इंदौर
दौर में कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय में उड़ीसा से आए ब्लैक धारी वाले टाइगर को गुरुवार को विश्व बाघ दिवस के अवसर पर प्रबंधन ने बाड़े में छोड़ दिया। अब दर्शक उसे रोज देख सकेंगे, लेकिन उसे बाड़े में छोड़ने से पहले जू प्रबंधन ने उड़ीसा से ही लाए गए व्हाइट टाइगर को बाड़े से बाहर निकालकर दोबारा सेल में छोड़ दिया। जू प्रबंधन का मानना है कि ब्लैक टाइगर गुस्सैल है। वह व्हाइट टाइगर को नुकसान न पहुंचा दे। कुछ दिन बाद दोनों को एक साथ रखा जाएगा।
दरअसल, चिडियाघर में ब्लैक टाइगर पहली बार, जबकि व्हाइट टाइगर 7 साल बाद लाया गया है। इन्हें 23 अप्रैल को उड़ीसा के नंदन-कानन जूलाॅजिकल पार्क से लाया गया था। प्रभारी अधिकारी डॉ. उत्तम यादव के अनुसार कुछ दिन पहले ही व्हाइट टाइगर को बाड़े में छोड़ा गया था। अब उसे दोबारा सेल में लाया गया है, जबकि ब्लैक टाइगर को बाड़े में छोड़ा गया।
निगम आयुक्त ने कहा कि एनिमल को लाने का काम जारी रहेगा।
निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने बताया, मध्य प्रदेश स्टेट नंबर ऑफ टाइगर है। इंदौर का जू पहला ऐसा जू है, जिसमें तीनों प्रकार के बाघ मौजूद हैं। यहां व्हाइट, येलो और ब्लैक टाइगर हैं। इंदौर शहर के बीच बने इस जू में बच्चे तीन प्रकार के टाइगर को देख पाएंगे।
पाल ने कहा, इंदौर शहर के बीच में बना हुआ यह जू न सिर्फ इंदौर शहर के नागरिकों के लिए, बल्कि आने वाली जनरेशन को नेचर को समझने में मदद करेगी। कोरोना काल में कई अच्छे प्रयास इंदौर जू द्वारा किए गए हैं। अभी और भी नए एनिमल प्राणी संग्रहालय में लाए जा रहे हैं, ताकि जू में प्राणियों की संख्या भी बढ़ती रहे।