानकर रोजगार के हक की लड़ाई जारी रखने का निर्णय और संकल्प लिया है। 

   सेंचुरी के कर्मचारियों में से करीबन 30 कर्मचारी, जो विविध विभागों में सुपरवायझरी स्तर पर कार्यरत रहे, उन्होंने ‘रोजगार’ के ही हक में VRS नगद राशि लेकर, किसी दबाव में न आते, संघर्ष में शामिल रहे हैं।    अभी तक सेंचुरी के कारखाना प्रबंधक कितने श्रमिक VRS के पक्ष में हैं और कितने विरोध में हैं, इस संबंधी कोई जानकारी उपलब्ध नहीं कर रहे हैं।मध्य प्रदेश के 70 जन संगठनों ने सेंचुरी सत्याग्रह को समर्थन तो दिया ही है। आज जय आदिवासी संगठन के 100 प्रमुख प्रतिनिधि सेंचुरी सत्याग्रह स्थल पर पधारे और अपने वक्तव्य से बड़ी ताकत देकर गये। कुक्षी, जिला-धार के महेंद्र कनौजे ने कहा कि आदिवासी, किसान और मजदूर दोनों समुदायों में हैं और पूंजीपति या सत्ताधीशों के हर अन्याय के खिलाफ लड़ते आये हैं। जल, जंगल, जमीन के साथ आजीविका पर भी हमारा अधिकार है जिसके पक्ष में हमें मिलकर लड़ना होगा। मुकेश अलावा और सीमा वास्कले ने भी श्रमिकों को आश्वासित किया कि अगर जबरन सेवानिवृत्ति दिलाने के लिए अन्याय किया और रोजगार को कुचलने की साजिश चलायी तो हम मध्य-रात्रि को भी आपके साथ खड़े होंगे, पूरी ताकत के साथ!   कल सुबह जारी रहा, ज्योति भदाने, चंचला सोनर, संगीता पाटिल, आकाश वर्मा, हेमराज मेघवाल, दयाशंकर ओझा, और मेधा पाटकर जी का अनशन ! साथ में 5 महिलाएं आज सुबह से 12 घंटे के उपवास पर बैठी हैं! कंपनी के प्रबंधक आज भी सबको लालचाने की, धमकाने की तथा दूसरों से भ्रमित करने की कोशिश जारी रखते हुए, 13 जुलाई के बाद भी VRS को मंजूरी देने के लिए समय सीमा को आगे बढ़ाने की बात का प्रचार कर रहे हैं।राजकुमार दुबे,   संतलाल दिवाकर,     मनीषा पाटिल,     श्याम भदाने, रामसुशील विश्वकर्मा  

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